सूरतगढ की विशाल नंदीशाला:सेवा की प्ररेणा:गौ वंश का प्यार दुलार:संरक्षण
^ करणीदानसिंह राजपूत ^
नगरपालिका सूरतगढ़ द्वारा निर्मित विशाल क्षेत्र 55 बीघा में निर्मित विशाल नंदी शाला गलियों सड़कों पर घूमते असहाय निराश्रित पशुओं खासकर गोवंश के लिए जीवनदायिनी होगी।
विधायक राजेंद्रसिंह भादू के निर्देश और ईच्छा पर पालिका अध्यक्ष श्रीमती काजल छाबड़ा और पार्षदों ने नंदीशाला के निर्माण का कदम उठाया।
नगर पालिका की ओर से किशनपुरा आबादी की तरफ तरफ विशाल क्षेत्र में नंदीशाला का ऐतिहासिक निर्माण हुआ है।
नंदीशाला अभी अनेक प्रकार की सुविधाएं और विकास चाहती है। नंदीशाला का निर्माण गरीब 55 बीघा में में हुआ है जिस पर अभी तक 81 लाख रुपए व्यय होने का अनुमान है।
कुछ दिन पूर्व विधायक राजेंद्र भादू और पालिकाध्यक्ष काजल छाबड़ा की अगुवाई में पत्रकारों के दल को इसका अवलोकन कराया गया था।
नंदीशाला में 3 शैड गौवंश के लिए और 1 शैड तूड़ी के लिए बनाया जा चुका है। करीब 800 की तादाद में गौ वंश शैडों के नीचे बैठे खड़े थे। तूड़ी शैड तूड़ी से भरा था।
अवलोकन से यहां धूप अधिक मिली जिसके कारण वृक्षारोपण की आवश्यकता है। वृक्ष छायादार होंगे तो भयानक गर्मी में गौ वंश उनके नीचे बैठकर विश्राम कर सकेगा। पीपल और बड़ के पेड़ लगाए जा सकते हैं। अन्य पेड़ों में भीे छायादार वृक्ष लगाए जा सकते हैं।
अवलोकन के बाद मेरी भाजपा नेता अमित भादू से बात हुई और उन्होंने स्वीकार किया कि किया कि नंदीशाला में वृक्षारोपण की आवश्यकता है और उसको अति शीघ्र ही पूरी करवाई जाएगी ताकि आने वाले सालों मैं यह नंदीशाला हरियाले रूप में स्थापित हो जाए।
फोटो के माध्यम से पाठक भी इस नंदीशाला का अवलोकन करें।
अब तो पर्यावरण प्रेमियों ने पौधे भी लगा दिए हैं।