भाजपा से वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी का इस्तीफा: भारत वाहिनी से चुनाव लड़ेंगें
जयपुर 25-6-2018.भाजपा में सीएम वसुंधरा से नाराज चल रहे सांगानेर विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने आखिरकार भाजपा से अपना इस्तीफा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को भेज दिया है। तिवाड़ी अपने वर्तमान विधानसभा क्षेत्र सांगानेर से न ई पार्टी भारत वाहिनी से चुनाव लड़ेंगे।आज पिंकसिटी प्रेस क्लब में पत्रकारों के समक्ष ये बताया। भाजपा को चुनाव से पहले यह तगड़ा झटका लगा है,क्योंकि उन्होंने यह दावा भी किया है कि भाजपा के 15 विधायक उनके संपर्क में है और उनको भारत वाहिनी की टिकट पर लड़ाया जा सकता है।
भैरोंसिंह शेखावत सरकार में ऊर्जा मंत्री रहे तिवाड़ी ने अपना सालों पुराना नाता पार्टी से तोड़ लिया है। बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में गिने जाने वालेतिवाड़ी कई अहम पदों पर रह चुके हैं। वे राजस्थान की 7वीं, 8वीं, 10वीं, 12वीं, 13वीं, 14वीं विधानसभा के मेंबर रहे हैं। तिवाड़ी 1980 से 1985 तक पहली बार सीकर से विधायक बने। जिसके बाद 1985 से 1989 तक पुन: विधानसभा क्षेत्र सीकर से विधायक रहे। 1993 से 1998 तक विधानसभा क्षेत्र चौमूं से विधायक बने। फिलहाल 2003 से वर्तमान में विधानसभा क्षेत्र सांगानेर से ही विधायक है।
हाल ही तिवाड़ी की ‘भारत वाहिनी पार्टी‘ को केंद्रीय निर्वाचन आयोग से हरी झंडी मिल चुकी है। केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने ‘भारत वाहिनी पार्टी‘ का बुधवार को विधिवत रूप से पंजीयन कर दिया। घनश्याम तिवाड़ी की इस नई पार्टी के पंजीयन व चुनाव लड़ने से राजस्थान में न ई राजनीतिक छवि उभरने की संभावनाएं है। घनश्याम तिवाड़ी के बेटे अखिलेश तिवाड़ी भारत वाहिनी पार्टी के अध्यक्ष व संस्थापक हैं।
अमित शाह को पत्र
जानकारी के अनुसार सांगानेर विधायक तिवाड़ी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को इस्तीफा भेजते हुए एक पत्र भी लिखा है, जिसमें उन्होंने कई आरोप लगाए हैं। साथ ही उन्होंने कहा है कि वे अगला चुनाव भारत वाहिनी पार्टी के चुनाव चिह्न पर सांगानेर विधानसभा से लड़ेंगे। उन्होंने लिखा कि अब स्पष्ट हो चुका है राजस्थान के भ्रष्टाचार में पहले केंद्र ने सांठगांठ की और अब केंद्र ने राजस्थान के आगे अपने घुटने टेक दिए हैं। इस्तीफा देने के बाद तिवाड़ी ने दावा किया है कि उनके संपर्क में भाजपा के 15 विधायक हैं। तिवाड़ी के भाजपा से इस्तीफा देने के बाद से प्रदेश में अब राजनीतिक हलचलें और तेज हो गई हैं।
मौजूदा सरकार ने राजस्थान को किया तबाह
तिवाड़ी ने कहा कि राजस्थान भाजपा एक व्यक्ति की निजी दुकान बन कर रह गई है। मौजूदा सरकार ने राजस्थान को तबाह कर दिया। राजस्थान में भाजपा और वसुंधरा में कोई फर्क नहीं रह गया है। अब वसुंधरा राजे का नेतृत्व हो या नहीं हो, वापस पार्टी में नहीं आऊंगा। तिवाड़ी ने कहा कि उनके मन में पार्टी छोडऩे की पीड़ा है, लेकिन उनके पास अब और कोई रास्ता नहीं बचा है।
सीएम वसुंधरा के खिलाफ खुलकर विरोध
तिवाड़ी की भाजपा से नाराजगी इतनी बढ़ गई थी कि वे सीएम वसुंधरा राजे के खिलाफ खुलकर विरोध करने लगे थे। साथ ही संगठन के प्रति अपनी नाराजगी को समय-समय पर जाहिर करने लगे थे।
6 मई 2017 को मिला था कारण बताओ नोटिस
सीएम के खिलाफ लगातार बयानाबाजी को लेकर भाजपा केन्द्रीय अनुशासन समिति ने घनश्याम तिवाड़ी को 6 मई 2017 को कारण बताओ नोटिस देकर कर जवाब मांगा था। तिवाड़ी ने इसका जवाब भी दे दिया था। लेकिन इसके बाद भी तिवाड़ी की सीएम के खिलाफ बयानबाजी नहीं रूकी।