रविवार, 24 दिसंबर 2017

हनुमानगढ़:सरस्वती महाविद्यालय में राजस्थानी विषय शुरू करवाने की मांग


 प्रतिनिधि मंडल ने की प्राचार्य से भेंट

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हनुमानगढ़ 24 दिसंबर 2017.


सरस्वती महाविद्यालय में आगामी सत्र 2018 में राजस्थानी साहित्य विषय बीए स्नातक में शुरू करवाने के लिए  डॉ.श्याम सुंदर शर्मा ,प्राचार्य ,सरस्वती महाविद्यालय से प्रतिनिधि मंडल मिला।

गौरतलब है कि कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय,जयपुर द्वारा नए विषय स्वीकृत किए जा रहे हैं।राजस्थानी छात्र मोर्चा राजस्थान में राजस्थानी साहित्य विषय खुलवाने का अभियान चला रहा है जिसके तहत मायड़ भाषा राजस्थानी छात्र मोर्चा,हनुमानगढ़ इकाई के  जिला अध्यक्ष अधिवक्ता अनिल शर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन सौंपा।प्रतिनिधिमंडल में विक्रम बिश्नोई तहसील संयोजक, राजस्थानी छात्र मोर्चा, हनुमानगढ़,नवदीप कड़वासरा,नरेश स्वामी, राजेंद्र सारण, अजय सिंह झोरड़,एडवोकेट हरपाल सिंह भी शामिल थे।

राजस्थानी छात्र मोर्चा के प्रदेश संयोजक डॉ. गौरीशंकर निमिवाल ने बताया कि महाविद्यालयों में नए विषय खोलने हेतु  30 दिसंबर तक आवेदन किए जा सकते हैं इसलिए अनेक महाविद्यालयों में नए विषय के रूप में राजस्थानी साहित्य को शुरू करवाने हेतु अभियान चलाया जा रहा है।डॉ.निमिवाल ने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे इस कार्य को आगे बढ़ाने के लिए सदैव तत्पर रहें। गौरतलब है कि राजस्थानी भाषा,साहित्य व राजस्थानी भाषा मान्यता आंदोलन में श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ जिले के लेखकों,राजस्थानी भाषा प्रेमियों का बहुत बड़ा योगदान है जिसमें चंद्रसिंह बिरकाली,पदम् श्री रानी लक्ष्मी कुमारी चुंडावत,करणीदान बारहठ,मोहन आलोक,डॉ. मंगत बादल,जनकराज पारीक,ओम पुरोहित कागद,रामस्वरूप किसान,डॉ. सत्यनारायण सोनी,डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी,डॉ. भरत ओला,डॉ. कृष्ण कुमार 'आशु',मनोज स्वामी, विनोद स्वामी,राजू सारसर'राज' राजस्थानी साहित्य के प्रमुख हस्ताक्षर हैं।वर्तमान में राजस्थानी युवा लेखन में इन दोनों जिलों में बहुत काम हो रहा है।राजस्थानी साहित्य के विद्यार्थियों की संख्या भी हजारों की तादाद में  सरस्वती महाविद्यालय में स्नातक स्तर राजस्थानी साहित्य विषय का अध्ययन अध्यापन होना बहुत जरूरी है।




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