करणी प्रेस इंडिया
बुधवार, 23 नवंबर 2016
अनाया सिंह नरम गुदगुदे खिलौनों संग मुस्कुराती:
खिलौनों से बतियाती,खिलौने नहीं मुस्कुराते,
तब रूठ मुंह फेर लेती। कुछ पल बाद भूलती,
हंस हंस बतियाती..खिलौने चुप और चुप:
22-10-2016.
Update 14-11-2016.
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