टिप्पणी- करणीदानसिंह राजपूत-
सूरतगढ़। नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के जोश में विधायक राजेन्द्रसिंह भादू की कमान में लोकसभा चुनाव में भाजपा को सूरतगढ़ विधान सभा क्षेत्र में वोटों की भारी बढ़त से 1 लाख वोटों से अधिक वोटों के मिलने की संभावना है।
विधानसभा चुनाव 2013 में सूरतगढ़ क्षेत्र से भाजपा के राजेन्द्र भादू को 67 हजार वोट मिले थे और बसपा 40 हजार वोट लेकर दूसरे तथा कांग्रेस 33 हजार वोट लेकर तीसरे और 20 हजार वोट लेकर जमींदारा पार्टी चौथे नम्बर पर रही थी।
आज की स्थिति में पूरें विधानसभा क्षेत्र में केवल भाजपा के कार्यक्रमों के दर्शन हो रहे हैं। कांग्रेस,बसपा,जमींदारा पार्टियां शांत है। इसके अलावा आम आदमी पार्टी का कोई माहौल बन ही नहीं पाया है। कुछ दिन पूर्व इस पार्टी ने एक रैली निकाली थी। उसमें चार पांच कार्यकर्ता बोलने वाले थे और पन्द्रह बीस इन्हीं के कार्यकर्ता भाषण सुनने वाले थे। मतलब खुद बोल रहे थे और खुद ही सुन रहे थे। इसलिए वोटों की संभावना में फिलहाल इसकी चर्चा नहीं करेंगे।
बसपा के 40 और जमींदारा के जो 60 हजार वोट हैं, जो इनकी शांत प्रवृति के कारण स्थाई नहीं रह सकते और भाजपा के मोदी के डंके के कारण हर हालत में आधे खिसक जाऐंगे और वे भाजपा की झोली में जाऐंगे। पिछले चुनाव में वोटरों पर राजेन्द्र भादू की पकड़ बहुत ज्यादा हुई है और वोटरों को अपनी ओर खींचने के तरीकों को और अधिक ताकत मिली है। राजेन्द्र भादू के नेतृत्व में लोकसभा चुनाव में वह वोटर चिपक जाएगा जो विधानसभा चुनाव में अन्य पार्टियों के साथ था। इसका एक महत्वपूर्ण कारण भी है कि ग्रामीण और शहरी जनता को विधायक से ही अधिक काम पड़ते हैं। खासकर ग्रामीण जनता तो थाना कचहरी सिंचाई आदि के सारे कार्यों में और विवादों को सुलटाने में विधायक को ही आगे रखती है।
इस समय शहर और ग्रामों पूरे विधानसभा क्षेत्र सूरतगढ़ में भाजपा का ही बोलबाला है।
भाजपा ने मोदी को प्रधानमंत्री बनाने को लेकर कई कार्यक्रम कर दिए हैं जो सफल रहे हैं।
वर्तमान में भाजपा के पास में मजबूत युवा मोर्चा और मजबूत महिला मोर्चा है जो कांग्रेस के पास में नहीं है।