शुक्रवार, 10 सितंबर 2021

प्लास्टिक की कौनसी वस्तुओं पर लगेगा प्रतिबंध- आज से ही तैयार रहें. महत्वपूर्ण जानकारी

 


* करणीदानसिंह राजपूत *


भारत सरकार के राजपत्र 11 मार्च 2021 में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार की अधिसूचना के अनुसार सिंगल यूज प्लास्टिक से बनी वस्तुओं पर 1 जनवरी 2022 एवं सिंगल यूज प्लास्टिक पोलीस्टाईरीन और विस्तारित पोलीस्टाईरीन वस्तुओं पर 1 जुलाई 2022 से प्रतिबंध लागू हो जाएगा।



जिला कलक्टर श्री जाकिर हुसैन ने बताया कि राजस्थान सरकार के उद्योग आयुक्त द्वारा जारी पत्र के अनुसार एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक उत्पादों के विनिर्माण, आयात, भण्डारण, वितरण, विक्रय एवं उपयोग को बंद करने एवं उसके वैकल्पिक उत्पादों को बढ़ावा देने के लिये सांकेतिक कार्य योजना भिजवायी जा रही है।

 जिला स्तर पर आयोजित होने वाली डीआरएम की नियमित बैठकोें के ऐजेण्डे में इसे शामिल कर संबंधित विभागों, ओद्यौगिक संघों, प्रतिष्ठानों के स्तर से व्यापक जानकारी दी जाये। 


* एक बार इस्तेमाल होने वाली

प्लास्टिक से बनी वस्तुएं जैसी प्लास्टिक स्टिक युक्त ईयर बड्स, गुब्बारों के लिये प्लास्टिक की डंडियां, प्लास्टिक के झंडे, कैंडी स्टिक, आईसक्रीम की डंडिया, पोलीस्टाइरीन (थर्मोकोल), सजावटी सामग्री 1 जनवरी 2022 से तथा एक बार इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक पोलीस्टाइरीन और विस्तारित पोलीस्टाइरीन वस्तुएं जैसे प्लेट, कप, गिलास, कांटे, चम्मच, चाकू, स्ट्रा टेª जैसे कटलरी, मिठाई के डिब्बों के ईर्द-गिर्द लपेटने, पैक करने वाली फिल्में, निमंत्रण कार्ड और सिगरेट पैकेट, 100 माईक्रोन से कम मोटाई वाले प्लास्टिक, पीवीसी बैनर, स्ट्रिई 1 जुलाई 2022 से उत्पादन, विनिर्माण, आयात, भण्डारण, वितरण, विक्रय एवं उपयोग पर प्रतिबंध लगेगा। 


सिंगल यूज प्लास्टिक की जगह वैकल्पिक उत्पाद


सिंगल यूज प्लास्टिक उत्पादों के वैकल्पिक उत्पादों के स्थापित होने वाली इकाईयों को मुख्यमंत्री लघु उधोग प्रोत्साहन योजना, प्रधानमत्री रोजगार सजृन योजना, राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना आदि में दी जा रही सहायता सुविधाओं की जानकारी ओद्यौगिक संघों, उद्यमियों को व आमजन को दी जाये। संभावित वैकल्पिक उत्पादों में लकड़ी एवं बांस की स्टिक, डंडियां, कपड़े के झण्डे, कांच, स्टील, पेपर, बोन चाईना, मिट्टी कांच, बांस, आयरन स्टील, लकड़ी स्टील, पत्ते, कपड़े के बैनर, सजावटी पेपर इत्यादि को वैकल्पिक के तौर पर उपयोग किया जा सकता है। ०0०

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