गुरुवार, 30 जून 2016

मोदी की हंसी वाली पुस्तक 'फेकूजी हवे दिल्ली मा:कोर्ट का प्रतिबंध से इनकार:


पुस्तक ने गुजरात में जबरदस्त हलचल मचाई: फेकू जी अब दिल्ली में
- विशेष समाचार-
29 जून 2016.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मजाक उड़ाने वाली गुजराती में छपी एक किताब ने जबरदस्त हलचल मचाई है और लोग उसे पढऩे को उत्सुक हैं। गुजरात में इसकी बिक्री खूब हो रही है। इस किताब का शीर्षक है,'फेकूजी हवे दिल्ली मा जिसका हिन्दी अर्थ होता है फेंकूजी अब दिल्ली में।



इस पुस्तक पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठी और गुजरात के एक कोर्ट में इसकी बिक्री पर रोक लगाने की याचिका दायर की गई। अदालत ने इस पुस्तक पर प्रतिबंध लगाने से इनकार कर दिया। सिविल अदालत के जज ए.एम. दवे ने संविधान के अनुच्छेद 19 का हवाला देते किताब पर प्रतिबंध लगाने की मांग करने वाली याचिका को खारिज किया। न्यायाधीश ने कहा कि किताब पर प्रतिबंध लगाना अभिव्यक्ति की आजादी के मूल अधिकार का उल्लंघन है।
सामाजिक कार्यकर्ता नरसिंह भाई सोलंकी ने यह याचिका लगाई थी। याचिका में कहा गया था कि किताब का उद्देश्य मोदी को बदनाम करना है।

 'फेकूजी हवे दिल्ली मा (फेकू जी अब दिल्ली में) नाम की यह किताब अहमदाबाद के पालड़ी निवासी कांग्रेसी कार्यकर्ता लेखक जे.आर. शाह ने लिखी और अपनी ही फर्म जे.आर. एंटरप्राइज से प्रकाशित कराई थी। मोदी जी द्वारा 2014 लोकसभा चुनावों में किए गए वादों में से अधूरे वादों पर गुजराती भाषा में ये किताब छप गई।
पाठक जानते हैं कि कई महीनों से मोदी जी को फेंकू नाम से हंसी में उड़ाया जा रहा है। भाजपा विरोधी कुछ राजनैतिक पार्टियों के बड़े नेता मोदी को इसी नाम से संबोधित कर हंसी उड़ाते रहते हैं और चैनलों पर भी इस प्रकार के व्यंग्य आते रहते हैं।




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