बुधवार, 25 अप्रैल 2018

भाजपा राजेन्द्र भादू सूरतगढ़ के विधायक:खूब जीते


कांग्रेस गंगाजल मील दुबारा नहीं
खा सके मिठाई- 


तीसरे नम्बर पहुंचे

खास रपट- करणीदानसिंह राजपूत
सूरतगढ़, 8 दिसंबर 2013.
भारतीय जनता पार्टी राजेन्द्रसिंह भादू विधायक चुन लिए गए है और उनकी यह जीत खूब हुई है। कांग्रेस के विधायक गंगाजल मील इस चुनाव में बुरी तरह से पिटे हैं कि नगरपालिका सूरतगढ़ के पापुलर अध्यक्ष बनवारीलाल और अन्य पापुलर लोगों का सहारा और साथ भी दुबारा मिठाई नहीं खा सके। यह कैसे हुआ? अब आगे का सारा समय सोचने का ही है।

 
सूरतगढ़ विधानसभा का रिकार्ड रहा है कि लगातार दो बार केवल मनफूलसिंह भादू ही 1962 व 1967 में जीते थे। उसके बाद लगातार कोई दुबारा नहीं जीता। दुबारा चुनाव लड़ा तो पराजय मिली। हां सुनील बिश्रोई दूसरी बार हारने के बाद तीसरी बार खड़े होने पर जीते मगर चौथी बार हार गए थे। उनकी पत्नी 1998 में जीती लेकिन 2003 में दुबारा चुनाव लड़ा तब भाजपा के अशोक नागपाल से बुरी तरह से हारी।गंगाजल मील दुबारा खड़े हुए और हाथ पसार पसार वोट मांगे लेकिन लोगों ने वोट नहीं दिए।
गंगाजल मील मुझे मत दो मुझे मत दो का राग अलापते रहे। प्रार्थना करते रहे। मुझे वोट दो।

लेकिन जनता ने उसका अर्थ अपने हिसाब से लगाया और दुहराया-मत दो..मत दो। यानि कि वोट मत दो।
नतीजा सबके सामने हैं। सताईस हजार की हार कम नहीं होती और उससे भी ज्यादा पीड़ा तीसरे नम्बर पर लगा दिए जाने की जिंदगी भर सालती रहेगी। अब यह इतिहास में लिखा जा चुका है और इसे कोई बदल भी नहीं सकता।
राजेन्द्र भादू को भाजपा के जबरदस्त बहुमत का लाभ मिलेगा और काम करने का अच्छा अवसर जो कई साल की पराजय के बाद मिला है।
उम्मीद की जानी चाहिए कि जनता की आशाओं पर वे खरे साबित होंगे।
राजेन्द्र भादू को काम करते वक्त यह भी ध्यान में रखना होगा कि जनता ने भाजपा की टिकट होते हुए भी रामप्रताप कासनिया को 2008 में और कांग्रेस की टिकट होते हुए भी गंगाजल मील को 2013 में तीसरे नम्बर पर पहुंचा दिया।


राजनीति में यही सच्च है कि जनता चाहती है तब सिर पर बैठाती है और मारती है तब बुरी तरह से मारती है।



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8-12-2013
अपडेट 29-1-2018.
अपडेट  25-4-2018.
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