मंगलवार, 26 मार्च 2013

शराबबंदी मांग:अनशनकारी पूर्व विधायक गुरूशरण से सीएम गहलोत दुबारा मिल:


सीएम ने कहा कमेटी गठित कर शराबबंदी का कोई हल निकालने का प्रयास किया जाएगा:

गुरूशरण के अनशन का सोलहवां दिन-स्वास्थ्य में निरंतर गिरावट

खास रपट- करणीदानसिंह राजपूत

सूरतगढ़, 26 मार्च 2013. राजस्थान में संपूर्ण शराबबंदी की मांग को लेकर जयपुर एसएमएस चिकित्सालय की गहन चिकित्सा इकाई में भी अनशन जारी रखे हुए पूर्व विधायक गुरूशरण छाबड़ा से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 25 मार्च को दूसरी बार मिले।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने छाबड़ा जी से कहा कि वे खुद शराबबंदी के हामी है। उन्होंने छाबड़ा को विश्वास दिलाया कि इसके लिए एक कमेटी बना कर विचार विमर्श कर शराब बंदी के प्रयास का कदम उठाया जाएगा।

मुख्यमंत्री के साथ में आबकारी मंत्री राजेन्द्र पारीक भी थे। पारीक पहले एकेले मिल कर गए थे। उसके बाद मुख्यमंत्री और पारीक आए मिले लेकिन छाबड़ा ने अनशन छोडऩा अस्वीकार कर दिया था। मुख्यमंत्री के दुबारा मिलने पर भी छाबड़ा ने कहा कि पहले शराबबंदी के लिए कोई ठोस कदम उठाया जाए।

छाबड़ा जी से राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री दर्रू मियां भी मिल कर गए थे।

छाबड़ा जी के आमरण अनशन के समर्थन में विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने जयपुर में उद्योग मैदान पर अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया है। छाबड़ा जी की पुत्रवधु पूजा छाबड़ा ने मीडिया के माध्यम से राजस्थान के समाजसेवी संगठनों व एनजीओ से शराबबंदी के कार्यक्रम में यहयोग की मां की है तथा आग्रह किया है कि वे अपने अपने स्थनों पर प्रदर्शनों मांगों के द्वारा सरकार तक बात पहुंचाएं।

गुरूशरण छाबड़ा जनता पार्टी की टिकट पर सूरतगढ़ सीट से चुनाव जीत कर 1977 में विधायक बने थे। उससे पहले वे आपातकाल में मीसा में विभिन्न जेलों में बंद रहे थे। उनके समाजसेवी कार्यों का इतिहास रहा है।


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