भाजपा नेता गंगाजल मील का निधन.राजनैतिक सफर.
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 17 फरवरी 2025.
सूरतगढ़ की राजनीति और कार्यों में जिस पापुलर नाम के लेने से हलचल मची रहती थी,उन गंगाजल मील पूर्व विधायक का आज करीब 82 साल की उम्र में हृदयाघात से निधन हो गया। मूल रूप से सूरतगढ़ तहसील के निरवाना ग्राम के निवासी मील पुलिस विभाग में रहे। बाद में वाईन व्यवसाय में रहे। राजनीति में सन् 2003 में पीलीबंगा से भाजपा टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन वहां भाजपा टिकट के दावेदार निर्दलीय प्रत्याशी रामप्रताप कासनिया से पराजित हुए। उसके बाद 2008 में भाजपा के वसुंधरा राजे राज पर आरोप लगाया और भाजपा छोड़ दी तथा कांग्रेस जोईन की। यहां भाग्य बदला। कांग्रेस की टिकट पर सूरतगढ़ विधानसभा सीट 2008 में जीती। यहां रामप्रताप कासनिया भाजपा को हराया। सन् 2013 में पुनः कांग्रेस टिकट पर सूरतगढ़ से दुबारा चुनाव लड़ा लेकिन भाजपा के राजेंद्र सिंह भादू से हार गये। इसके बाद 2018 में मील परिवार के हनुमान मील कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े लेकिन भाजपा के रामप्रताप कासनिया से हार गये। सन् 2023 में सूरतगढ़ से कांग्रेस की टिकट हनुमान मील के बजाय डुंगरराम गेदर को मिली। इससे नाराजगी हुई। गंगाजल मील ने कांग्रेस को त्याग दिया और रामप्रताप कासनिया भाजपा टिकट का साथ दिया। हालांकि मील के इस सहयोग से भी कासनिया जीत नहीं पाए। गंगाजल मील ने भाजपा में प्रवेश किया। गंगाजल मील की अपनी नीति रही। भाजपा में काम करने कराने का अपना अलग राजनैतिक तरीका है जिसमें मील कितने चल पाए यह भविष्य में कभी समीक्षा होगी।
* गंगाजल मील इस उम्र में भी निधन से पहले तक अपनी चला रहे थे। उनके निधन से सूरतगढ़ की राजनीति का एक महत्वपूर्ण चैप्टर बंद हो गया।०0०