गुरुवार, 21 नवंबर 2024

राजस्थान उच्च न्यायालय ने कालवा को अध्यक्ष पद पर फिर बैठाया






* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 21 नवंबर 2024.

राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर के मुख्य न्यायाधीश मनीन्द्र श्रीवास्तव एवं मुन्नुरी लक्ष्मण की डबलबैंच ने आज विशेष अपील पर सुनवाई कर एकल पीठ के निर्णय को स्थगित कर दिया जिससे ओमप्रकाश कालवा फिर से नगरपालिका अध्यक्ष पद पर आसीन हो गये।

एकल पीठ ने राज्य सरकार के द्वारा ओमप्रकाश कालवा को राज्य सरकार द्वारा सस्पेंशन रद्द कर बहाल किए जाने के आदेश को अस्वीकार करते हुए सस्पेंशन आदेश को कायम रखा था। एकल पीठ ने फैसले में लिखा था कि राज्य सरकार कार्य कराने के लिए किसी को अध्यक्ष नियुक्त कर सकती है। इस पर भाजपा के पार्षद जगदीश मेघवाल को वरिष्ठ होने के कारण 6 नवंबर को कार्यवाहक नियुक्त किया। आदेश का मालुम देरी से लगा और 11 नवंबर को जगदीश मेघवाल को कार्यभार ग्रहण कराया गया। जगदीश मेघवाल कुल 11 दिन कार्यवाहक अध्यक्ष रहे।

* उच्च न्यायालय की एकल पीठ के निर्णय के विरुद्ध ओमप्रकाश कालवा ने राजस्थान उच्च न्यायालय की डबल बैंच में अपील कर दी थी जिसका निर्णय आज 21 नवंबर 2024 को हुआ। कालवा की ओर से एडवोकेट गोपाल बॉस ने महत्वपूर्ण तथ्यात्मक बिंदु रखे जिस पर एकल पीठ के निर्णय को स्थगित कर दिया गया। इस कारण कालवा पुनः पद पर आसीन हो गये।

गोपाल बॉस ने नये बिंदु रखे जिनमें कहा गया कि ओमप्रकाश कालवा निर्वाचित प्रतिनिधि है। राज्य सरकार के बहाली आदेश में कोई कमी या गलती रही है तो उसके लिए कालवा जिम्मेदार नहीं है। सरकार की गलती का दोष कालवा को नहीं दिया जा सकता। एक निर्वाचित प्रतिनिधि को बहुत अधिक समय तक निलंबित नहीं रखा जा सकता।

* एडवोकेट गोपाल बॉस ओमप्रकाश कालवा के दामाद हैं। पुत्री प्रभा भी उच्च न्यायालय में एडवोकेट रजिस्टर हुई है और वह भी अपने एडवोकेट पति गोपाल बॉस के आरग्युमेंट्स सुनने को न्यायालय में उपस्थित थी।





* राजस्थान उच्च न्यायालय की डबल बैंच का निर्णय आज आने का किसी को अनुमान ही नहीं था। कुछ शातिर लोगों ने सोशल साइट ग्रुपों में झूठ भी फैलाया कि कालवा जगदीश मेघवाल के अध्यक्ष बनने के विरुद्ध अपील की है। कालवा नगरपालिका पहुंचे तब जगदीश सीट पर थे। दोनों मिले। कालवा ने कहा जगदीश ने जो कार्य शुरु किये हैं जारी रहेंगे और कामों में भी उनकी सलाह साथ रखेंगे।

* ओमप्रकाश कालवा को परसराम भाटिया बसंतकुमार बोहरा ( कांग्रेसी पार्षद) आदि ने कांग्रेस सरकार काल में सीवरेज के गलत भुगतान की शिकायत कर सस्पेंड कराया था। भाजपा सरकार आने पर कालवा जांच के विचाराधीन बहाल कर दिए गये। इस पर परसराम भाटिया आदि ने उच्च न्यायालय में रिट लगाई। कालवा फिर सस्पैंड हो गये। अब 21 नवंबर 2024 को सीट पर आना बहुत मायने रखता है। हालांकि 25 नवंबर तक ही कार्यकाल होने और प्रशासक लगाए जाने की संभावना है।

* कालवा के पद पर आसीन होने की खुशियां मनाई गई। पार्षदों और भाजपा कार्यकर्ताओं मित्रों लोगों आदि ने पूर्व विधायक राज्य मंत्री रामप्रताप कासनिया के आवास और पालिका कार्यालय के आगे पटाखे बजाए। कालवा को मालाएं पहना कर सीट पर स्वागत किया गया। मिठाइयां खिलाई गयी। कालवा भी कासनिया निवास गये और बधाई दी। पार्षदों ने कालवा से जोरदार शब्दों में कहा कि जो कार्य करने हैं सख्ती बरतते हुए शीघ्र ही करें क्योंकि कार्यकाल की अवधि कम है।०0० 






यह ब्लॉग खोजें