बुधवार, 5 जून 2024

सीवरेज भुगतान मामले में पुलिस जांच में तेजी.

 


करणीदानसिंह राजपूत *


सूरतगढ 5 जून 2024.


ओमप्रकाश कालवा के विरुद्ध सीवरेज मामले में फर्जी 1करोड 45 लाख रू कं को करने के आरोप में पुलिस दर्ज मुकदमें की जांच करने सुजानगढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूरतगढ़ आए हैं। उन्होंने कुछ लोगों के बयान लिए हैं। मौके पर भी 6 जून को निरीक्षण करेंगे।

इस प्रकरण में नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष बनवारीलाल मेघवाल ने पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया था। उक्त मुकदमा अदालत में इस्तगासा करने पर अदालत के आदेश से सिटी पुलिस थाने में 396/23 दर्ज हुआ था। कालवा इस मुकदमे की प्राथमिकी को क्वैश( निरस्त) करवाना चाहते थे।


* उक्त मुकदमें बनवारी लाल ने अपना पक्ष रखा। पुलिस एफ आर लगाने वाली थी। उच्च न्यायालय ने एसपी को जांच के लिए कुछ निर्देश दिए। इसके बाद एसपी ने जांच के कुछ बिंदु तय किए।
इसके बाद ओमप्रकाश कालवा जांच सीआईडी सीबी में ले गए। वहां फाईल काफी दिनों तक पड़ी रही।
फिर यह जांच सुजानगढ़ के एसपी को सौंपी गई। उसमें पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष बनवारीलाल मेघवाल के बयान हो चुके हैं। सुजानगढ़ में नगरपालिका स्टाफ के भी बयान हुए। कुछ महीनों से फाईल पड़ी थी। अब शायद सरकार के कड़े निर्देश हैं इसलिए प्रकरणों की जांच में तेजी आई है।
* यह घोटाला तो हुआ काजल के अध्यक्षता काल में। भुगतान के दस्तावेज एमबी में इन्द्राज भी होगये। फिर भुगतान रोका गया। जिस रूडको अभियंता ने भुगतान रूकवाया उसी ने बाद में भुगतान करने का लिखा।यह भी लिखा कि नगरपालिका अपने स्तर पर भी जांच कराले। सा.नि.वि. की जांच रिपोर्ट में लिखा था कि मौके पर अब कुइयां आदि हटाने का मालुम करना संभव नहीं है क्योंकि सड़क बन गई है।
जिन लोगों ने शिकायत की उनमे से ही कुछ ने लिखा कि गलत फहमी में शिकायत की थी। इन्होंने फिर कलेक्टर की जांच में फिर बयान बदले और भुगतान को गलत बताया।
अब इसमें फाईल बड़ी होती गई है और तकनीकी रूप में क्या निकलेगा? यह प्रमाणित करना भी असंभव होगा कि बदनियती से कं को भुगतान किया गया। हालांकि इस बार यह जांच पूरी होगी। यदि इसमें एफ आर लग जाती है तो ओमप्रकाश कालवा को डीएलबी की न्यायिक जांच और बहाली में लाभ मिलने की गुंजाइश बन जाएगी। शिकायत कर्ता पक्ष भी पूरा प्रयास कर रहा है कि जांच पूरी हो और कालवा का व अन्य का अदालत में चालान हो.०0०

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