रेलपुल पर खड़ी लड़की ने मोबाइल पर कहा कोचिंग में हूँ:सूरतगढ़ की कहानी
* करणीदानसिंह राजपूत *
15 फरवरी 2024 का दिन। समय करीब दिन का 1-50 बजे। सूरतगढ़ रेलवे का ढलान पुल। पुल से गुजरता व्यक्ति देखता है एक युवा लड़की।बैंगनी से रंग का कुरता और पाजामा।पांवों में पंजाबी जूतियां।
हाथ में मोबाइल। मोबाइल पर रिंग आती है।
लड़की बोलती है- "हैलो पापा". मैं अभी सी कालेज में हूं।
* व्यक्ति चौंकता है।लड़की रेलवे पुल पर है और पिता को ही झूठ कहती है कि कोचिंग कालेज में हूं। रेलवे में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं।
💐 सूरतगढ़ एज्युकेशन हब बन गया है। बाहर से सैंकड़ों युवा लड़के और लड़कियां हजारों की संख्या में यहां शिक्षा लेते हैं।
उनके माता पिता बड़े भरोसे पर उच्च अधिकारी बनाने के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग करने के लिए यहां भेजते हैं।
👍 बार बार अनेक बार आवाज उठती रही है। अपराध बढ रहे हैं। नशा बढ रहा है।कोचिंग संस्थान चलाने वाले पेईंग गेस्ट हॉस्टल चलाने वाले बढ रहे हैं।
👍 सस्ते कोचिंग के लिए माता पिता सूरतगढ़ भेजते हैं। भरोसा होता है संतान पर। फिर भी देखना संभाल लेना भरोसे को मजबूत ही बनाएगा। बात विडिओ से होतो बेहतर।
* यह एक घटना है।
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