दो बार हारी कांग्रेस सूरतगढ को जिला घोषित कर भाजपा से टक्कर ले सकेगी.
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ को जिला घोषित करने के लिए अशोक गहलोत सरकार के पास सब है लेकिन अब समय अवधि 10 दिन है जिसमें वे घोषणा कर सकते हैं।
सूरतगढ में कांग्रेस लगातार 2 बार हारी हुई बुरी हालत में है जो जिले की घोषणा होने पर भाजपा से अच्छी टक्कर लेने की स्थिति में आ सकती है।
* सूरतगढ को जिला घोषित करने के लिए सरकार के पास सब कुछ तथ्य है मगर अशोक गहलोत को दबाव से यह बात कहने वाला नेता सूरतगढ में कांग्रेस के पास नहीं है। जब नये जिले बनाने के लिए रामलुभाया समिति बनाई गई उसके बाद कांग्रेस के नेताओं को सक्रिय होना चाहिए था।
* शिल्प एवं माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष राज्यमंत्री डुंगरराम गेदर पावर भले ही रखते हों लेकिन यहां पर वे भी सामान्य रूप से ही गहलोत को कह पाए हैं।
** पूर्व विधायक गंगाजल मील इस महत्वपूर्ण मामले में अब तक दूर ही रहे। जनता मील परिवार को कहती रही मगर वे गहलोत को कहने जयपुर नहीं जा पाए । हो सकता है 2 बार की लगातार हार मील परिवार की कमजोरी रही हो।
* श्री डुंगरराम गेदर और पूर्व विधायक गंगाजल मील से सूरतगढ को जिला बनाओ विषय पर मेरी वार्ता भी हुई। लेकिन जितना दबाव डालने की आवश्यकता थी उस बाबत दोनों चुप रहे।
* कांग्रेस के टिकटार्थी भी इस विषय पर गंभीर नहीं रहे। सभी चुप रहे और आजतक चुप हैं।लोग चाहते हैं कि सूरतगढ अभी अशोक गहलोत सरकार में ही जिला बन जाए।
* सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसियों को चाहिए कि वे कांग्रेस के वरिष्ठ राष्ट्रीय नेता जनाब काजी निजामुद्दीन को कह दें कि वे अशोक गहलोत को सूरतगढ को जिला घोषित करने का कहें। ०0०
19 सितंबर 2023.
करणीदानसिंह राजपूत,
पत्रकार,
सूरतगढ।
94143 81356.
******