शुक्रवार, 11 अगस्त 2023

भाजपा और कांग्रेस के नेता तथा टिकटार्थी लोगों से बहुत कुछ छुपा रहे हैं.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

राजनीतिक नेता और टिकटार्थी खुद के चुनाव लड़ने नहीं लड़ने की जानकारी छुपा रहे हैं।

उनकी जनता में क्या स्थिति है? कब चुनाव लड़ने की घोषणा करेंगे? फोन से जुड़ी होती बातों को जानकारी को जनता से सांझी नहीं कर रहे। 

जनता से छिपा रहे हैं जो बातें जो जानकारियां जनता के बीच आनी चाहिए उसे छुपाने का मतलब!

ऐसे व्यवहार से लगता है कि अपने आप को अधिक चतुर समझ रहे हैं और जनता को नासमझ समझ रहे हैं। जबकि सच्चाई में जनता अधिक चतुर है। नेता बोलें या नहीं बोलें, जानकारी दें या जानकारी ना दें, लोग हर बात की जानकारी निकाल लेते हैं।

* नेता छुपाए तो भी छुप नहीं पाए यह स्थिति सूरतगढ़ में बनी हुई है। 

* भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पार्टी दो बड़ी पार्टियों में मानी जाती है। दोनों पार्टियों में अपने आप को बड़े नेता कहने वाले,अपने आप को सबसे अधिक पावरफुल समझने वाले जानकारियां छुपाने में लगे हुए हैं। 

* कुछ लोग टिकटार्थी हैं चुनाव के लिए मुंह  तो धोए हुए हैं। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी में जयपुर दिल्ली में मिल रहे हैं। किसी प्रकार से उनको पार्टी में टिकट मिल जाए। इससे पहले वे पार्टी का दामन कैसे थामें?पार्टी में तभी आएं जब टिकट का पूरा आश्वासन मिल जाए। दोनों पार्टियों में इस तरह के टिकटार्थी बड़ी होशियारी से 'मिलन' कर रहे हैं। 'पांव धोक' चरण स्पर्श भी कर रहे हैं। सही और स्पष्ट तो चरण चूमना शब्द बनता है।

नेता यह बातें छुपाते हैं लेकिन कहीं ना कहीं से यह छुपी हुई बातें मालूम हो जाती है किसके यहां हाजिर हुए किसके यहां चरण स्पर्श कर निवेदन किया किसके यहां गिड़गिड़ा और अपने आप को सर्वश्रेष्ठ स्वच्छ बताया भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी दोनों में टिकट मांगने वाले वे ट्रैक्टर थी लगातार पहुंच रहे हैं जो अपने क्षेत्र में यहां से चुनाव लड़ना चाहते हैं वहां की जनता से जो छुपा रहे हैं और बड़े नेताओं की तरह-तरह से हाजिरी भर रहे हैं चुनाव के अब चंद दिन बाकी है राजनीतिक दलों को दोनों पार्टियों में पुराने दिग्गज कार्यकर्ता ही दबाव डाले हुए हैं ऐसे में अचानक नए प्रवेश को कोई अहमियत क्यों देगा।

 जो टिकटार्थी कांग्रेस और भाजपा के नेताओं के हाजिरी भर रहे हैं जनता से छुपा रहे हैं उनको यह कार्य चालू रखना चाहिए ताकि उनका भेद बना रहे। 

मेरा यह मानना है कि ऐसे टिक्टार्थी जो शर्त पर राजनीतिक दलों में प्रवेश करना चाहते हैं वे बहुत बड़े पावरफुल होने चाहिए लेकिन ऐसा कोई पावरफुल नेता नजर नहीं आ रहा जो शर्त लगाए और पार्टी उसे अपना सदस्य बना कर टिकट दे दे।०0०

11 अगस्त 2023.

करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार,

( राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से अधिस्वीकृत)

सूरतगढ़ ( राजस्थान )

94143 81356.

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