शनिवार, 18 फ़रवरी 2023

भ्रष्टाचारी को हटाना है तो उसमें लेनदेन का भ्रष्टाचार तो नहीं हो.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

चैयरमैन को भ्रष्टाचारी कह कर हटाने की घोषणा और कार्य हो तो उसमें विरोध में एकजुट होने के लिए पार्षदों द्वारा रुपये लिए जाऐं और वोट किए जाएं तो यह तो घोर अनुचित कार्य है। 

चैयरमैन अपने पद को बचाने के लिए पार्षदों को रुपये देकर साथ रखे तो यह भी घोर अनुचित कार्य है।

इस तरह से तो ईमानदारी और बेईमानी का कोई मतलब ही नहीं रह जाएगा। 

* चैयरमैन को अविश्वास प्रस्ताव से हटाना है  तो पैसे कौन लगाएगा? यह सवाल भी साथ में उठने लगा है। 

धूर्त तो जवाब देगा कि कांटे से कांटा निकालना है। जो नया आएगा और धन लगा कर आएगा तो  खर्च किए धन को येनकेन प्रकारेण वसूल करेगा। नये को ईमानदार तो नहीं कह सकते। ऐसी चर्चाओं पर विराम लगना चाहिए। ०0०






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