मंगलवार, 21 फ़रवरी 2023

कालवा के विरुद्ध अविश्वास: विधायक कासनिया का कोई एक्शन क्यों नहीं?

 




* करणीदानसिंह राजपूत *


नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा की अध्यक्षता में चलती बैठक में विधायक रामप्रताप कासनिया के साथ अशोभनीय व्यवहार किया गया था,मगर अब कालवा के विरुद्ध कासनिया का कोई एक्शन नहीं होना,जनचर्चा बना है।


ओमप्रकाश कालवा पर आरोप है कि उन्होंने सीवरेज का घोटाला किया और पालिका कोष से 1 करोड़ 60 लाख का भुगतान कर दिया। कासनिया ने विधानसभा में सीवरेज घोटाले पर बयान दिया और उसके बावजूद इतनी राशि के गलत भुगतान किए जाने पर महीनों से चुप हैं। 

* कालवा पर सीवरेज फ्रॉड का मुकदमा सूरतगढ़ थाने में दर्ज है। भाजपा के कुछ पार्षदों ने नगरपालिका कार्यालय के सामने कालवा हटाओ मुहिम का धरना लगा रखा है। 

* कालवा के विरुद्ध अविश्वास पर काम चल रहा है और अविश्वास की कार्यवाही में भाजपा के रोल पर कासनिया का एक्शन नहीं होना लोगों को खल रहा है। भाजपा पार्षदों को टिकट चुनाव सब कासनिया की देखरेख और सहमति से हुआ था। अब भाजपा पार्षदों को कासनिया ही कहें लेकिन कासनिया ने कोई एक्शन नहीं लिया। भाजपा पार्षदों को बिना निर्देश के खुला छोड़ दिया गया है। पार्षदों की एक बैठक कासनिया ने 20 फरवरी को की जिसमें अविश्वास प्रस्ताव बाबत निर्णय करने का अधिकार कासनिया पर छोड़ दिया। भाजपा के धरना लगा रहे पार्षदों ने बैठक में कासनिया से साफ कह दिया कि वे कालवे को हर हालत में हटाना चाहते हैं। इस बैठक को हुए चौबीस घंटे बीत गये और 21 फरवरी को तो कासनिया का निर्णय घोषित होना चाहिए था। कासनिया द्वारा एक्शन नहीं लिया जाने का मतलब यह निकाला जा रहा है कि भाजपा पार्षदों को कालवा का विरोध करने से रोका जा रहा है क्या?

* भाजपा के लिए क्या कदम होगा? इस पर कासनिया को अपना एक्शन 22 फरवरी तक घोषित कर देना चाहिए ताकि अफवाहें जन्म न लें। भाजपा के जो पार्षद ओमप्रकाश कालवा को हटाने की मुहिम पर धरना लगाए हुए हैं, उन पार्षदों के प्रति भी कासनिया की जिम्मेदारी बनती है। एक बड़ा सवाल बन रहा है कि कालवा बचता है तो कासनिया का कौनसा हित पूरा होगा?

कांग्रेस नेता कालवा के भ्रष्टाचार पर बोले हैं और हटाना चाहते हैं मगर आश्चर्य यह है कि पावरफुल बताने वाली भाजपा पार्टी के नेता चुप हैं। भाजपा का एक भी नेता नगरपालिका में और ओमप्रकाश कालवा पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों पर नहीं बोला। कांग्रेस में आग लगी है तब भाजपा और कासनिया को तो उसमें लकडियाँ डालने में देरी नहीं करनी चाहिए।०0०

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