गुरुवार, 16 फ़रवरी 2023

रामप्रताप कासनिया ने 7 हजार से अधिक किसानों को जमीनें दिलवाई.( रिकॉर्ड)

 



करणीदानसिंह  राजपूतः


सूरतगढ़ तहसील के टिबा क्षेत्र में करीब 5 हजार किसान परिवारों को रामप्रताप कसनिया के विधायक कार्यकाल और वसुंधरा राजे के मुख्यमंत्री काल में सन 2007-2008 में बारानी भूमि दो मुरब्बा तक का मुफ्त में खातेदारी अधिकार दिया गया।

50 सालों से किसान पीढ़ी दर पीढ़ी टीसी( अस्थायी) जोत रहे थे लेकिन मालिकाना अधिकार नहीं था। यह जमीन निशुल्क दी गई। कोई कीमत नहीं ली गई। 


* इसके अलावा करीब दो हजार से ज्यादा किसानों को बालिग पुत्रों की भूमि पुख्ता आवंटित की गई।

* यह एक महत्वपूर्ण रिकॉर्ड है जिसका कोई मुकाबला नहीं है। किसी भी विधायक के कार्यकाल में इतना बड़ा कार्य नहीं हुआ। 


 ** इसके अलावा रामप्रताप कासनिया के पूर्व के विधायक काल में रायसिख आदि को जमीने आवंटित की गई। विभिन्न प्रकार के समाज जो नहर निकलने के समय से जमीनों पर काबिज थे मगर उनके पास पट्टा नहीं था उनको पुख्ता आवंटन नहीं था। वे जमीनों के मालिक नहीं थे। ऐसी हजारों बीघा जमीन रामप्रताप कसनिया के विधायक काल में और मुख्यमंत्री वसुंधरा के राज में खातेदारी अधिकार मालिकाना अधिकार दिए गए। यह काम बहुत बड़ा काम था लेकिन कासनिया के काल में हुआ।


करीब चालीस पचास सालों से जो किसान जमीनों पर थे उनको मालिकाना अधिकार दिए गए।

* कासनिया के काल में ही सेम ग्रस्त इलाकों का भी कायापलट करवाने के लिए करोड़ों रुपए की योजनाएं बनाई गई। जहां अब खेती हो रही है। 

*रामप्रताप कसनिया सन 2003 से 8 तक पीलीबंगा के निर्दलीय विधायक थे। 

उस समय सूरतगढ तहसील का  टिब्बा व अन्य क्षेत्र पीलीबंगा में था।

** कासनिया का 2018 में विधायक बनने के बाद विधायक कोटे से अनेक कार्य हुए हैं। 

** इस लेख में वे पुराने कार्य हैं जो बड़े कार्य हैं। लोग भूल गये हैं और 20-22 साल वाले जवानों को मालुम नहीं है।

16 फरवरी 2023.

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