बुधवार, 14 सितंबर 2022

सूरतगढ़: रिद्धि बैद का 51 दिवसीय निराहार उपवास कम उम्र में महानता- आचार्य विजयानंद


* करणीदानसिंह राजपूत * 

सूरतगढ़ 14 सितंबर 2022.

तीर्थंकर भगवान भी अपने कर्मों की निर्जरा के लिए तप का आलंबन लेते थे। तप, संयम और साधना यदि जीवन में आ जाए तो यह सोने में सुगंध का काम करता है।यह उद्गार जैन संत श्री विजय जयानंद सुरिश्वर जी महाराज ने बुधवार को श्री आत्म वल्लभ आराधना भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में कहे। 

उन्होंने कहा कि हम यहां हों या न हों सूरतगढ़ में तप संयम साधना चलती रहती है। त्याग से तेजस्विता बढती है और वातावरण सुगंधित होता है।

उन्होंने कहा कि अतीत से अनुभव मिलता है और यदि हम वर्तमान में अच्छा बनते हैं तो हमारा भविष्य भी अच्छा होगा। 

सूरतगढ़ प्रेस की प्रशंसा करते हुए आचार्य श्री ने कहा कि स्थानीय प्रेस ने धार्मिक समाचारों को विशेष रुप से प्रमुखता दी है जिससे तपस्वीयों का मनोबल बढ़ा है। 



रिद्धि बैद की 51 दिन की तपस्या के निमित्त आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए गणी श्री जय कीर्ति विजय जी महाराज ने कहा कि जिस तरह से अग्नि का एक कण कचरे को भस्मीभूत कर देता है उसी तरह कर्मों की मलिनता पर जब तपस्या की अग्नि पड़ती है तो हर तरह के कर्म के कचरे का क्षय हो जाता है।


 रिद्धि बैद ने तप के शिखर पर स्वर्ण कलश चढ़ाने का कार्य किया है। भगवान पार्श्वनाथ की कृपा और आचार्य जयानंद सुरिश्वर जी महाराज की मेहरबानी से रिद्धि ने छोटी उम्र में 51 दिन का तप किया है जो अनुमोदनीय है।


जैन परंपरा में निराहार उपवास में सूर्योदय होने पर सुबह 10 बजे से सूर्यास्त तक उबालकर मटकी में रखा पानी ही पीते हैं। उपवास के समय रात्रि में कुछ भी सेवन नहीं करते।


* आचार्य श्री भोले बाबा के सूरतगढ़ पधारने पर छोटे छोटे बच्चों तक ने आठ आठ दिन की तपस्या की है।

उन्होंने बताया कि 16 तारीख को श्री जैन मंदिर से रिद्धि बैद की वरघोड़ा (भव्य रथयात्रा) निकाली जाएगी जो शहर के विभिन्न मार्गो से होती हुई श्री विजय वलभ जैन धर्मशाला पहुंचेगी, जहां तप अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। आचार्य श्री वहां रिद्धि का पारणा करवाएंगे। संध्या को भक्ति संगीत संध्या होगी। 


💐रिद्धि बैद श्री सुशील कुमार बैद की पुत्री और दिलात्मप्रकाश जैन (स्वर्गीय) की पौत्री है।💐




17 तारीख को दिलात्म प्रकाश डालचन्द बैद परिवार के सौजन्य से श्री विजय वल्लभ जैन धर्मशाला में क्षमापना संक्रांति महोत्सव मनाया जाएगा। 

प्रवक्ता संजय बैद ने बताया कि इतनी छोटी उम्र में रिद्धि बैद की यह 51 दिन की तपस्या संभाग की अब तक की सबसे बड़ी तपस्या है। 


वरिष्ठ पत्रकार करणीदानसिंह राजपूत ने आचार्य श्री से सूरतगढ़ की प्रेस को आशीर्वाद प्रदान करने का आग्रह किया। आचार्य श्री ने आशीर्वाद प्रदान करते हुए सूरतगढ़ प्रेस की धार्मिक समाचारों को प्रमुखता देने की प्रसंशा की।

श्री संघ द्वारा उपस्थित सभी पत्रकार बंधुओं का बहुमान किया गया। सभी पत्रकारों को चंदन का तिलक लगा कर मोतियों की माला पहनाई गई।

 पत्रकारों करणीदानसिंह राजपूत स्वतंत्र पत्रकार, ब्रह्मप्रकाश शर्मा दैनिक भास्कर, मनोज कुमार स्वामी पंजाब केसरी, शिवशंकर सारड़ा सीमा संदेश, राजेन्द्र जैन फस्ट इंडिया चैनल पत्रकार, विजयस्वामी चैनल पत्रकार, राजेन्द्र उपाध्याय स्वतंत्र, नवलकिशोर भोजक हांसल समाचार एवं प्रवीण डी.जैन का सम्मान किया गया।


इस अवसर पर श्री पार्श्वनाथ जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र चोपड़ा, सचिव सुशील सेठिया, उपाध्यक्ष पवन गोलछा, प्रवीण जी जैन, चंद्रेश गोलछा, संजय डागा,जिनेश बैद और कुमार पाल बैद भी उपस्थित थे।

* दोपहर को श्री विजय कुमार बैद परिवार की ओर से रिद्धि बैद के मेहंदी लगाने का कार्यक्रम आराधना भवन में रखा गया जिसमें समाज की सभी महिलाएं उपस्थित रही।०0०🎂

* करणीदानसिंह राजपूत,

स्वतंत्र पत्रकार ( राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से अधिस्वीकृत)

सूरतगढ़ ( राजस्थान)

94143 81356

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