** करणीदानसिंह राजपूत **
तिरंगा यात्राएं तिरंगा महोत्सव
भारत से भ्रष्टाचार खात्मे का
अभियान बनाने का संकल्प हो
यही आजादी का अमृतमहोत्सव हो।
तिरंगा हाथ में ले चले गण
जयकारे लगा रहे संग संग
जिसने तिरंगा थामा हो
देखो वह भ्रष्टाचारी न हो।
तिरंगा थामे शान से कहो
अब नहीं चलेगा भ्रष्टाचार
नहीं चलने देंगे भ्रष्टाचार
यही सौगंध रहेगी हमारी।
देश को लूटते रहे आक्रांता
अब दोनों हाथों लूट रहे नेता
राज कुर्सी के लिए मत करो
तिरंगे के नीचे करोड़ों का खेला।
देश की चिंता करो यह रहेगा
न कुर्सी कभी रही न जीवन रहा
इतना जानकर और मानकर भी
मद में नहीं मान रहे ईश्वरीय खेला।
देश में कुर्बानियों का इतिहास रहा
उन वीरों का मान सम्मान करें
नारी संग तिरंगे का पूजन करें
ऐसा हो आजादी अमृतमहोत्सव।
आजादी भी है और भयावह दृश्य
भूखे नंगे सर्दी गर्मी धरती बिछौना
तिरंगे के तीन रंगों में सभी समान
फिर गरीब और गरीबी क्यों हो।
तिरंगे की शान में खत्म करो
अमीरों की पूजा गरीबों को ठोकर
अमीर करोड़ों डकार मौज करे
गरीब का घर नीलाम हो जाए।
तिरंगे की शान में अत्याचार खत्म हों
दफ्तरों में अफसरशाही कमीशन
सत्ता में उलट पुलट की बेईमानी
तिरंगा थामे संकल्प से खत्म हो।
आजादी के अमृतमहोत्सव में
धर्म कर्म संबंध सभी के नेक हों
इस संकल्प संग तिरंगा फहराएं
कि हम नहीं रहेंगे यह देश रहेगा।
💐 रक्षाबंधन पर्व.11 अगस्त 2022.
* करणीदानसिंह राजपूत,
स्वतंत्र पत्रकार
( राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से अधिस्वीकृत)
सूरतगढ़ ( राजस्थान )
94143 81356.
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