सूरतगढ़ में पूजा भारती की मोहल्ला सभाओं में महिलाओं की उमड़ती भीड़ की हर ओर चर्चा
* विशेष रिपोर्ट- करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ 9 मई 2022.
शराबबंदी अभियान की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूजा भारती छाबड़ा ने शराबबंदी के अलावा शहर की गली मोहल्ले तक की समस्याओं को मिल बैठकर सुनने और बोलने से महिलाओं के बीच खासी लोकप्रिय हो रही है। पूजा छाबड़ा ने करीब एक महीने ने अनेक धार्मिक सामाजिक कार्यक्रमों में भाग लेने के अलावा अनेक मोहल्ला सभाएं की है।
गरीबों की बस्तियों में सैंकडों समस्याएं शराब और नशे से जुड़ी होती है जिससे महिलाएं और लड़कियां सर्वाधिक परेशानियां भोगती है। एक प्रकार से नारकीय जीवन होता है। पूजा भारती इन समस्याओं को दूर करने के लिए मोहल्लों में पहुंच रही हैं।
सूरतगढ़ के पूर्व विधायक स्व.गुरशरण छाबड़ा ने राजस्थान में संपूर्ण शराबबंदी और लोकपाल नियुक्ति की मांग को लेकर जयपुर में आमरण अनशन में प्राण त्याग दिए थे। उन्हीं शहीद गुरू शरण छाबड़ा की बड़ी पुत्र वधु हैं पूजा छाबड़ा जो अनेक गांवों को शराबमुक्त करा चुकी हैं।
सूरतगढ़ में गुरूशरण छाबड़ा की 9 जून को जयंती बड़े रूप में मनाई जाएगी जिसके लिए मोहल्ला सभाओं में निमंत्रण भी दिए जा रहे हैं। यह माना जा रहा है कि छाबड़ा जयंती पर महिलाओं की संख्या सर्वाधिक होगी। सूरतगढ़ गुरूशरण छाबड़ा की मुख्य कार्यस्थली रही है।
सूरतगढ़ में पूजा छाबड़ा के कई कार्यक्रम पिछले वर्षों में हो चुके हैं लेकिन अब लगातार कार्यक्रमों के होने से शहर में पूजा छाबड़ा पूजा छाबड़ा होने लगा है।
अनेक समस्याओं पर मुखर रहने वाले सामाजिक संगठन" सूरतगढ विधानसभा बचाओ संघर्ष समिति" के संयोजक रामप्रवेश डाबला के एक बयान मे कहा गया है कि समिति की ओर से "घर चौपाल सर्वे अभियान" चल रहा है, जो शहीद गुरशरण छाबड़ा जयंती 9 जून तक चलेगा। इस अभियान के तहत संघर्ष समिति नित रोज वार्डो मे मिटिंग नुकड़ सभाएं आयोजित कर आम जन की मूलभूत समस्याओं को सुन रही है,आमजन को अपने हक अधिकार के प्रति सजग कर, जनहित की सरकारी योजनाओं की जानकारी दे रही है
संघर्ष समिति के" घर चौपाल अभियान के तहत गत एक माह मे शहर के वार्डो मे 16 मिटिग नुकड सभाएं आयोजित की जा चुकी हैं जिनमें मुख्य वक्ता पूजा भारती छाबड़ा रही हैं।
शराब बन्दी आंदोलन की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूजा छाबड़ा देखने मिलने सुनने के लिये भीड़ उमड़ पड़ती है। महिलाओं मे पूजा भारती का आकर्षण बढता जा रहा है। डाबला ने बताया कि वार्डो में आयोजित अब तक की इन 16 नुकड़ सभाओं के माध्यम से पूजा भारती छाबड़ा ने हजारों परिवारों से रूबरू हो कर शहीद छाबड़ा जयंती समारोह मे आने का निमंत्रण दे चुकी है।
संयोजक डाबला के बयान मे बताया गया कि कच्ची बस्तीयों के लोग पानी की बूंद बूंद को तरस रहे है। बस्तियों का नियमन जरुरी है। पट्टा नही है बिना पट्टे के मकान पर किसी सरकारी आवास आदि योजनाओं का लाभ नही,जब घर ही अपना नही,सड़क, बिजली ,पानी,नाली की क्या बात करें हालात बड़े दयनीय खस्ता है,लोग भय के साये मे जी रहे है,पता नही कब अतिक्रमण के नाम पर सरकार की गाज गिर जाये,आशियाने तौड दिये जाये,गरीब सड़क पर आ जाये,हम जनहितों की रक्षा के लिये,गत दो वर्षो से संघर्षरत है,लेकिन सरकार में हमारी बात को मजबूती से रखने वाला नेता नही था इसलिए हमने पूजा भारती का सहारा लिया।
पूजा छाबड़ा गरीबों की आवाज बन रही है।
जनहित के मुद्दों पर संघर्ष समिति की पूरी टीम पूजा भारती के साथ छाया की तरह काम कर रही है।
संघर्ष समिति की महिला विंग की अध्यक्ष मोहनी शर्मा,उपाध्यक्ष रानी देवी मेघवाल,रोशनी देवी नायक, विजय लक्षमी वाल्मीकि,संयुक्त सचिव गोपाल दास सिंधी, उपाध्यक्ष प्रेम सिह औड,सुंदरा मेघवाल, सुमन रैगर,सुरमा देवी भाट,सरोज भाट,शंकर नाथ,उमा देवी नायक,बलबीरसिंह मोहल्लों में जुटे हैं।०0०