सूरतगढ।
सन 1975 मे 26 जून को देश में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरागांधी की सरकार द्वारा देश में इमरजेंसी लगाए जाने बाद जेलों में बंदी रहे लोकतंत्रता सेनानियों व अन्य लोकतंत्र प्रेमियों ने आपातकाल लगाने के दिन को यहां काला दिवस मनाया । यह कार्यक्रम शहीद गुरूशरण छाबड़ा स्मारक पर हुआ।
इस मौके पर सबसे बडे़ सितयासी वर्षीय लोकतंत्रता सेनानी गुरनाम सिंह कम्बो ने सबसे पहले व बाद में अन्य लोकतंत्र सेनानियों करणीदान सिंह राजपूतऔर महावीर तिवाड़ी ने छाबड़ा जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद उपस्थित सभी ने माल्यार्पण किया।
इस मौके पर करणीदानसिंह राजपूत, पूर्व विधायक अशोक नागपाल,बद्री प्रसाद शर्मा , बिनाणी, एडवोकेट एन.डी.सेतिया, गुरूशरण छाबड़ा शहीद स्मारक के सेवादार बलदेव तनेजा,महावीर प्रसाद तिवाड़ी एडवोकेट आनन्द शर्मा, राजस्थानी साहित्यकार मनोजकुमार स्वामी ने अपने विचार रखे ।
गौरतलब है कि देश में लगाए गए उस वक्त के आपातकाल के दिन ही 26 जून 1975 को देश में दो स्थानों पर आपातकाल के विरोध में सभाएं हुई। एक दिल्ली में अरूण जेतली के नेतृत्व में हुई।
राजस्थान में उसी दिन आपातकाल विरोधी सभा गुरुशरण छाबड़ा के नेतृत में आयोजित हुई थी । ०0०
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