गुरुवार, 18 मार्च 2021

राजस्थानी मोट्यार परिषद की प्रदेश कार्यकारिणी घोषित - राजस्थानी भाषा आंदोलन को गति मिलेगी.

 


* करणीदानसिंह राजपूत *


सूरतगढ 18 मार्च 2021.

राजस्थानी भाषा आंदोलन को गति देने की दृष्टि से राजस्थानी मोट्यार परिषद के प्रदेशाध्यक्ष शिवदान सिंह जोलावास ने प्रदेश स्तरीय कार्यकारिणी की घोषणा की है । जोलावास के अनुसार 

*कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष दीपक मेहता जयपुर  , 

*प्रदेश महामंत्री प्रह्लाद सिंह झोरड़ा नागौर , *उपाध्यक्ष जगदीश मेघवाल जोधपुर,महेश चारण झुंझुनू , सुमन शेखावत बीकानेर, अमरीश वर्धन जयपुर,डाःहरिराम बिश्नोई बीकानेर,

* प्रदेश सह सचिव मगराज मेघवाल बाड़मेर ,  प्रशांत जैन बीकानेर,हरप्रीत सिंह कोटा , कानाराम सिंघल जालौर , अनुज गोदारा हनुमानगढ़।

^ प्रदेश महिला मोर्चा^

प्रभारी के रूप में सीमा राठौड़ झुंझुनू ,

सह प्रभारी तरनीजा मोहन राठौड़ जोधपुर

 * सोशल मीडिया प्रभारी महावीर मूंड चूरु, सोशल मीडिया सह प्रभारी  भाव्यांश मेवाड़ उदयपुर, नवल शर्मा श्रीगंगानगर, कुलदीप सिंह राजपुरोहित चूरू।


* बीकानेर संभाग अध्यक्ष भारत दान चारण बीकानेर,

महामंत्री रघुवीर मेव हनुमानगढ़,


* उदयपुर संभाग  अध्यक्ष राहुल सिंह भाटी।

 उदयपुर,महामंत्री दत्तात्रेय मेहता डूंगरपुर।


 ^ अजमेर संभाग अध्यक्ष अजय मीणा अजमेर। 


* जयपुर संभाग अध्यक्ष सांवरमल कुमावत दौसा।

* भरतपुर संभाग अध्यक्ष पंकज सिंह जाट भरतपुर,महामंत्री रोहित ललावत सवाई माधोपुर।

* जोधपुर संभाग अध्यक्ष योगेश सुथार जोधपुर ।

* प्रदेश मीडिया प्रभारी व प्रवक्ता भवानी सिंह टापरवाड़ा अजमेर,सह प्रवक्ता विनोद सारस्वत बीकानेर।


* प्रदेश संयोजक व संरक्षक के रूप में मनोज कुमार स्वामी सूरतगढ़ को नियुक्त किया है ।


 यह  कार्यकारिणी शिवदान सिंह जॊलावास, प्रदेश संगठन मंत्री सुरेंद्र कुमार स्वामी और  संरक्षक मनोजकुमार स्वामी ने विचार-विमर्श कर घोषित करते हुए आशा व्यक्त की है कि इससे राजस्थानी भाषा की मान्यता के आंदोलन को नई गति मिलेगी।


मोट्यार परिषद प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि इस संबंध में राजस्थान के सभी 33 जिलों से 133 विधायकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत  को राजस्थानी भाषा को प्रदेश की राजभाषा घोषित करने,प्राथमिक शिक्षा में लागू करने का सर्वसम्मति से पत्र लिखकर मुख्यमंत्री को भेज दिया है ।  इन दिनों लगातार बढ़ रही भाषा की गतिविधियों से भाषा प्रेमियों में काफी उत्साह का संचार हुआ है । साथ ही  राजस्थान विधान सभा तथा संसद में मामला उठाए जाने से मांग करने वाले जन प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त करने का सिलसिला भी जारी है।00


 

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