* करणीदानसिंह राजपूत*
सूरतगढ़ 23 जनवरी 2021.
आज प्रातः परम पूज्य गुरुदेव नित्यानंद सुरीश्वर जी महाराज के सानिध्य में श्री पार्श्वनाथ जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ के नए भवन "आत्म वल्लभ जैन भवन" का लोकार्पण हुआ। भवन का लोकार्पण भवन निर्माण के मुख्य दानदाता श्री माणक चंद अशोक कुमार अरिहंत कुमार डागा परिवार सूरतगढ़ एवं विनोद देवी चंद्रकांत कोचर परिवार बीकानेर द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
नए जैन भवन के निर्माण में समिति के पदाधिकारी सुरेंद्र चोपड़ा, उपाध्यक्ष पवन गोलछा, कोषाध्यक्ष गुलशन डागा, सचिव सुशील सेठिया उनकी कार्यकारिणी का काफी योगदान रहा।
इससे पूर्व आचार्य नित्यानंद सूरी महाराज ने सकल जैन संघ के साथ प्रभु पार्श्वनाथ मंदिर में देव बंधन धर्म आराधना की।
नए भवन के लोकार्पण के बाद मुनि भगवंत सकल संघ के साथ विजय वल्लभ जैन धर्मशाला (चोपड़ा धर्मशाला) में पधारे।
विजय वल्लभ जैन धर्मशाला में धर्म सभा का आयोजन किया गया। इस सभा को संबोधित करते हुए आचार्य प्रवर ने कहा"धर्म के बिना कुछ भी संभव नहीं है,अगर व्यक्ति धर्म की राह पर चलेगा तो उसकी मुक्ति हो सकती है। धर्म हमारे जीवन का अहम हिस्सा है।गुरु भगवंता का मान सम्मान उनके दर्शन भर से उनकी वाणी से सकल जग का कल्याण हो सकता है।"
प्रखर वक्ता मोक्षा नंद विजय जी महाराज ने कहा"हर समाज में दान देने की प्रवृत्ति जरूर होनी चाहिए क्योंकि दान देने से ही व्यक्ति का और मानव जाति का कल्याण होता है।सभी को अपनी शक्ति के अनुसार दया धर्म में धन का उपयोग करना चाहिए।"
इस धर्म सभा में तरुणी महिला मंडल द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया।
अर्चना डागा द्वारा भजन श्रीमती अंजना पटावरी व पारस गोलछा द्वारा गीतिका प्रस्तुत की गई।
इस आयोजन में बच्चों द्वारा एक बहुत ही बेहतरीन नशा मुक्ति को लेकर नाटिका श्रीमती ज्योति डागा के निर्देशन में खेली गई। सभी बच्चों को अशोक कुमार डागा परिवार द्वारा प्रोत्साहन पुरस्कार किए गए।
श्री पार्श्वनाथ मूर्तिपूजक संघ द्वारा मुख्य बोली दाता का सम्मान किया गया।
पूनमचंद भंवरलाल चोपड़ा परिवार द्वारा आचार्य भगवंत को कांबली बोराही गई।
परम पूज्य आचार्य नित्यानंद सुरीश्वर जी महाराज साहब के मांगलीक पाठ के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
धर्मसभा का संयोजन एवं विवरण सहित संचालन सराहनीय रहा। यह संयोजन प्रवीण डी जैन ने किया था।
गुरुदेव के यहां 2 दिनों के प्रवास में श्रीगंगानगर पीलीबंगा ऐलनाबाद व हनुमानगढ़ से भी अनेक भक्तगण पधारे।
श्री आत्मवल्लभ समुद्र इंद्र दिन सुरीश्वर महाराज के पट्टधर शांतिदूत आचार्य श्रीमद् विजय नित्यानंद सुरीश्वर जी महाराज पन्या सरवर धर्मशील विजय जी प्रखर वक्ता मोक्षा नंद विजय जी के सानिध्य में सूरतगढ़ में 2 दिन तक धर्म की प्रभावना की अलख जगी।00
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