* अनहोनी होगी तो मजा किरकिरा हो जाएगा*
* करणीदानसिंह राजपूत *
राजस्थान में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या में भयानक बढ़ोतरी सामने आ रही है और विवाह शादियों के मौसम में आयोजित समारोहों का जीमण भयानक संकट में डालने वाला हो सकता है।
सरकार की ओर से समारोहों में 100 तक उपस्थिति की अनुमति है। इस उपस्थिति में बराती घराती हलवाई बैयरे मैरिज पैलेस आदि के कर्मचारी सभी शामिल होंगे।
सूचनाएं है कि शादी समारोह के आयोजन में लोगों ने कम से कम 4- 5 सौ कार्ड छपवा कर बांटे हैं। यह संख्या आज के जमाने में साधारण ही मानी जाती है। इतने कार्ड तो आज हरेक साधारण व्यक्ति भी छपवाता ही है।
इन कार्डों की वितरण व्यवस्था के बाद में बहुत ही सोचनीय स्थिति होगी कि 100 की सीमित संख्या में आयोजन करता क्या करेगा?आशंका है कि हर ब्याह शादी के आयोजन में सख्ती नहीं हुई तो यह 100 की अनुमति टूटेगी और हर समारोह में 200 ढाई सौ तक लोग शामिल हो जाएंगे।
हर शादी समारोह में आयोजन स्थल के व्यवस्थापक की जिम्मेवारी लगाई जाए 80 के करीब उपस्थिति आयोजन स्थल पर प्रवेश करते ही वह आयोजक को अवगत कराएं के आगे 20 और व्यक्ति ही आ सकते हैं और यह अवगत कराने की प्रक्रिया लिखित में हो या प्रमाणित हो।
मैरिज हॉलों में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं जहां पर 100 से अधिक की उपस्थिति प्रमाणित हो सकती है।
सवाल उपस्थित होने से ही ज्यादा गंभीर और है कि कोरोना संक्रमित कोई व्यक्ति समारोह में उपस्थित नहीं हो पाए। उसे समारोह स्थल से बाहर ही रोका जाए। सरकार की गाइड लाइन में यह व्यवस्था अंकित है के व्यक्ति का टेंपरेचर आदि सारा कुछ लिया जाए। यह कितना संभव हो पाएगा यह आयोजन करता पर निर्भर रहेगा। हालांकि इसकी व्यवस्था करना कोई बहुत बड़ी मुसीबत नहीं है। यह व्यवस्था आसानी से हो सकती है।
सरकार कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाना चाहती है और यह कार्य शादी ब्याह में बराती घराती और व्यवस्था में जुटे सभी लोगों को मिलजुलकर करना है।
ऐसा ना हो कि शादी के तुरंत बाद कोई न कोई संक्रमित रोगी अत्याधिक बीमार हो और अनहोनी का शिकार हो। ऐसे हालात में शादी ब्याह का मजा ही किरकिरा हो जाएगा। इस आनंद को कायम रखने के लिए सभी को मिलजुल कर यह व्यवस्था करनी ही होगी कि सरकार द्वारा निर्धारित संख्या से अधिक व्यक्ति समारोह में उपस्थित नहीं हो। तथा जो उपस्थित हो उनकी सैनिटाइजेशन की व्यवस्था बहुत अच्छी रखी जाए ।
राजस्थान में नगरीय क्षेत्रों में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या निरंतर बढ़ रही है इसलिए इस व्यवस्था में सभी का सहयोग जरूरी भी है। ब्याह शादी का जीमण संकट में डालने वाला बनने से रोकने के लिए अच्छा यही है कि जीमण से बचा जाए।००
- सामयिक लेख.-
करणीदानसिंह राजपूत.
स्वतंत्र पत्रकार( राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से ही अधिस्वीकृत)
सूरतगढ़ ( राजस्थान )
84143 81356.
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