सूरतगढ़ हॉस्टल संचालिका ने आत्महत्या क्यों की? घटना संदिग्ध
सूरतगढ़।
होली धुलेंडी के दिन 2-3-2028 को एक हॉस्टल संचालिका की आत्महत्या संदिग्ध परिस्थितियों का राज पुलिस जांच से ही खुल पाएगा। क्या वह किसी दुर्घटना का शिकार हुई?
कस्बे में हॉस्टल चलाने वाली सरोज उम्र 28 वर्ष धुलंडी के दिन सुबह अपने घर में नहीं मिली तो उसकी खोज शुरू हुई। पुलिस को सूचना देने पर उन्हें बताया गया कि टोल नाके के पास रेल पटरी पर एक औरत की लाश पड़ी है।उसकी पहचान की गई।लाश सरोज की थी। सरोज घर से धुलंडी के दिन क्यों निकली और शहर से बाहर काफी दूरी पर टोल नाके के पास रेल पटरी पर कैसे पहुंची?मृतका के भाई रामचंद्र ने पुलिस में रिपोर्ट दी कि उसकी बहन सरोज पत्नी जयकिशन सूरतगढ़ में रहती हुई गर्ल्स हास्टल का संचालन करती थी। वह बिना बताए घर से लापता हो गई। परिजनों ने आसपास तलाश किया लेकिन नहीं मिली। शाम चार बजे रेलवे पटरी पर उसका शव मिला।पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर कर शव परिजनों को सौंप दिया।