सूरतगढ़ मुस्लिम वक्फ जमीन पर अतिक्रमियों को बिजली पानी देने पर बढ़ेगा विवाद
- करणीदानसिंहराजपूत -
सरकार की घोषणा है कि कि वक्फ जमीनों के अतिक्रमणों हटाया जाएगा लेकिन सूरतगढ़ के अंदर वक्फ की जमीन पर अतिक्रमणकारियों को बिजली पानी के कनेक्शन उपलब्ध कराए जाने की कोशिश से मुस्लिमों में भारी रोष है।
वक्फ कमेटी के संयोजक गुलाम मोहम्मद पठान के नेतृत्व में आज दिनांक 21 फरवरी 2018 को विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले मुस्लिम इकट्ठे हुए और अतिरिक्त जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन पेश किया।
कमेटी की ओर से स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि राजनीतिक कारणों से अतिक्रमियों को कई बार पहले भी लाभ देने की कोशिशें हुई है।
प्रभावशाली लोगों ने वक्फ की जमीन पर कब्जा कर रखा है जिसके कारण वातावरण दूषित हो रहा है।
कमेटी ने लिखा है कि सन 2001 में जमीन प्रशासन व पुलिस के नेतृत्व में खाली करवाई गई थी लेकिन प्रभावशाली लोगों ने धीरे धीरे बहुत बड़े क्षेत्र पर कब्जा कर लिया।
वक्फ कमेटी यह अतिक्रमण हटवाने के लिए और अतिक्रमणियों को सुविधाएं नहीं देने की मांग कर रही है।
पुलिस ने कमेटी के लोगों को निर्देशित किया कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मौके पर ना जाएं लेकिन 15 दिन पहले कब्जाधारियों के लिए बिजली देने के वास्ते वहां पर खंभे डाल दिए गए। पुलिस को इसकी सूचना दी गई पुलिस ने फिलहाल रोक दिया लेकिन अदालत के स्टे आदेश के बावजूद बिजली पानी देने की कोशिश से वातावरण खराब हो रहा है,अगर वहां पर जबरदस्ती से कार्यवाही की गई तो माहौल खराब होगा और शांति व्यवस्था भी बिगड़ सकती है।
मुस्लिमों ने लिखा है कि हम समाज के प्रबुद्ध नागरिक भी नहीं चाहते कि सूरतगढ़ में कोई घटना घटित हो इसलिए चाहते हैं कि जो लोग कब्जों को मजबूत करने के लिए मिट्टी ईंट आदि आदि डाल रहे हैं उन्हें पाबंद किया किया जाए।
आज मिलने वालों में संयोजक गुलाम मोहम्मद पठान पूर्व पालिका अध्यक्ष इकबाल कुरेशी शहर काजी सहित कई लोग शामिल थे।
(विदित रहे कि राष्ट्रीय उच्च मार्ग नं 62 पर वक्फ की जमीन है जिसकी कीमत बहुत है। बार बार राजनीति पर और विधायक को वोट चाहिए पर बात आ रही थी।)
अतिरिक्त जिला कलेक्टर चांदमल वर्मा ने आश्वस्त किया है कि मौके को दिखाकर सही कार्यवाही की जाएगी।