सोमवार, 27 नवंबर 2017

विधायक राजेंद्र भादू ने दुकानदारों और रेहड़ी वालों का झगड़ा शांत कराया

सूरतगढ 27 नवंबर 2017.

 संयुक्त व्यापार संघ की ओर से आज 27 नवंबर को बाजार बंद रखा गया था। मामला था एक रेहडी वाले और एक दुकानदार के बीच झगड़ा जो बढ़कर दुकानदारों और रेहड़ी वालों के बीच बन गया।

 रेलवे​ रोड दुकानदारों की ओर से कहा गया कि किसी भी हालत में  बाजार में दुकानों के आगे रेहड़ियां नहीं लगने देंगे। इसी दौरान यह मांग भी उठी कि रेहड़ी वालों को कोई स्थाई जगह दे दी जाए। सूरतगढ़ में सैंकड़ों रेहड़ियों के लिए एक स्थान पर जगह उपलब्ध होना संभव नहीं है। 

पूर्व में दो बार रेहड़ी वालों को स्थान दिया गया लेकिन रेहडिय़ां फिर बढ़ गई और सभी रेहड़ी वाले रेलवे रोड पर ही रहने को उत्सुक रहते हैं। 

पूर्व में नगर पालिका अध्यक्ष आरती शर्मा के समय जब रेलवे रोड का एक टुकड़ा सीसी रोड बनाया गया तब  रेहडी वालों को हटाया गया था। स्पष्ट किया गया कि रेलवे रोड पर रेहड़ियों को नहीं लगने दिया जाएगा।पालिका ने सड़क के बीच में सौंदर्य के लिए फूल पौधे भी लगवाए थे।

 उस समय पालिका प्रशासन का विरोध करने वाले एक ग्रुप की रेहड़ियां लगाते पुलिस से भी झड़प हुई और मामला अदालत तक गया।जहां दो तीन नेताओं को सजा हुई और बड़े कोर्ट एडीजे में शांति के लिए पाबंद करते हुए रिहाई दी गई।

उसके काफी समय बाद रेहडी वालों के लिए समय निर्धारित किया गया शाम के समय रेहडी लगा सकते हैं लेकिन इस छूट को लापरवाही से देखा गया और दिन में रेलवे रोड और करनानी धर्मशाला के आगे रेहड़ियों को लगाने की छूट यातायात पुलिस और नगर पालिका द्वारा नियुक्त किए गए कर्मचारियों की ओर से दी जाती रही।

अब विवाद होने ने पर कुछ लोग इसे चुनावी तूल देने में लगे।

 विधायक भादू से मिले तब उनकी ओर से कहा गया कि दोनों पक्षों के पांच पांच प्रतिनिधि आ जाएं ताकि समझौता करवाया जा सके।पहले यह संभव नहीं हुआ लेकिन आज 27 नवंबर को विधायक राजेंद्र सिंह भादू ने महाराणा प्रताप चौक पर पहुंचकर धरना देने वाले दुकानदारों से और रेहड़ी वालों से बातचीत वाली समझाईश की। विधायक के आश्वासन का प्रभाव पड़ा।

 विधायक ने कहा की रेहड़ी वालों के  रोजगार उजाड़ना नहीं चाहते और दुकानदारों को परेशानी हो ऐसा काम भी करना नहीं चाहते।दोनों वर्ग सूरतगढ़ के हैं आपस में मिलजुल कर रहना अच्छा है और दोनों के व्यवसाय चलते रहें ऐसा कार्य करने को उचित मानते हुए नगर पालिका वालों से भी बात की है। सूरतगढ़ में स्थान की खोज की जाए जहां रेहडी वालों को जगह दी जा सके। 

विधायक ने यह भी कहा कि दो-चार बैठकों के बाद में सब कुछ संभव हो सकेगा।

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