जोधपुर 14-6-2017.
यहां के राजीव गांधी नगर थानाधिकारी कमलदान चारण को एसीबी ने घूस में पकड़ा है। थाना अधिकारी ने एक महिला से उसकी इज्जत का सौदा करने का प्रयास किया है।
आरोपी थानाधिकारी ने बीते तीन जून को पंकज वैष्णव नामक व्यक्ति को एक किलो अफीम के साथ पकड़ा था। फिर चारण ने पंकज की पत्नी से सम्पर्क किया और 15 लाख रुपए की गाड़ी छोड़ने के ऐवज में उससे पैसों की डिमांड की।
पंकज की पत्नी ने एक लाख रुपए कैश दिए और एक लाख का चैक बतौर जमानत के तौर पर दिया। थानाधिकारी ने कहा कि पूरे पैसे मिल जाने पर वह अफीम की मात्रा 200 ग्राम दिखा देगा जिससे पंकज की जमानत हो जाएगी।
इसी बीच वह महिला से व्हाट्स एप पर चैट करने लगा और प्यार का इजहार करने लगा। जब महिला बाकी बचे एक लाख का बंदोबस्त नहीं कर सकी तो थानाधिकारी ने उसे अपने साथ एंजॉय करने का आॅफर दिया।
वह निरंतर महिला को मैसेज व फोन कर परेशान करने लगा। पीड़िता ने एसीबी से सम्पर्क किया। इसके बाद एसीबी ने जाल बिछाया और मंगलवार को जब कमलदान चारण महिला के घर पहुंचा तो एसीबी ने उसे एक लाख के चैक के साथ गिरफ्तार कर लिया।
एसीबी के डीएसपी के अनुसार महिला ने नौ जून को इस सबंध में शिकायत दर्ज कराई थी।
यहां के राजीव गांधी नगर थानाधिकारी कमलदान चारण को एसीबी ने घूस में पकड़ा है। थाना अधिकारी ने एक महिला से उसकी इज्जत का सौदा करने का प्रयास किया है।
आरोपी थानाधिकारी ने बीते तीन जून को पंकज वैष्णव नामक व्यक्ति को एक किलो अफीम के साथ पकड़ा था। फिर चारण ने पंकज की पत्नी से सम्पर्क किया और 15 लाख रुपए की गाड़ी छोड़ने के ऐवज में उससे पैसों की डिमांड की।
पंकज की पत्नी ने एक लाख रुपए कैश दिए और एक लाख का चैक बतौर जमानत के तौर पर दिया। थानाधिकारी ने कहा कि पूरे पैसे मिल जाने पर वह अफीम की मात्रा 200 ग्राम दिखा देगा जिससे पंकज की जमानत हो जाएगी।
इसी बीच वह महिला से व्हाट्स एप पर चैट करने लगा और प्यार का इजहार करने लगा। जब महिला बाकी बचे एक लाख का बंदोबस्त नहीं कर सकी तो थानाधिकारी ने उसे अपने साथ एंजॉय करने का आॅफर दिया।
वह निरंतर महिला को मैसेज व फोन कर परेशान करने लगा। पीड़िता ने एसीबी से सम्पर्क किया। इसके बाद एसीबी ने जाल बिछाया और मंगलवार को जब कमलदान चारण महिला के घर पहुंचा तो एसीबी ने उसे एक लाख के चैक के साथ गिरफ्तार कर लिया।
एसीबी के डीएसपी के अनुसार महिला ने नौ जून को इस सबंध में शिकायत दर्ज कराई थी।