संपूर्ण शराबबंदी मांग:विधानसभा का घेराव :पूनम छाबड़ा का नेतृत्व
जयपुर 7 मार्च 2017. संपूर्ण शराब बंदी की मांग के साथ जस्टिस फॉर छाबड़ा जी संगठन ने आज सैंकड़ों शराब बंदी समर्थकों के साथ पूनम अंकुर छाबड़ा के नेतृत्व में विधानसभा घेराव किया।
जिसमें पूर्व विधायक गोपी चंद जी गुजर, पूर्व विधायक मोती लाल जी, इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश सुन्द्रियाल,विशाला भारद्वाज, बाबु भाई फ्रिजवाला, रमा कान्त जी,मनीष कपुरिया, डॉ पंकज धाकड़, रति राम जी, नरेश कोलावत, बने सिंह, प्रेम जी, अबरार, ओम प्रकाश, जान सिंघल, सैयद आलम, फारुख शाह, खलील कुरैशी,सलीम, जावेद, फारुख नागौरी, हरी राम जाटव, पवन जैन, राजीव रंजन, इस्लाम, मानवेन्द्र बुडानिया,भानुनप्रताप महरौली, मनीष खिंची, शारुख खान मालिक,भैरोंसिंह राजपुरोहित, हसन राज डीडवाना, भोला राम ओढ़, तुलसी राम, नूर मोहम्मद, आसिफ सहित समाज सेवी लोगों के साथ विधानसभा की ओर कूच किया।
शहीद गुरुशरण छाबड़ा अमर रहे, शराब बंदी के नारों के साथ शराब बंदी समर्थकों का हुजुम सगठन अध्यक्ष पूनम अंकुर छाबड़ा के नेतृत्व में विधानसभा पंहुचा।
जहां जमकर नारेबाजी के साथ पुरजोर से सम्पूर्ण शराब बंदी की मांग उठाई गई तो सरकार ने जस्टिस फॉर छाबड़ा जी संगठन के प्रतिनिधि मंडल को वार्ता के लिए विधानसभा में आमन्त्रित किया।
जिसमे पूनम अंकुर छाबड़ा के साथ संत हरी चेतन जी महाराज , रमाकांत जी, मनीष कपूरिया, पूर्व विधायक गोपी चंद गुजर, पूर्व विधायक मोती लाल जी, यास्मीन जी और श्री मती उषा नारायण पहुंचे। सरकार की ओर से केबिनेट मंत्री राजेन्द्र राठौड़, गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया के साथ वार्ता शरु हुई जिसमें प्रतिनिधि मण्डल ने अपनी बात रखते हुए कहा की सरकार शराब बंदी पर चुप क्यों है?
अब तक छाबड़ा साहब के साथ हुआ 16 सूत्री समझौता और बहन पूनम अंकुर छाबड़ा के अनशन के बाद हुआ समझौता लागू नहीं कर आम जन का अपमान किया जा रहा है।
सरकार की ओर से वार्ता करते मंत्री गुलाब चंद कटारिया,राजेन्द्र राठौड़ ने छाबड़ा समझौता हुबहू लागू कर दिया और वहीं पूनम अंकुर छाबड़ा के साथ हुआ समझौता लागू करने की घोषणा की।
वही सरकार द्वारा जारी नयी आबकारी नीति में थैली के माध्यम से जो शराब शुरू की जा रही थी, उसे आज पूनम जी की मांग पर शुरू नहीं करने का निर्णय लिया।
नया सवेरा नशा मुक्ति योजना में जस्टिस फॉर छाबड़ा जी संगठन को मुख्य रूप से शामिल करने का निर्णय लिया और सम्पूर्ण शराब बंदी पर सरकार सकारात्मक रूप से योजना बना कर कार्य करेगी ।
संगठन की मांगे मानने पर सभी ने ख़ुशी जाहिर की और पूनम अंकुर छाबड़ा ने आंदोलन की जीत का श्रेय स्व. छाबड़ा जी की शहादत को व उनके लिए दिन रात कार्यरत संगठन के कार्यकर्ता को देते हुए कहा की जब तक पूर्ण शराब बंदी नहीं होती जब तक आंदोलन जारी रहेगा।
आज के विधानसभा घेराव की सफलता के बाद पूनम ने 9 जून 2017 को महा पड़ाव स्व. छाबड़ा साहब की जयंती के दिन महापड़ाव की घोषणा की।
संगठन गांव गांव ढाणी ढाणी शराब बंदी की अलख जगाये रखेगा।