मंगलवार, 9 जनवरी 2018

गंगागनर रै लोगां नै सांस आयौ:सूरतगढ़ मांय कद तांई घुटता रैस्यां:


भोळू राजस्थानी री नुंई बातां
======
-आ भाईड़ा भोळू राजस्थानी। कठै कठै घूमी घामी कर आयौ।
-हूं,भाई जी लारला बीस दिनां सूं गंगानगर मांय भटकतो फिरतो दिन रात सड़कां नापी।
-आ किंकर होई।
- अब कांई बताऊं। राजा भाईजी सागै गंगानगर उठ ग्यौ। बै पाटी्र री मीटिंग मांय चला ग्या अर हूं घणी ताळ बाट जोवतौ सड़क पर आयौ अर गंगासिंघजी री मूरती खनै खड़्यौ बियारै चेरै नै देखण लाग ग्यौ। खासी ताळ बाद पूठो आयौ। ना राजा भाईजी मिल्या अर ना बिंयारी कार मिली।
आपणी जेब खाली री खाली। आपां कद काम धंधौ करयौ। बिना पीसा ना रेल अर ना बस।
-अरै भोळू तूं तो भोळू रो भोळू ही रैयो। कीं रै कने सूं पीसा मांग तांग आ जावतौ।
-मांगतो किण सूं। बठै कोई जाण पिचाण आळौ मिलतो जणा तो मंग लेवतो। अणजाण क्यूं देवै। पण भाईजी बुरो ना मान्या। एक बात कैयदूं। आत तक किण कनै सूं मांग्या कोनी। जै नट जावै तो मरणो हो जावै। पचास साठ रूपियां वास्तै सारी ईज्जत रो धेलो हो जावै। इण वास्तै किण सूं मांग्या कोनी। आज दोपारै सूरतगढ़ रो एक भळमानुस मनै देख लियौ अर आपरै टरक मांय बिठालायौ।
-भोळू तूं इत्ता दिन गंगानगर री सड़कां नापी। कांई कांई देख्यौ सुण्यौ।
-भाईजी बठै रा लोग कैवता सुणीजै हा,कै अब कीं खुलौ सांस आवणो सुरू होयो है। कब्जा धब्जा हटणा सुरू होवण सूं सड़कां चौड़ी होवण लागी है। अै बातां सुण सुण हूं भी बठै देखण चल्यौ ग्यौ। लोगां री बातां तो साची है। खुली खुली सड़कां माथै घूमण रो मजो तो आवै।
-बडगर नेता राधेश्याम बाबूजी अर अजय चांडक जी आळी सड़क माथै भी घूमणो होयो कांई। आजकाळै दोनूंआ री घणी घणी बातां अर सिमचार पर सिमचार अर खबरा माथै खबरां।
-भाईजी थै भी हो भोत काईंयां। अै बातां हूं खुद बतावण वाळौ हो पण थै पैलां पूछ ली।
-देख ले,भोळू तूं जकी बात सोचै बाई बात हूं भी सोचूं। आपां दोनूं री यारी इण वास्तै ही मजबूत है।
-भाईजी चा रो ओरडर दो। सागै चा पीतां रैवांगा अर सागै सागै चरचा करता रैवांगा।
-चा रै सागै टांगर भुजिया कैयदूं।
-वाह भाईजी,सोनै माथै सुहागो।
चा आयगी अर चा रै सागै मोटा मोटा भूजिया। गजब रो सुवाद।
- हां तो भोळू अब चालूं करदै।
- भाई जी बाऊजी राधेस्याम जी री अर अध्यक्ष अजय चांडकजी री चाली कोनी। दोनुआं री हालत जमालघोटो लियौड़ी रही। घरां सूं बारै कोनी निकळया। ना जाणै कणा दस्त री पिचकारी छूट जावै। एक रे बाद एक डागदर इलाज करण सारूं  बुलाया। डागदरां भी हाथ ऊंचा कर दिया अर बोल्या कै जकी गंदगी भरी पड़ी है बा निकळ जावण दो। जै सगळौ गंद नहीं निकळयौ तो जेर बण जावैगो अर हरेक छोटो बडो बीं जेर नै हिलावतो रैसी। आ बात दोनूं मानी। अर जकां जकां रै ओ रोग लाग्योड़ौ हो बै सगळा भी मानी। भाईजी गंगानगर मांय तो हालत आ हो रैई है कै अब लोग बाग आपै मती आ दुवाई लेवण लाग रैया है। भाईजी मजौ तो भोत आवण लाग रेयौ हो। जी तो करण लाग रेयौ हो कै कई दिनां तक गंगानगर मांय औरूं रैवूं पण सूरतगढ़ रो साथ हो जणै देरी कोनी करी।
- तेरे कैवण रो ओ मतलब है कै गंगानगर रै बाऊजी दवा सूं ठीक हो ग्या।
-लोगां री जबान सूं जकी बातां निकळती हूं सुणी बै थानै बताई है। न कोई हसल न कोई पाई। आपणी तरफ सूं कीं नीं जोड़ी।
- गंगानगर रा लोग अब सांस सोरो सोरो लैवण लाग ग्या। ओई मतलब है।
- बस थै ठीक समझ ग्या।
-भोळू चा ओर मंगाऊं।
-नहीं भाई जी। भाई जी....।
-भोळू थारै दिल मांय कीं फस्योड़ौ लागै। निकाळ फेंक बारै।
-भाई जी,एक बात म्हारेै अंतस मांय फदक फदक कर रैयी है।
-भोळू तूं जकी बात है बिनै बारै फदका दै।
-भाईजी,आपणै सैर मांयनै भी सांस लेणौ दोरो हो रेयौ है। सड़कां माथै चालणो दोरो। सारा सारा दिन जाम लागता रेवै। अर बां सूं गाडिय़ां घघावै जणा पटरोल डीजल री बास। चलो भाई जी। थै म्हारा कछिया यार हो थानै तो कैय दूं। आपणा राजा भाई जी जमालघोटो खुद लैसी या कोई डागदर रै कैवण बाद लैसी।
-भोळू तं अब कीं ज्यादा बोलण लाग ग्यौ। अब जा।
- भाईजी लोग तो आपणै सैर मांय कहवण तो लाग ग्या कै राजाभाईजी तो कोरट रै रूके मांय जकी दवा लिख्यौड़ी होसी बा ही मानसी अर बा दवाई लैसी।
- अब तूं जल्दी सूं खिसक जा।
- भाईजी लोग कैहवै है कै हरचंदो वकील कीं करण लाग रैयो है।
- अब तूं टाप लगा। मनैं दुकानदारी करण दै। एक बात आच्छी तरियां सुण लै। जकां रो राज है बियांरो आज है। पावर राजाभाई कनै है अर वसुंधरा रो सिर माथै हाथ है। तूं हरचंदो हरचंदो करतो फिरै। जे दम है तो हरचंदो छींट क्यूं कोनी फाड़ै। जोधपुर क्यूं कोनी जावै। बो तो बड़ो बकील है अर राजनीति रो खिलाड़ी है। बो वसुंधरा नै शिकयतां करै है अर वसुंधरा राजा एक पार्टी एक सरकार है।
-भाई जी थै सारो कीं राजा माथै ना ढोळो अर म्हारी बातां रो मतलब अकेले राजा सूं ना निकाळो। राजा भाई सूं बता लोग बिराजै है। जै खुली हवा मांय सांस लेवण री बात है तो अठै घणा बाऊजी है। देखां सूरतगढ़ मांयनै कांई होसी। हूं चालूं। रामीराम।

update 9-6-2016.
अपडेट 9.1.2018.
 

यह ब्लॉग खोजें