छाबड़ा ने कहा सरकार डराना और झुकाना चाहती है मगर न न डरूंगा न झुकूंगा:
काफी कमजोर मगर अनशन का जोश:मरते दम तक अनशन पर रहूंगा:
2 अक्टूबर से शराबबंदी को लेकर आमरण अनशन पर थे:6 अक्टूबर को एसएमएस में भर्ती कराए गए:
- करणीदानसिंह राजपूत -
सूरतगढ़, 11अक्टूबर। पूर्व विधायक गुरूशरण छाबड़ा को एसएमएस में पहले गहन चिकित्सा ईकाई में रखने के बाद पुलिस पहरे में उस स्थान पर रखा गया है जहां पर अपराधियों की चिकित्सा की जाती है। सरकार की यह पुलिसिया कार्यवाही निन्दनीय है,छाबड़ा जी कोई अपराधी नहीं है। आपातकाल में भी वे जेल में बंद रहे हैं।
छाबड़ा ने आज एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि सरकार ऐसा करके उनको डराना और झुकाना चाहती है लेकिन वे न डरेंगे न झुकेंगे। छाबड़ा ने कहा कि सरकार के साथ लिखित समझौता हुआ था जिसका पालन नहीं किया जा रहा है।
छाबड़ा का स्वास्थ्य गिरने पर पुलिस ने 6 अक्टूबर को एसएमएस में भर्ती कराया। छाबड़ा राजस्थान में संपूर्ण शराबबंदी और सशक्त लोकपाल की मांग को लेकर 2 अक्टूबर महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री की जयंती से शहीद समारक जयपुर पर आमरण अनशन पर थे। संपूर्ण राजस्थान में उनकी इन मांगों पर अनेक संगठनों का समर्थन मिल रहा है।
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शराबबंदी को लेकर अलग अलग मत हो सकते हैं। लेकिन यह सच है कि इससे अपराध बढ़ रहे हैं।
छाबड़ा के समर्थन में जो लोग अपने विचार रखते हैं उनको अपने निकटतम प्रशासनिक अधिकारी के मारफत मुख्यमंत्री व राज्यपाल को ज्ञापन भेजने चाहिए।