क्या सच्च में मोदी जी को मालूम नहीं है?
क्या यह सच्च संघ को मालूम नहीं है?
क्या यह सच्च भाजपा हाई कमान को मालूम नहीं है?
क्या यह सच्च वसुंधरा को मालूम नहीं? राजस्थान होकर जाती है शराब।
टिप्पणी- करणीदानसिंह राजपूत
मोदी जी शराब नहीं पीते मगर उनके गुजरात में शराब पर प्रतिबंध के बावजूद शराब तस्करों का मजबूत तंत्र कार्य कर रहा है और तीसरी बार सत्ता में आए मोदी जी का तंत्र उनको रोक नहीं पा रहा है।
राजस्थान के रास्ते होकर गुजरात को करोड़ों रूपए की शराब की तस्करी प्र्रतिदिन हो रही है। राजस्थान में महीने में पांच दस ट्रक शराब कार्टन से भरे हुए पकड़े जा रहे हैं,जिनके बारे में यही खुलासा होता है कि शराब गुजरात ले जाई जा रही थी। शराब तस्कर जो पकड़ में नहीं आ पाते उनकी संख्या काफी मानी जाती है। यानि कि करोडों रूपयों की शराब गुजरात हर रोज पहुंचने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता।
यह शराब पंजाब,हरियाणा और चंडीगढ़ से राजस्थान के रास्ते से गुजरात पहुंचती है। कितने ही लोग इस करोडों रूपयों की अवैध कमाई से मालामाल हो रहे हैं और गांधी के गुजरात में ,नरेन्द्र मोदी के गुजरात में नशे के व्यापार में सरकारी तंत्र पर भारी पड़ रहे हैं।
मोदी जी को भावी प्रधानमंत्री के रूप में चुनाव में उतारा जा रहा है।
मोदी जी देश की सीमाओं की सुरक्षा करेंगे। बड़े दावे इसके किए जा रहे हैं।
सच्च यह है कि मोदी जी अपने गुजरात की सीमा की रक्षा ही नहीं कर पा रहे हैं।
मोदी जी शराब तस्करों से गुजरात की सीमा की रक्षा नहीं कर पा रहे,वे हथियारों से सुसज्जित दुश्मन की सेना से देश की सीमाओं की रक्षा कैसे कर पाऐंगे?
क्या सच्च में मोदी जी को शराब तस्करी और तस्करों के तंत्र का मालूम नहीं है? या उनका सरकारी तंत्र इस अवैध कार्य में शामिल है। उसकी यह के बिना तो अवैध कार्य हो ही नहीं सकता। क्या सरकारी तंत्र पर खुद मोदी का अंकुश नहीं है? क्या मोदी भी उसी मिट्टी के बने हुए हैं कि जैसा चल रहा है चलने दिया जाए? कोई पंगा नहीं लिया जाए? या फिर शराब तस्करों से चंदा लेने का काम कोई करने में लगा हैï?
मोदी जी ने अगर अंकुश लगाया हुआ है तो शराब की तस्करी कैसे हो रही है?
शराब बंदी के कारण गुजरात सरकार को तो एक पैसे की आमदनी नहीं हो रही है तो शराब तस्कर मालामाल क्यों हो रहे हैं? गुजरात में सुशासन का दावा किया जा रहा है,लेकिन जहां शराब तस्करी से हर जगह उपलब्ध हो तो सुशासन का दावा खोखला हो जाता है?
कितनी शराब पकड़ी गई और कितने शराब तस्करों को पकड़ा गया व कितनों को कितनी कितनी सजा हुई?
अगर सरकारी तंत्र की कड़ाई हो तो तस्करी एक बोतल की भी नहीं की जा सकती।
क्या यह सच्च भाजपा हाई कमान को मालूम नहीं है?
क्या यह सच्च वसुंधरा को मालूम नहीं? राजस्थान होकर जाती है शराब। राजस्थान में गुजरात जाती हुई शराब करोडों रूपए की हर पांचवें सातवें दिन पकड़ में आती है।
पिछले 10 सालों का आबकारी विभाग का रिकार्ड देख कर मालूम किया जा सकता है।
साफ सुथरे मोदी की छवि पर गुजरात में शराब तस्करी का धब्बा है जिस पर ना जाने क्यों मोदी व भाजपा अभी तक नजर क्यों नहीं डाल रहे हैं?
दिल्ली का इलेक्ट्रिोनिक मीडिया जब चैनलों पर सवाल दागेगा और मोदी जी को सवालों के घेरे में खड़ा करेगा तब शायद इस महत्वपूर्ण सवाल का उत्तर सामने आएगा।
ना जाने कांग्रेस, आम आदमी पार्टी या अन्य राजनैतिक दलों के नेता इस सवाल को उठाने में पीछे क्यों हैं?
क्या यह सच्च संघ को मालूम नहीं है?
क्या यह सच्च भाजपा हाई कमान को मालूम नहीं है?
क्या यह सच्च वसुंधरा को मालूम नहीं? राजस्थान होकर जाती है शराब।
टिप्पणी- करणीदानसिंह राजपूत
मोदी जी शराब नहीं पीते मगर उनके गुजरात में शराब पर प्रतिबंध के बावजूद शराब तस्करों का मजबूत तंत्र कार्य कर रहा है और तीसरी बार सत्ता में आए मोदी जी का तंत्र उनको रोक नहीं पा रहा है।
राजस्थान के रास्ते होकर गुजरात को करोड़ों रूपए की शराब की तस्करी प्र्रतिदिन हो रही है। राजस्थान में महीने में पांच दस ट्रक शराब कार्टन से भरे हुए पकड़े जा रहे हैं,जिनके बारे में यही खुलासा होता है कि शराब गुजरात ले जाई जा रही थी। शराब तस्कर जो पकड़ में नहीं आ पाते उनकी संख्या काफी मानी जाती है। यानि कि करोडों रूपयों की शराब गुजरात हर रोज पहुंचने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता।
यह शराब पंजाब,हरियाणा और चंडीगढ़ से राजस्थान के रास्ते से गुजरात पहुंचती है। कितने ही लोग इस करोडों रूपयों की अवैध कमाई से मालामाल हो रहे हैं और गांधी के गुजरात में ,नरेन्द्र मोदी के गुजरात में नशे के व्यापार में सरकारी तंत्र पर भारी पड़ रहे हैं।
मोदी जी को भावी प्रधानमंत्री के रूप में चुनाव में उतारा जा रहा है।
मोदी जी देश की सीमाओं की सुरक्षा करेंगे। बड़े दावे इसके किए जा रहे हैं।
सच्च यह है कि मोदी जी अपने गुजरात की सीमा की रक्षा ही नहीं कर पा रहे हैं।
मोदी जी शराब तस्करों से गुजरात की सीमा की रक्षा नहीं कर पा रहे,वे हथियारों से सुसज्जित दुश्मन की सेना से देश की सीमाओं की रक्षा कैसे कर पाऐंगे?
क्या सच्च में मोदी जी को शराब तस्करी और तस्करों के तंत्र का मालूम नहीं है? या उनका सरकारी तंत्र इस अवैध कार्य में शामिल है। उसकी यह के बिना तो अवैध कार्य हो ही नहीं सकता। क्या सरकारी तंत्र पर खुद मोदी का अंकुश नहीं है? क्या मोदी भी उसी मिट्टी के बने हुए हैं कि जैसा चल रहा है चलने दिया जाए? कोई पंगा नहीं लिया जाए? या फिर शराब तस्करों से चंदा लेने का काम कोई करने में लगा हैï?
मोदी जी ने अगर अंकुश लगाया हुआ है तो शराब की तस्करी कैसे हो रही है?
शराब बंदी के कारण गुजरात सरकार को तो एक पैसे की आमदनी नहीं हो रही है तो शराब तस्कर मालामाल क्यों हो रहे हैं? गुजरात में सुशासन का दावा किया जा रहा है,लेकिन जहां शराब तस्करी से हर जगह उपलब्ध हो तो सुशासन का दावा खोखला हो जाता है?
कितनी शराब पकड़ी गई और कितने शराब तस्करों को पकड़ा गया व कितनों को कितनी कितनी सजा हुई?
अगर सरकारी तंत्र की कड़ाई हो तो तस्करी एक बोतल की भी नहीं की जा सकती।
क्या यह सच्च भाजपा हाई कमान को मालूम नहीं है?
क्या यह सच्च वसुंधरा को मालूम नहीं? राजस्थान होकर जाती है शराब। राजस्थान में गुजरात जाती हुई शराब करोडों रूपए की हर पांचवें सातवें दिन पकड़ में आती है।
पिछले 10 सालों का आबकारी विभाग का रिकार्ड देख कर मालूम किया जा सकता है।
साफ सुथरे मोदी की छवि पर गुजरात में शराब तस्करी का धब्बा है जिस पर ना जाने क्यों मोदी व भाजपा अभी तक नजर क्यों नहीं डाल रहे हैं?
दिल्ली का इलेक्ट्रिोनिक मीडिया जब चैनलों पर सवाल दागेगा और मोदी जी को सवालों के घेरे में खड़ा करेगा तब शायद इस महत्वपूर्ण सवाल का उत्तर सामने आएगा।
ना जाने कांग्रेस, आम आदमी पार्टी या अन्य राजनैतिक दलों के नेता इस सवाल को उठाने में पीछे क्यों हैं?