गुरुवार, 25 जून 2020

जयप्रकाश नारायण अमर रहे जयघोष से लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान



* भारतसरकार लोकतंत्र सेनानी सम्मान और सम्मान निधि व स्वतंत्रता सेनानी समान सुविधाएं प्रदान करे- करणीदानसिंह राजपूत*
सूरतगढ़ 25 जून 2020.
भारतीय जनता पार्टी सूरतगढ़ द्वारा विधायक श्री रामप्रताप कासनियां के नेतृत्व में आपातकाल दिवस पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता आपातकाल लोकतंत्र सेनानी 85 वर्षीय स.गुरनामसिंह कम्बोज ने की। बाबू जयप्रकाश नारायण के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पण के बाद आपातकाल 1975 के लोकतंत्र रक्षक सेनानी श्री गुरनाम सिंह, पत्रकार श्री करणीदान सिंह,श्री मुरलीधर उपाध्याय को विधायक रामप्रताप कासनिया ने मालाएं पहनाकर शाल ओढा कर सम्मानित किया।
कासनिया ने आपातकाल के बारे में बताते हुए कहा कि 25 जून, 1975 की रात को भारतीय लोकतांत्रिक इतिहास के काला अध्याय को पढ़ना चाहिए। देश के लोकतंत्र पर पहरा बैठा दिया गया था।पूरा देश सड़कों पर उतरा और सरकार को जनता की चुनौती मिली।
करणीदानसिंह राजपूत व मुरलीधर उपाध्याय ने आपातकाल में संघर्ष और जेलयात्रा के बारे में संस्मरण सुनाए।
करणीदानसिंह राजपूत ने कहा कि भारतसरकार को लोकतंत्र सेनानी सम्मान,सम्मान निधि और स्वतंत्रता सेनानी समान सुविधाएं दी जाए और इसके लिए संपूर्ण भारत के लिए एक कानून बनाया जाए। सिंह ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस तक यह कार्य करने के मांगपत्र और ज्ञापन देशभर से सेनानियों और संगठनों द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और गृहमंत्री अमितशाह को भेजे गए हैं तथा यह प्रक्रिया अभी चल रही है।
सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने तो स्वतंत्रता आंदोलन के लोगों को अपना मानते हुए स्वतंत्रता सेनानी घोषित करने में तुरंत पहल की अब भाजपा ग्रुप सरकार को लोकतंत्र सेनानियों को लोकतंत्र सेनानी सम्मान प्रदान करने में देरी नहीं करनी चाहिए। 

इस अवसर पर नगरमंडल अध्यक्ष सुरेश मिश्रा,जिला उपाध्यक्ष शरणपालसिंह मान व प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित थे। मंडल सचिव सुभाष गुप्ता ने आपातकाल पर अनेक विवरण देते हुए कार्यक्रम का संचालन किया। सभी ने आपातकाल का विरोध करते हुए बांहों पर काले रिबन बांधे।
भाजपा प्रदेश नेतृत्व के निर्देशानुसार यह 25 जून को आपातकाल कार्यक्रम किया गया। राष्ट्रगान और भारतमाता के जयघोष के साथ कार्यक्रम सम्पन्न किया गया।**


यह ब्लॉग खोजें