*सूरतगढ़ 26 जून 2020.
लोकतंत्र सेनानी गुरूशरण छाबड़ा की प्रतिमा पर आज 26 जून को लोकतंत्र सेनानी पत्रकार करणी दान सिंह राजपूत और पत्रकार महेंद्र सिंह जाटव ( संपादक ब्लास्ट की आवाज़) ने माल्यार्पण किया।
गुरुशरण छाबड़ा के नेतृत्व में यहां सूरतगढ़ में आपातकाल लगने के दिन ही 26 जून 1975 को आम सभा हुई थी। आम सभा में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जबरदस्त विरोध किया गया था।
लोकतंत्र सेनानी गुरुशरण छाबड़ा ने बाद में प्रदर्शन करते हुए गिरफ्तारी भी दी और कई महीनों तक जेल में रहे थे। उनके नेतृत्व में चले सरकार विरोधी कार्यक्रम में 12 लोग सीआरपीसी की धाराओं और 12 लोग रासुका में जेलों में बंद किए गए थे। करणीदानसिंह राजपूत स्व.छाबड़ा के अनेक आंदोलनों और संघर्षों के साथी रहे हैं।
गुरूशरण छाबड़ा ने राजस्थान में पूर्ण शराबबंदी की मांग को लेकर आमरण अनशन करते हुए 3 नवंबर 2016 को जयपुर में प्राण त्यागे। उनके नाम पर सूरतगढ़ के राजकीय महाविद्यालय का नाम गुरूशरण छाबड़ा राजकीय महाविद्यालय किया गया है। ००
गुरुशरण छाबड़ा के नेतृत्व में यहां सूरतगढ़ में आपातकाल लगने के दिन ही 26 जून 1975 को आम सभा हुई थी। आम सभा में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जबरदस्त विरोध किया गया था।
लोकतंत्र सेनानी गुरुशरण छाबड़ा ने बाद में प्रदर्शन करते हुए गिरफ्तारी भी दी और कई महीनों तक जेल में रहे थे। उनके नेतृत्व में चले सरकार विरोधी कार्यक्रम में 12 लोग सीआरपीसी की धाराओं और 12 लोग रासुका में जेलों में बंद किए गए थे। करणीदानसिंह राजपूत स्व.छाबड़ा के अनेक आंदोलनों और संघर्षों के साथी रहे हैं।
गुरूशरण छाबड़ा ने राजस्थान में पूर्ण शराबबंदी की मांग को लेकर आमरण अनशन करते हुए 3 नवंबर 2016 को जयपुर में प्राण त्यागे। उनके नाम पर सूरतगढ़ के राजकीय महाविद्यालय का नाम गुरूशरण छाबड़ा राजकीय महाविद्यालय किया गया है। ००