शनिवार, 30 सितंबर 2017

पंजाब के पूर्व मंत्री सुच्चा सिंह लंगाह पर बलात्कार का केस दर्ज

 पुलिस के अनुसार सतर्कता विभाग में कार्यरत महिला कर्मचारी ने शिकायत दी थी कि लंगाह  उसके साथ 2009 से दुष्कर्म कर रहे हैं। पीड़िता न पुलिस को पेनड्राइव में एक वीडियो भी सौंपा है। ध्यान रहे कि गुरदासपुर लोकसभा सीट पर 11 अक्तूबर को उपचुनाव भी है।  लंगाह 32 सालों से एसजीपीसी के भी सदस्य हैं। गुरदासपुर के पुलिस अधीक्षक हरचरन सिंह भुल्लर ने बताया कि महिला की लिखित शिकायत के बाद प्राथमिकी दर्ज की गयी है।

पीड़िता ने कहा कि पति की मौत के बाद वर्ष 2009 में नौकरी के लिए सुच्चा सिंह लंगाह से किसान भवन में मिली। लंगाह ने 2-3 दिन बाद वहीं बुलाया और गलत हरकतें  कीं। पीड़िता ने लंगाह से कहा कि वह उनकी बेटी जैसी ही है, लेकिन उन्होंने एक न सुनी। यही नहीं लंगाह ने उनके गांव की जमीन 30 लाख में बिकवा दी और उसे सिर्फ 4.50 लाख ही दिये।

शिकायत में यह भी कहा गया कि लंगाह उन्हें धमकाकर कभी चंडीगढ़, कभी अन्य स्थानों पर बुलाकर दुष्कर्म करते रहे। पुलिस अधीक्षक भुल्लर ने बताया कि मामले की प्रारंभिक जांच डीएसपी आजाद दविन्द्र सिंह तथा निरीक्षक सीमा देवी को सौंपी गई थी। उनकी जांच रिपोर्ट देखने और कानूनी राय लेने के बाद लंगाह पर आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार, दोष सिद्ध होने पर अधिकतम सजा उम्रकैद), 384 (जबरन वसूली, अधिकतम सजा 3 साल), 420 (धोखाधड़ी, अधिकतम सजा 7 साल) तथा धारा 506 (आपराधिक धमकी, अधिकतम सजा 7 साल) के तहत मामला दर्ज किया गया।

राजनीतिक प्रतिशोध

पूर्व मंत्री सुच्चा सिंह ने इस्तीफा दे दिया है जिसे शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने स्वीकार कर लिया है। एक बयान में लंगाह ने आरोप लगाया कि यह ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ है। उन्होंने कहा, ‘मैं एक जिम्मेदार नागरिक हूं। मुझे न्यायपालिका में पूरा विश्वास है। शनिवार को समर्पण करूंगा। पूरा विश्वास है कि सच सामने आयेगा और न्याय होगा।’

सूरतगढ़ में नागपाल होटल की अवैध दो मंजिला निर्माण को गिराने का आदेश

 - करणी दान सिंह राजपूत - 

पुराने बस स्टैंड कोने पर मुख्य सड़क पर बनाए गए नागपाल होटल के अवैध निर्माण को रोकने के लिए नगर पालिका ने पूर्व में नोटिस दिये, लेकिन मालिक ने अवैध निर्माण जारी रखते हुए ऊपर 2 मंजिलें और बना ली।

अब पालिका के अधिशासी अधिकारी ने 27 सितंबर 2017 को होटल के मालिक सुनील कुमार  पुत्र रामचंद्र अरोड़ा को ऊपर की दो अवैध मंजिलें गिराने का आदेश दिया है। इस बीच कोई दस्तावेज निर्माण के हो तो एक सप्ताह में प्रस्तुत करने का भी लिखा है। 

नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी ने लिखा है कि मालिक द्वारा अवैध निर्माण को नहीं हटाए जाने की दशा में नगरपालिका अपने स्तर पर  निर्माण को हटाएगी जिसके सारे हर्जे खर्चे आदि की जिम्मेवारी मालिक की होगी। 

इस होटल  के अवैध निर्माण की शिकायत पार्षद सुभाष चंद्र सैनी ने की थी। 2 वर्षों से यह शिकायत चल रही थी लेकिन पालिका के नोटिसों के बावजूद मालिक ने परवाह नहीं की तथा अवैध निर्माण जारी रखा था। 

इस होटल में गैरकानूनी तरीके से बालकनी  को भी बंद कर के कमरों का रूप दे दिया गया। राजस्थान में अन्य स्थानों पर अवैध मकान होटल आदि के निर्माण को पालिका व परिषद प्रशासन ने सील मोहर कर जब्त तक कर लिया था। 

सूचना है कि सूरतगढ़ में अरोड़ वंश भवन और एक ब्राह्मण धर्मशाला को भी अवैध रूप से दुकानें बनाने पर नोटिस जारी हुए हैं। धर्मशाला आदि की जमीन सरकार ने सस्ती दरों पर भी दी थी जिनके लिए स्पष्ट नियम था कि व्यावसायिक कार्य नहीं किया जाएगा। इन शर्तों पर संबंधित संस्थान की समिति के हस्ताक्षर भी नगर पालिका के पास है।


राजस्थान के सार्वजनिक निर्माण मंत्री युनूस खान पर पथरबाजी:कार क्षतिग्रस्त:

 पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को हिरासत में लिया है। नागौर के पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने बताया कि शुक्रवार  29 सितंबर को रात में युनूस खान  नागौर जिले के छोटी खांटू स्थित देवी माता के मंदिर सडक़ का लोकार्पण करने जा रहे थे तभी ग्रामीणों ने पहाड़ी से उनकी कार पर हमला कर दिया। इस हमले में उनकी कार के शीशे टूट गए।

पुलिस ने मौके की नजाकता को देखते हुए मंत्री को तत्काल सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया और पथराव पर नियंत्रण किया। बाद में मंत्री सडक़ के लोकार्पण पर पहुंचे और कहा कि वह ऐसे हमले से नहीं डरते। पुलिस के अनुसार कुछ लोग पूर्व नियोजित तरीके से रात को वहां पहुंचे थे। पहले तो लोगों ने मंत्री को ज्ञापन देने के बहाने रोका और इसी बीच पहाड़ी पर स्थित कुछ लोगों ने मंत्री की कार पर पथराव करना शुरू कर दिया। देशमुख ने बताया कि प्रांरभिक जांच के अनुसार घटना स्थानीय राजनीति और कार्यक्रम के आयोजकों और ग्रामीणों के बीच कथित विवाद को लेकर हुई है।

उन्होंने बताया कि हमले के बाद कार्यक्रम के आयोजक ओम सिंह तंवर ने पुलिस को कुछ लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने इसके आधार पर सात लोगों को हिरासत में लिया जिनमें से तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है तथा शेष से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि घटना के बाद क्षेत्र में स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुयी है और एहतियात के तौर पर पुलिस तैनात की गई है। क्षेत्र में की गयी विडियोग्राफी के आधार पर घटना के जिम्मेदार लोगों की पहचान कर तलाश की जा रही है।

किसी भी राज्य की कानून व्यवस्था का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वहां के ताकतवार नेताओं पर ही आसानी से हमला कर कोई फरार हो जाता है। ऐसा ही इन दिनों राजस्थान में देखने को मिल रहा है। जब राज्य सरकार के सबसे ताकतवार मंत्री माने जाने वाले यूनुस खान पर बीती रात उन्ही के गृह जिले में कुछ लोगों ने हमला कर दिया।दरअसल पीडब्ल्यू मंत्री यूनुस खान रात करीब 11 बजे चामुण्डा देवी मंदिर में एक सडक निर्माण के लोकार्पण कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे। इस दौरान जिले के छोटी खाटू क्षेत्र में उनकी कार पर अचानक कुछ लोगों ने पत्थर फेंकने प्रारंभ कर दिए। इस कार के शीशे टूट गए और कार अनियंत्रित हो गई। हालांकि मंत्री खान को चोट नहीं आयी है लेकिन घटना काफी गंभीर बताई जा रही है। अचानक हुए पथराव से मंत्री के काफिले में अफरा-तफरी मच गई। घटना की जानकारी मिलते ही ना​गौर एसपी पारिस देशमुख सहित बड़े पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। घटना के बारे में मंत्री यूनुस खान ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाए है।वहीं पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ प्रारंभ कर दी है। गौरतलब है कि मंत्री युनूस खान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सबसे करीबी मंत्रियों में सम्म​लित है। 


शुक्रवार, 29 सितंबर 2017

बीकानेर: युवती से 23 नौजवानों ने दुष्कर्म किया: पुलिस ने 21 का मालूम कर लिया

राजस्थान के बीकानेर में दिल्ली की एक महिला को अगवा कर 23 लोगों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में अभी तक 6 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। 


दिल्ली की रहने वाली 28 वर्षीय महिला ने बताया कि वह 25 सितंबर को बीकानेर के रिडमलसर पुरोहित स्थित अपने  आवासीय भूखंड को देखने आई थी। वह दोपहर करीब 2.30 बजे जयपुर रोड पर खाटू श्याम मंदिर के पास लौटने के लिए वाहन का इंतजार कर रही थी। उसी वक्त एक एसयूवी में आए दो लोगों ने उसे अगवा कर लिया। जय नारायण व्यास कॉलोनी पुलिस स्टेशन दर्ज शिकायत के अनुसार, आरोपी उसे वाहन में कई घंटों तक घूमाते रहे और बारी-बारी से दुष्कर्म किया। उसने कहा कि दो आरोपियों ने कार में उसके साथ दुष्कर्म किया और इसके बाद उन्होंने छह अन्य लोगों को बुला लिया। इन्होंने भी उसके साथ बलात्कार किया। पीड़िता ने कहा कि उसे पलाना गांव स्थित सरकारी बिजली उपस्टेशन ले जाया गया जहां कई लोगों ने उसके साथ बलात्कार किया। 

एफआईआर के अनुसार, दो लोग 26 सितंबर की सुबह करीब 4 बजे उसे वहीं फेंक गए जहां से उसे अगवा किया गया था। पुलिस ने 27 सितंबर को दो नामजद और 21 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मामले की जांच कर रहे सीओ राजेंद्र सिंह ने कहा कि पुलिस ने घटनास्थल से कंडोम बरामद किए हैं। साथ ही सीआरपीसी की धारा 164 के तहत मजिस्ट्रेट के सामने महिला के बयान दर्ज किए गए हैं। महिला की डॉक्टरी जांच कराई गई है और अभी इसकी रिपोर्ट नहीं आई है। महिला ने दो मोबाइल नंबर और एक वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर भी एफआईआर में दर्ज कराया है। 

छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें बरसिंहसर निवासी  सुभाष जाट,राजू राम जाट,भंवर लाल जाट, मनोज कुमार जाट और पलाना निवासी जुगलकिशोर जाट व मदनलाल जाट के रूप में हुई है। सभी की उम्र 20 वर्ष से अधिक है। इनको अदालत में पेश किया गया। अदालत ने तीन दिन का पुलिस रिमांड दिया है।


सूरतगढ़ राजपूत क्षत्रिय संघ के करणी माता मंदिर में नवमी पर हवन पूजन

 सूरतगढ़ 29 सितंबर  2017.

हनुमानगढ़ गंगानगर बाईपास पर स्थित करणी माता मंदिर में आज शारदीय नवरात्रा की नवमी पर हवन हुआ जिसमें संघ के अध्यक्ष श्री मल सिंह भाटी,श्री करणी दान सिंह राजपूत,श्री लाल सिंह बीका व अन्य सरदारों ने सपत्नीक भाग लिया। नवमी पर विशेष पूजा भी की गई। 

यहां करणी मंदिर में देशनोक वाली करणी माता की अनुकृति शिला पर है। यह प्राचीन देवली जैसी प्रतिमा है। 

इस के दर्शन पूजन के लिए राजपूतों के अलावा अन्य समुदायों के लोग भी काफी संख्या में पहुंचते हैं।


सूरतगढ में पूर्व विधायक अशोक नागपाल का पंप शुरू


- करणीदानसिंह राजपूत -

सूरतगढ़ 29 सितंबर। नवरात्र की नवमी के शुभ दिवस पर आज अशोक नागपाल परिवार का पेट्रोल पंप शुरू हुआ।

 सेठ रामदयाल राठी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के सामने यह पंप है जो पहले कंपनी चलाती थी और अब नागपाल परिवार की फर्म इसे चलाएगी। नागपाल परिवार के पास अनूपगढ़ में भी एक पंप है। 

पंप की शुरुआत के समय अचानक अशोक नागपाल के टेलीफोन संदेश पहुंचे जिसमें यह सूचना थी कि 11:00 बजे पंप का शुभारंभ होगा। 

उसके बाद मित्र और जानकार तुरंत पहुंचे। बाद में भी मित्रों का परिचितों का आवागमन रहा। सूरतगढ़ के अलावा सूरतगढ़ से अनूपगढ़ तक के नजदीकी लोग बधाई देने पहुंचे। अनूपगढ़ के परिवारजन भी इस अवसर पर मौजूद रहे।

700 रेलगाड़ियों की गति बढ़ाई जाएगी:



रेल मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार  28 सितंबर 2017 को कहा कि रेलवे प्रभावी और तेज सेवाएं सुनिश्चित करने पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि एक नवंबर 2017 से करीब 700 रेलगाड़ियों की गति तेज करने का प्रस्ताव है। इससे 48 मेल एक्सप्रेस रेलगाड़ियों को सुपरफास्ट श्रेणी में बदलने में मदद मिलेगी। मंत्री ने कहा कि शुक्रवार से 100 नई रेल सेवाएं आरंभ की जाएंगी। इन 100 सेवाओं में से 32 नई सेवाएं पश्चिमी रेलवे में और 68 सेवाएं मध्­य रेलवे में शुरू की जाएंगी। उन्होंने कहा कि नयी सेवाओं के शुरू होने से 77 लाख लोगों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि रेलवे की फ्लेक्सी किराया योजना में बदलाव किया जा सकता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यात्रियों पर कर का बोझ लादे बगैर राजस्व कमाया जा सके। फ्लेक्सी योजना से एक वर्ष से भी कम समय में रेलवे को 540 करोड़ रुपए की अतिरिक्त कमाई हुई है।

गोयल ने यहां संवाददाताओं से कहा कि फ्लेक्सी किराया योजना मेरे संज्ञान में लाई गई है। इसे और बेहतर किया जा सकता है कि ताकि लोगों की जेब पर बोझ नहीं पड़े और राजस्व के लक्ष्य को भी हासिल किया जा सके। वे इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि इस महीने की शुरुआत में मंत्रालय का पदभार संभालने के बाद क्या उन्होंने फ्लेक्सी किराया योजना की समीक्षा की है। यह पूछने पर कि क्या योजना में कोई बदलाव होगा तो गोयल ने कहा कि कुछ बदलाव करने की संभावना है। पिछले वर्ष सितंबर में शुरू की गई योजना राजधानी, शताब्दी और दुरंतो जैसी प्रीमियम ट्रेनों के लिए लागू की गई थी। इसमें दस फीसद सीट सामान्य किराए पर बुक की जाती थी और इसके बाद हर दस फीसद सीट को दस फीसद बढ़ोतरी के साथ बुक किया जाता था। इसमें अधिकतम 50 फीसद की वृद्धि की जा सकती थी। आंकड़ों के मुताबिक फ्लेक्सी किराया योजना से रेलवे को सितंबर 2016 से जून 2017 के बीच 540 करोड़ रुपए की अतिरिक्त आमदनी हुई।

मंत्री ने कहा कि सभी स्टेशनों और रेलगाड़ियों में तेज वाई-फाई कनेक्टिविटी होगी लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि इसे कब लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए रेलवे सुरक्षा बल और टीटीई को ड्यूटी पर यूनिफॉर्म में रहना सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आरपीएफ कर्मी टिकट की जांच नहीं करेंगे, जो टीटीई का काम है लेकिन वे टिकट जांच दस्ते का सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो ने रेलवे की सभी संपत्तियों का खाका खींचने की पेशकश की

गुरुवार, 28 सितंबर 2017

मोदी व भाजपा के विरुद्ध बढ़ता जन आक्रोश: विद्यार्थी, व्यापारी, किसान जीने मरने की लड़ाई में जुटे



- करणीदानसिंह राजपूत-


भाजपा सत्ता की खुशी और सत्ता मद में  पगलाई  है और सामने  कमजोर और विभाजित  विपक्ष है जिसके पास कोई दमदार नेता नहीं है जो जनता के आक्रोश का प्रतिनिधित्व करते हुए सरकार को चुनौती दे सके। इस हालत में भाजपा की तानाशाही बढ रही है।


 इसके बावजूद पिछले कुछ महीनों में अलग-अलग तबके मोदी सरकार के खिलाफ जिंदगी-मौत की लड़ाई में उतरे हैं। 

संपूर्ण देश में छात्र छात्राओं में मोदी व भाजपा के  विरुद्ध असंतोष भयानक रूप ले चुका है। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में सुरक्षा मांग रही छात्राओं पर आधी रात में पुलिस लाठीचार्ज व पुरुष पुलिस द्वारा घसीटे जाने की घटना ने तो भाजपा की सत्ता स्वरूप को बुरी तरह से बिगाड़ कर रख दिया है।

मध्यदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान जैसे बीजेपी शासित राज्यों के किसानों ने अपनी उपज का सही दाम न मिलने को लेकर लंबे प्रदर्शन किए और कुछेक जगहों पर पुलिस की गोलियों से मारे गए। 

गुजरात में दलितों पर हुए गोरक्षकों के हमले के विरोध ने राज्यव्यापी आंदोलन का रूप ले लिया। 

सरकार का सबसे सुदृढ़ समर्थक व्यापारी वर्ग भी जीएसटी को लेकर आंदोलन में उतरा और उसकी परेशानियां भी कम होने के बजाय बढ़ती जा रही है।

 छात्रों के सरकार विरोधी तेवर लगभग हर विश्वविद्यालय में दिखाई पड़ रहे हैं।


भाजपा की सरकारों और इसके जन संगठनों ने इन विरोध प्रदर्शनों को जनता की शिकायतों के रूप में लेने के बजाय इसे विपक्षी साजिश बताया और ताकत के बल पर इन्हें कुचलने की कोशिश की। सत्तारूढ़ दल को समय रहते समझ लेना चाहिए कि जिस तरह आज उसे देश में हुई हर अच्छी बात का लाभ मिल रहा है वैसे ही कल हर समस्या का ठीकरा भी उसी के सिर फूटेगा। बीजेपी के सहयोगी दल उसकी नाकामियों में हिस्सेदारी नहीं लेंगे।संभव है, पार्टी में ज्यादातर लोग चुनावी जीत के हल्ले में इस समस्या का समाधान देख रहे हों लेकिन प्रधानमंत्री के बयान से ऐसा लगता है कि वे किसी गलतफहमी में नहीं हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी पार्टी बीजेपी के बारे में कहा है कि उसको चुनावों से ऊपर उठकर सोचना और काम करना चाहिए। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमें जनतंत्र को चुनावी दायरे से आगे ले जाना है ताकि इसमें जनता की भागीदारी बढ़ाई जा सके। 

पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने बैठक की शुरुआत में पिछली बार से बड़ी जीत अगले आम चुनाव में दर्ज करने का आह्वान करके ऐसा संकेत भी दिया कि चुनाव तय समय से पहले कराए जा सकते हैं। इस कार्यकारिणी का मकसद चुनाव के लिए पार्टी को तैयार करने का है। बहरहाल, जनता की भागीदारी पर जोर देने के पीएम के आग्रह से स्पष्ट है कि वह जनता से संवाद में सरकार और पार्टी की कुछ खामियों को चिह्नित करना चाहते हैं।

उन्हें पता है कि उनकी नीतियां भले ही आकर्षक दिखती हों पर लोगों के जीवन पर उनका कोई अच्छा असर नहीं दिख रहा।


डेरा सच्चा सौदा की "कुर्बानी विंग" की धमकी भरी चिट्ठी: पुलिस चैनल पत्रकार अफसर विद्रोही डेरा प्रेमी निशाने पर: सुरक्षा अलर्ट


डेरा सच्चा सौदा की मंगल"कुर्बानी विंग" ने एक धमकी भरी चिट्ठी लिखकर डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ टीवी चैनल्स पर बोल रहे पूर्व डेरा अनुयायियों और रिपोर्टिंग कर रहे पत्रकारों के साथ-साथ हरियाणा पुलिस के तीन अफसरों को भी जान से मारने की धमकी दी है.

इस चिट्ठी में "कुर्बानी विंग" की तरफ से लिखा गया है कि डेरा सच्चा सौदा के गुरु जी के लिए करीब 200 युवा मरने के लिए तैयार बैठे हैं लेकिन उन्हें लगता है कि वो खुद मर कर कुछ हासिल नहीं कर पाएंगे. इसी वजह से वो डेरे और गुरमीत राम रहीम को बदनाम कर रहे लोगों के परिवारों को ही ढूंढ-ढूंढ कर खत्म करेंगे.

इस चिट्ठी में डेरा सच्चा सौदा के खिलाफ टीवी चैनलों की डिबेट में बैठ रहे गुरदास सिंह, हंसराज, भूपेंद्र सिंह और खट्टा सिंह के नाम शामिल हैं. इसके अलावा टीवी चैनलों में आज तक, इंडिया टीवी, इंडिया न्यूज, और न्यूज 18 के नाम लिखे गए हैं.इसके अलावा हरियाणा पुलिस के तीन अफसरों का जिक्र भी इस चिट्ठी में किया गया है और इस चिट्ठी के माध्यम से इन तमाम लोगों को जान से मारने की धमकी दी गई है. रजिस्टर्ड पोस्ट के जरिए ये चिट्ठी चंडीगढ़ में कुछ चैनलों के दफ्तर में भेजी गई है.

इससे पहले डेरा सच्चा सौदा से जुड़े लोग अपने अखबार सच कहूं के माध्यम से भी आज तक के ब्यूरो चीफ सत्येंद्र चौहान के एक साध्वी के किए गए इंटरव्यू को लेकर उसे फर्जी बताते हुए अपने समर्थकों को भड़काने के लिए अपने अखबार में खबर लिख चुके हैं.

इसके लिए बकायदा कई न्यूज चैनलों का नाम भी इस अखबार में लिखा गया कि किन-किन चैनलों के पत्रकार डेरा सच्चा सौदा के खिलाफ खबरें चला रहे हैं और ऐसा करके इस अखबार ने चंडीगढ़ के टीवी पत्रकारों के खिलाफ अपने डेरे के अनुयायियों को भड़काने की कोशिश की और इसका असर अब देखने को मिल रहा है जिसमे खुलेआम डेरा सच्चा सौदा की "कुर्बानी विंग" के लोग टीवी पत्रकारों के दफ्तर में चिट्ठियां भेज कर उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं.

पंचकूला:

डेरा सच्चा सौदा की कुर्बानी गैंग से मिली धमकी के बाद प्रशासन अलर्ट हो गया है । इस मामले को बहद गंभीरता से लिया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक हरियाणा पुलिस ने इस केस से जुड़े और मीडिया के सामने आकर बयान देने वाले अपने तमाम अफसरों की सुरक्षा और कड़ी कर दी है और उनके आस-पास कमांडो की तैनाती की जा रही है।इसके अलावा हरियाणा पुलिस ने CBI के उन अफसरों को भी अलर्ट रहने के लिए कहा है जो कि इस केस से सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं। सीबीआई की स्पेशल कोर्ट के जज को जो सुरक्षा दी गई है उस सुरक्षा के इंचार्ज को भी हाई-अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। 

उल्लेखनीय है कि बीते दिन राम रहीम के कुर्बानी गैंग ने मीडिया और पुलिस के 3 अफसरों को धमकी भरा पत्र लिखा था। पत्र में कहा गया था कि कुर्बानी गैंग के 200 युवा मरने के लिए तैयार हैं। खत में बाबा के खिलाफ खुलासे कर रहे गुरदास तूर, विश्वास गुप्ता, खट्टा सिंह, हंसराज को भी जान से मारने की धमकी दी गई है।   रेपिस्ट बाबा की इस कुर्बानी गैंग का खुलासा उसके जेल जाने के बाद हुआ था। सूत्रों के मुताबिक इसी गैंग के लोगों ने पंचकूला में हिंसा की थी। लिखकर डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ टीवी चैनल्स पर बोल रहे पूर्व डेरा अनुयायियों और रिपोर्टिंग कर रहे पत्रकारों के साथ-साथ हरियाणा पुलिस के तीन अफसरों को भी जान से मारने की धमकी दी है.

इस चिट्ठी में "कुर्बानी विंग" की तरफ से लिखा गया है कि डेरा सच्चा सौदा के गुरु जी के लिए करीब 200 युवा मरने के लिए तैयार बैठे हैं लेकिन उन्हें लगता है कि वो खुद मर कर कुछ हासिल नहीं कर पाएंगे. इसी वजह से वो डेरे और गुरमीत राम रहीम को बदनाम कर रहे लोगों के परिवारों को ही ढूंढ-ढूंढ कर खत्म करेंगे.

इस चिट्ठी में डेरा सच्चा सौदा के खिलाफ टीवी चैनलों की डिबेट में बैठ रहे गुरदास सिंह, हंसराज, भूपेंद्र सिंह और खट्टा सिंह के नाम शामिल हैं. इसके अलावा टीवी चैनलों में आज तक, इंडिया टीवी, इंडिया न्यूज, और न्यूज 18 के नाम लिखे गए हैं.इसके अलावा हरियाणा पुलिस के तीन अफसरों का जिक्र भी इस चिट्ठी में किया गया है और इस चिट्ठी के माध्यम से इन तमाम लोगों को जान से मारने की धमकी दी गई है. रजिस्टर्ड पोस्ट के जरिए ये चिट्ठी चंडीगढ़ में कुछ चैनलों के दफ्तर में भेजी गई है.


इससे पहले डेरा सच्चा सौदा से जुड़े लोग अपने अखबार सच कहूं के माध्यम से भी आज तक के ब्यूरो चीफ सत्येंद्र चौहान के एक साध्वी के किए गए इंटरव्यू को लेकर उसे फर्जी बताते हुए अपने समर्थकों को भड़काने के लिए अपने अखबार में खबर लिख चुके हैं.

इसके लिए बकायदा कई न्यूज चैनलों का नाम भी इस अखबार में लिखा गया कि किन-किन चैनलों के पत्रकार डेरा सच्चा सौदा के खिलाफ खबरें चला रहे हैं और ऐसा करके इस अखबार ने चंडीगढ़ के टीवी पत्रकारों के खिलाफ अपने डेरे के अनुयायियों को भड़काने की कोशिश की और इसका असर अब देखने को मिल रहा है जिसमे खुलेआम डेरा सच्चा सौदा की "कुर्बानी विंग" के लोग टीवी पत्रकारों के दफ्तर में चिट्ठियां भेज कर उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं.


पंचकूला(उमंग श्योराण): डेरा सच्चा सौदा की कुर्बानी गैंग से मिली धमकी के बाद प्रशासन अलर्ट हो गया है । इस मामले को बहद गंभीरता से लिया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक हरियाणा पुलिस ने इस केस से जुड़े और मीडिया के सामने आकर बयान देने वाले अपने तमाम अफसरों की सुरक्षा और कड़ी कर दी है और उनके आस-पास कमांडो की तैनाती की जा रही है।इसके अलावा हरियाणा पुलिस ने CBI के उन अफसरों को भी अलर्ट रहने के लिए कहा है जो कि इस केस से सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं। सीबीआई की स्पेशल कोर्ट के जज को जो सुरक्षा दी गई है उस सुरक्षा के इंचार्ज को भी हाई-अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। 


उल्लेखनीय है कि बीते दिन राम रहीम के कुर्बानी गैंग ने मीडिया और पुलिस के 3 अफसरों को धमकी भरा पत्र लिखा था। पत्र में कहा गया था कि कुर्बानी गैंग के 200 युवा मरने के लिए तैयार हैं। खत में बाबा के खिलाफ खुलासे कर रहे गुरदास तूर, विश्वास गुप्ता, खट्टा सिंह, हंसराज को भी जान से मारने की धमकी दी गई है।   

सूरतगढ़ का यह अंडर पास कब शुरू होगा ?


करणीदानसिंह राजपूत 

सेठ रामदयाल राठी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के पास निर्मित रेल अंडर पास शुरू होने के इंतजार में लोग बेताब हैं।

 ओवर ब्रिज के ऊपर से आने जाने पर दोतरफा 4 किलोमीटर अतिरिक्त आवागमन करना पड़ता है। महंगे भाव के पेट्रोल पर दुपहिया वाहन वाले जब सूर्योदय नगरी से  आते जाते हैं तब बहुत परेशान हो ये हैं।

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बुधवार, 27 सितंबर 2017

बाबा सियाराम दास रेप में गिरफ्तार: आश्रम के स्कूल से बड़े लोगों को लड़कियों की सप्लाई का भी आरोप

 


यूपीपी के सीतापुर के एक बड़े महंत की काली करतूत उजागर हो गई है। इस महंत पर एक युवती ने दुराचार का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि बाबा ने उसका अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया और उसे कई लोगों को बेचा गया। वह बाबा के पास 8 माह तक बंधक रही।

सीतापुर के पास मिश्रिख क्षेत्र में बाबा सियाराम का आश्रम है। जहां बाबा एक स्कूल संचालित कर रहा है। स्कूल की प्रिंसिपल उसकी शिष्या मिंटू सिंह है। पीडि़ता का कहना है कि नौकरी की तलाश में उनके पास पहुंची थी। जहां मेरे रिश्तेदार नोखे और उसके दोस्त आशीष शुक्ला ने नौकरी दिलाने के बहाने मुझे मिंटू्सिंह को 50 हजार रुपए में बेच दिया। इसके बाद वह मुझे बाराबंकी, फैजाबाद, लखनऊ के आश्रम से घुमाती हुई सीतापुर के आश्रम ले आई।

यहां बाबा ने मेरे साथ रेप किया और वीडियो भी बनाया। दूसरे दिन आगरा के आश्रम में भेज दिया गया, जहां मुझे 8 महीने तक बंधक बना कर रखा गया। यहां मेरे साथ हर रात रेप होता था और उसका वीडियो भी बनाया जाता था।

पीडि़ता ने खुलासा किया है कि स्कूल की लड़कियों को बड़े लोगों के पास भेजा जाता है। इस आरोप को बाबा ने सिरे से खारिज करते हुए पीडि़ता को पहचानने से इंकार कर दिया है।

उत्तर प्रदेश के सीतापुर में बाबा राम-रहीम और फलाहारी बाबा की तरह एक और मामला सामने आया है। एक लड़की ने बाबा सियाराम दास पर आश्रम में 8 महीने तक बंधक बनाकर रेप करने का आरोप लगाया है। पीड़‍िता ने बताया, बाबा ने उससे अपने एक श‍िष्या से 50 हजार में खरीदा था। इसके बाद वो हर रात उसके साथ रेप करता था। इतना ही नहीं, उसका एमएमएस भी बनाया जाता था। पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और बाबा को गिरफ्तार भी कर लिया है।

250 बीघे में है बाबा का आश्रम-

बाबा सियाराम दास का मुख्य आश्रम सीतापुर से 25 किमी दूर मिश्रिख में है। बताया जाता है कि ये आश्रम लगभग 250 बीघे में बना हुआ है। इसके साथ ही बाबा ने अपने आश्रम में स्कूल खोल रखा है। आसपास के बच्चों की अच्छी संख्या इस स्कूल में पढने आती है। इस स्कूल की प्रिंसिपल मिंटू सिंह है। पीड़िता के बयान के मुताबिक मिंटू सिंह ने ही उससे बाबा सियाराम दास के हाथों बेचा था। बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में सियाराम दास के आश्रम जगह-जगह फैले हुए है। इसके साथ ही सियाराम दास ने आगरा में लॉ कालेज भी बना रखा है।

क्या बताया पीड़िता ने-

पुलिस को दिए अपने बयान में पीड़िता ने बताया कि वो नौकरी के लिए बहुत समय से परेशान थी। एक दिन उसके रिश्तेदार नोखे और उसके दोस्त आशीष शुक्ला ने नौकरी द‍िलाने के बहाने पीड़िता को म‍िंटू स‍िंह से मिलवाने लाया, जहां उन्होंने उससे बेच दिया। जिसके बाद वह उससे बाराबंकी, फैजाबाद, लखनऊ के आश्रम से घुमाती हुई सीतापुर के आश्रम ले आई। जहां सियाराम दास ने उसके साथ रेप किया। पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि उससे आगरा के आश्रम में 8 महीने तक बंधक रखा गया। जहां रोज उसके साथ हुए रपे की वीडियो बनाई जाती थी।

स्कूल की लड़कियों को बड़े लोगों के पास भेजा जाता

पीड़ित लड़की ने ये आरोप भी लगाया है कि बाबा सियाराम दास के इंग्लिश मीडियम स्कूल की लड़कियों के साथ भी रेप किया जाता है, उनका वीडियो भी बनाया जाता है, ताकि वो कि‍सी से कुछ कह न सके। इसके अलावा उन लड़कियों को नेताओं और बड़े लोगों के सामने पेश भी किया जाता है। उसने बताया की उससे भी इसी काम के लिए आगरा से सीतापुर लाया गया था। जिसके बाद उसने मौका मिलते ही पुलिस को इसकी सुचना दे दी।



पुलिस ने किया बाबा को गिरफ्तार-


सीतापुर के एएसपी मार्तंड प्रताप स‍िंह ने बताया कि युवती ने यूपी डायल 100 पुलिस को मामले की सूचना दी। जिसके बाद पुलिस ने तत्काल सियाराम दास को उसके आवास से युवती के साथ पकड़ कर मिश्रिख कोतवाली ले लाई। प्रथम दृष्टया युवती के आरोप सही पाए गए हैं। सियाराम दास के खिलाफ अभी धारा 376 के तहत केस दर्ज क‍िया गया है।


सियाराम दास ने कहा मैं बेगुनाह-


पूछताछ में आरोपी बाबा स‍ियाराम दास ने कहा कि वो न‍िर्दोष है। उसके ख‍िलाफ साज‍िश की जा रही है। उसने लड़की को कभी देखा भी नहीं है। साज‍िश कौन कर रहा है ये भी उसे मालूम नहीं है। लड़की ने उस पर रेप का आरोप लगाया है, जो ब‍िल्कुल गलत है।

26.9.2017.

मंगलवार, 26 सितंबर 2017

1 नवंबर से रेलगाड़ियों का नया टाइम टेबल लागू होगा

श्रीगंगानगर, 26 सितम्बर। रेलवे की नई समय सारणी अब आगामी 1 नवम्बर 2017 से प्रभावी होगी। वर्तमान समय सारणी 31 अक्टूबर 2017 तक प्रभावी रहेगी।

उतर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी श्री नीरज शर्मा ने बताया कि वर्तमान में लागू ट्रेन्स ऐट ए ग्लान्स, नार्थ जॉन पब्लिक टाईम टेबल तथा वर्किंग टाईम टेबल आगामी 31 अक्टूबर 2017 तक प्रभावी रहेगा। नया टाईम टेबल 1 नवम्बर 2017 से प्रभावी होगा। सभी रेल गाडियां 31 अक्टूबर तक वर्तमान समय सारणी के अनुसार चलेगी। 


हनीप्रीत की अग्रिम ट्रांजिट जमानत याचिका दिल्ली हाईकोर्ट में खारिज:

 

हनीप्रीतत की अग्रिम ट्रांजिट जमानत याचिका खारिज हो गई है। हनीप्रीत ने सोमवार को अपने वकील के जरिए दिल्ली हाई कोर्ट में अर्जी दाखिल कर अग्रिम ट्रांजिट बेल की मांग की थी। हाई कोर्ट ने मंगलवार को याचिका पर सुनवाई की और जमानत याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने कहा कि हनीप्रीत को अग्रिम जमानत नहीं दी जा सकती क्योंकि यह मामला दिल्ली हाई कोर्ट के जूरिस्डिक्शन का नहीं है। हालांकि कोर्ट ने हनीप्रीत को दिल्ली में सरेंडर का विकल्प दिया। हाई कोर्ट ने हनीप्रीत की अग्रिम ट्रांजिट बेल की अर्जी पर सुनवाई के दौरान टिप्पणी करते हुए कहा कि उनके लिए सबसे आसान रास्ता यह होता कि वह सरेंडर कर दें। मामले में हनीप्रीत की ओर से दलील पेश की गई। वहीं दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस की ओर से दलीलें दी गई जिसके बाद हाई कोर्ट ने कहा कि वह ऑर्डर पारित करेंगे और ऑर्डर रिजर्व कर लिया। ट्रांजिट अग्रिम जमानत का मतलब होता है कि ट्रांजिट के दौरान गिरफ्तारी नहीं होगी। देशद्रोह के मामले में हनीप्रीत ने अग्रिम ट्रांजिट बेल की मांग की थी ताकि दिल्ली से हरियाणा जाने के दौरान गिरफ्तारी न हो। 


सुनवाई के दौरान हरियाणा पुलिस ने अग्रिम ट्रांजिट बेल का विरोध किया। वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि हनीप्रीत को इस मामले में पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाना चाहिए था। दोनों ही राज्यों की पुलिस ने तीन हफ्ते के अग्रिम ट्रांजिट बेल का विरोध करते हुए कहा कि यह मामला पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट के जूरिस्डिक्शन का है। वहीं हनीप्रीत के वकील ने कहा कि उनकी मुवक्किल की जान को खतरा है, इसीलिए उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट में अर्जी दाखिल कर प्रोटेक्शन की मांग की है और जब तक पड़ोसी राज्य न जाएं तब तक गिरफ्तारी पर रोक हो। अगर उन्हें प्रोटेक्शन दिया गया तो वह जांच में सहयोग को तैयार हैं। 


हरियाणा पुलिस ने रामरहीम को दोषी करार दिए जाने के बाद हिंसा फैलाने के मामले में 43 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया हुआ है इनमें हनीप्रीत भी है। वह 25 अगस्त से ही फरार है। रामरहीम को 25 अगस्त को पंचकुला की अदालत ने रेप के दो मामले में दोषी करार देते हुए सजा सुनाई थी। इसके बाद वहां हिंसा हुई थी और 41 लोगों की जान चली गई थी। जब 25 अगस्त को रामरहीम सजा सुनाई गई थी उस वक्त रामरहीम के साथ हनीप्रीत मौजूद थी

( NBT)


हनीप्रीत की अग्रिम जमानत याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट में फैसला सुरक्षित


नई दिल्ली 26.9.2017.

हनीप्रीत ने दिल्ली हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की थी जिस पर सुनवाई करने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। हनीप्रीत ने पंजाब-हरियाणा के ड्रग्स सिंडिकेट से खुद की जान का खतरा बताया है. हनीप्रीत और पुलिस का पक्ष सुनने के बाद हाईकोर्ट ने आपना फैसला सुरक्षित किय। हरियाणा पुलिस के वकील ने कहा कि हनीप्रीत का कोई क्लीन बैकग्राउंड नहीं है। यदि वो दिल्ली में है, तो उसे पुलिस को बताना चाहिए।

वकील ने कहा कि दिल्ली हनीप्रीत का न्यायिक क्षेत्र ही नहीं बनता. न तो उसका पासपोर्ट दिल्ली का है, न ही पता. इसलिए उसे ट्रांजिट बेल न दी जाए.


- कोर्ट ने कहा कि हनीप्रीत को 3 हफ्ते का ट्रांजिट बेल क्यों चाहिए? इस पर वकील ने कहा कि पंजाब और हरियाणा में उसके खिलाफ माहौल है.


- दिल्ली पुलिस ने कहा कि हनीप्रीत बाबा रहीम के बेहद करीब है. हरियाणा पुलिस उसे खोज रही है. वह कानून की कोई मदद नहीं कर रही है.


- दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को भरोसा दिलाया कि वो हनीप्रीत को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचने देंगे. पुलिस ने कहा कि दिल्ली में ग्रेटर कैलाश का जो पता दिया गया है, वो भी गलत है. ऐसे में समझा जा सकता है कि हनीप्रीत क्या कर रही है.


- कोर्ट ने फिर कहा कि क्या हनीप्रीत सरेंडर के लिए तैयार है? तो वकील ने कहा कि वो पुलिस जांच में सहयोग के लिए तैयार है.


- वकील ने कहा कि हनीप्रीत को पुलिस की तरफ से कभी नोटिस भी नहीं दिया गया.वकील ने कहा कि उसके खिलाफ कोई FIR नही है. उसका कोई रोल नही है. ऐसे में उसकी गिरफ्तारी की जरूरत ही नहीं है.


- कोर्ट ने पूछा, क्या हनीप्रीत दिल्ली की कोर्ट मे सरेंडर करने के लिए तैयार है.


- वकील ने कहा- हनीप्रीत का घर दिल्ली में ही है. उसको गिरफ्तारी का खतरा है.


- जस्टिस ने हनीप्रीत के वकील से पूछा- यह याचिका उनके अधिकार क्षेत्र में कैसे आता है?


- जस्टिस संगीता धीगड़ा कर रही है हनीप्रीत की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई. दिल्ली हाईकोर्ट में दायर याचिका में हनीप्रीत ने कहा कि वह हर जांच के लिए तैयार है. हरियाणा में उसकी जान को खतरा है।


हनीप्रीत ने दिल्ली में क्यों लगाई अग्रिम जमानत याचिका? कारण जाने

 हनीप्रीत ने अपने वकील के जरिए दिल्ली हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की है। अर्जी पर दोपहर 2 बजे सुनवाई होगी। हनीप्रीत के वकील प्रदीप आर्य का कहना है कि हनीप्रीत सोमवार को अग्रिम जमानत अर्जी पर साइन करने के लिए उनके ऑफिस पहुंची थी।

हनीप्रीत के वकील प्रदीप कुमार आर्य ने दिल्ली हाई कोर्ट के सामने 3 सप्ताह के लिए हनीप्रीत को ट्रांजिट बेल देने की मांग की है। चीफ जस्टिस गीता मित्तल ने हल्के अंदाज में वकील से पूछा कि हनीप्रीत कहां है? जवाब में वकील ने कोर्ट से कहा कि हनीप्रीत की जान को खतरा है। हरियाणा के DGP भी इस बारे में आशंका जता चुके हैं, इसलिए वह दिल्ली में याचिका दायर कर रही है। हनीप्रीत द्वारा दायर जमानत याचिका में कहा गया है कि उसकी जान को पंजाब और हरियाणा के ड्रग्स व्यापारियों से खतरा है। अर्जी में हनीप्रीत ने खुद को साफ सुथरा जीवन जीने वाली एक सिंगल महिला बताया है जो कानून का पालन करती है और पुलिस जांच में सहयोग को तैयार है। इस पर चीफ जस्टिस ने कहा कि उनकी अर्जी पर 2 बजे सिंगल बेंच अलग से सुनवाई करेगी। 


हनीप्रीत की अग्रिम जमानत याचिका पर दिल्ली उच्च न्यायालय में सुनवाई 26 सितंबर दोपहर 2 बजे होगी

हनीप्रीत उर्फ प्रियंका तनेजा ने ट्रांजिट अग्रिम जमानत के लिए दिल्ली हाईकोर्ट की शरण ली है। उसकी जमानत याचिका पर 26 सितंबर को दोपहर 2 बजे हाईकोर्ट में सुनवाई हो सकती है।

हनीप्रीत के वकील क्या कहना है क‌ि हनीप्रीत द‌िल्ली में ही है।हनीप्रीत के वकील प्रदीप आर्य ने कोर्ट में पेश होकर इस मामले की जल्द से जल्द सुनवाई किए जाने की अपील की थी।

 इस पर कोर्ट ने सुनवाई दो बजे तक होने की बात कहते हुए ‌द‌िल्ली और हर‌ियाणा दोनों राज्यों की पुल‌िस को मौजूद रहने के आदेश ‌द‌िए हैं।

टीवी रिपोर्ट्स के अनुसार वकील प्रदीप आर्य का दफ्तर दिल्ली के लाजपत नगर में है और वहां कल 25 सितंबर को हनीप्रीत आई थी। 

आज 26 सितंबर को पुल‌िस ने हनीप्रीत की तलाश में द‌िल्ली के ग्रेटर कैलाश-2 में छापेमारी की लेक‌िन वहां वो नहीं म‌िली।


एबीवीपी भी संघर्ष में उतरी:बनारस हिंदू विश्वविद्यालय छात्राओं पर पुलिस लाठीचार्ज

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू )में छात्राओं पर लाठीचार्ज, छात्रों की पिटाई के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता अब सड़क पर उतर आए हैं। सोमवार  25 सितंबर से काशी प्रांत के प्रांत मंत्री भूपेंद्र सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने भारत कला भवन के पास चौराहे पर धरना शुरू कर दिया है।


इस दौरान कार्यकर्ताओं ने घटना की निंदा करते हुए सरकार से पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच की मांग की है। उधर चीफ प्राक्टर समेत पूरे प्राक्टोरियल बोर्ड को कैंपस में लगातार हो रही घटनाओं को रोकने में असफल बताते हुए बर्खास्तगी का मुद्दा उठाया है।


धरना स्थल पर परिषद कार्यकर्ताओं ने छात्राओं पर लाठीचार्ज करने वालों पर कार्रवाई सहित घटनाओं की निंदा करने से संबंधित स्लोगन लिखा पोस्टर लगाया गया है। उधर परिसर में परिषद का यह धरना चर्चा का विषय बना रहा।


इस दौरान भूपेंद्र ने कहा कि परिषद छात्राओं की सुरक्षा के साथ ही अन्य समस्याओं का मुद्दा लगातार उठाती रहती है। आठ सितंबर को भी ज्ञापन दिया गया था लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया।


छात्रा के साथ हुई घटना दुर्भाग्य पूर्ण और निंदनीय है। उन्होंने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। चेतावनी दी यदि मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई कार्यकर्ता उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। 


ये हैं परिषद की मांग

-  घटनाओं के बारे में मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से फैक्ट फाइडिंग कमेटी का गठन किया जाए। 

-  लाठीचार्ज की घटनाओं पर न्यायिक जांच आयोग गठित कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए। 

- बीएचयू में घटनाओं को रोक पाने में असफल चीफ प्राक्टर, प्राक्टोरियल बोर्ड को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाए।

- महिला छात्रावासों सहित परिसर में छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित किया जाए। परिसर में सीसीटीवी, रास्तों पर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था हो।


सोमवार, 25 सितंबर 2017

हनीप्रीत की दिल्ली हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी


डेरा सच्चा सौदा के गुरमीत राम रहीम की कथित बेटी हनीप्रीत ने दिल्ली हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका लगाई है. अग्रिम जमानत याचिका हनीप्रीत तनेजा के नाम से लगाई गई है. कोर्ट इस याचिका पर मंगलवार को सुनवाई कर सकता है. बता दें कि कोर्ट मंगलवार और बुधवार के बाद बंद है.  

अगर कोर्ट हनीप्रीत की याचिका को स्वीकार करता है तो मुमकिन है कि उसे कुछ दिन की ट्रांजिट बेल दिल्ली हाईकोर्ट से मिल जाए और फिर हाईकोर्ट याचिका को पंजाब हाईकोर्ट को ट्रांसफर कर दे. हालांकि ये भी मुमकिन है कि कोर्ट हनीप्रीत को पहले पुलिस के सामने सरेंडर करने को कहे और फिर रेगुलर बेल लगाने को कहे. राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद से ही हनीप्रीत लापता है. खबरें थी कि हनीप्रीत विदेश भाग गई है, लेकिन इस याचिका के बाद साफ हो गया है कि वो देश में ही है.

डेरा सच्चा सौदा मुखी गुरमीत राम रहीम ने हाईकोर्ट में अपील की

 चंडीगढ़ 25.9.2017. डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम ने साध्वी यौन शोषण मामले में सीबीआइ की विशेष अदालत द्वारा सुनाई गई सजा को हाईकोर्ट में चुनौती दी है। राम रहीम दोषी करार दिये जाने के बाद रोहतक की सुनरिया जेल में सजा काट रहा है।

सोमवार  25 सितंबर को राम रहीम ने सीबीआइ कोर्ट द्वारा सुनाई गई सजा के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील दायर की। साध्वी यौन शोषण मामले में गुरमीत राम रहीम को सीबीआइ की विशेष अदालत ने 25 अगस्त भारतीय दंड संहिता (आइपीसी) की तीन धाराओं 376  (दुष्कर्म), 506 (डराने-धमकाने) और 509 (महिला की अस्मत से खिलवाड़) के तहत दोषी ठहराया था। गुरमीत को दोषी करार दिये जाने के बाद पंचकूला और सिरसा में डेरा समर्थकों ने जमकर उपद्रव मचाया था। जिसके बाद सजा सुनाने के लिए रोहतक की सुनरिया जेल में अदालत लगी और राम रहीम को 20 साल की सजा सुनाई गई थी।


ट्रेन कोच में कालेज छात्रा से छेड़खानी-कोच एटेन्डेंट गिरफ्तार

अहमदाबाद। दिल्ली से अहमदाबाद आ रही राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन में सफर कर रही एक कॉलेज छात्रा से छेड़खानी करने का मामला सामने आया है। छात्रा ने रेलवे पुलिस हेल्पलाइन नंबर 182 पर फोन कर कोच अटेंडेंट के खिलाफ छेड़खानी की शिकायत की। छात्रा की शिकायत के बाद ट्रेन के मेहसाणा स्टेशन पहुंचने पर आरपीएफ और जीआरपीएफ जवानों ने युवती की शिकायत दर्ज कोच अटेंडेंट को गिरफ्तार कर लिया।


मामला 23 सितंबर का है। अहमदाबाद के चांदखेड़ा क्षेत्र निवासी 20 वर्षीय लड़की गांधीनगर में होटल मैनेंजमेंट की पढ़ाई करती है। कॉलेज के स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत वह दो अन्य कॉलेज छात्राओं के साथ दिल्ली गई थी।


पीड़ित छात्रा ने पुलिस को दर्ज शिकायत में बताया कि वह दिल्ली से राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन में कोच नंबर 11 में यात्रा कर रही थी। उसके कॉलेज की दो छात्राएं भी उसके साथ थीं। दिल्ली से ट्रेन के चलने के बाद रात के 1 बजे जयपुर स्टेशन पर पहुंचते ही वह कोच के टॉयलेट में गई थी। उस समय कोच अटेंडेंट बाहर ही खड़ा था और उसे लगातार घूर रहा था। इतना ही नहीं उसने इसके बाद उसके पीठ पर हाथ फेरकर छेड़छाड़ करने की कोशिश की। वह डरकर अपनी सीट पर जाकर बैठ गई। बाद में साहस जुटाकर उसने रेलवे हेल्पलाइन नंबर 182 पर इसकी शिकायत की।


रेलवे पुलिस ने बताया कि छात्रा की शिकायत के बाद मेहसाणा रेलवे स्टेशन में ट्रेन को रोकर उसका बयान दर्ज किया गया। आरोपी कोच अटेंडेंट रविंद्र कृपाल सिंह ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया। यह घटना जयपुर में हुई है, इसलिए जांच के लिए उसे जयपुर भेज दिया गया है।


अहमदाबाद डिवीजन के जनसंपर्क अधिकारी प्रदीप शर्मा ने इस घटना को शर्मनाक बताया और कहा कि आरोपी कोच अटेंडेंट रेलवे का स्थायी कर्मचारी नहीं था बल्कि कॉन्ट्रैक्ट पर था। इस मामले को गंभीरता से लेकर आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

25.9.2017.


सांसद श्री निहालचंद पल्लू के लिये पैदल रवाना



श्रीगंगानगर, 25 सितंबर। सांसद एवं  श्री निहालचंद सोमवार को प्रतिवर्ष की भांति नवरात्रा के अवसर पर पल्लू में माता के दर्शन के लिये रायसिंहनगर से पैदल रवाना हो गये है। श्री निहालचंद सोमवार सुबह श्री मनीष गर्ग, अमरसिंह भूवाल, श्री कूलदीप बिश्नोई, श्री महावीर स्वामी, श्री तेजाराम, श्री सौरभ चौहान, श्री शुभकरण व कुलदीप के साथ पैदल रवाना हुए है। रायसिंहनगर से जैतसर, सूरतगढ़ अर्जुनसर होते हुए पल्लू 28 सितम्बर दुर्गाष्टमी को पहुंच कर पल्लू माता के दर्शन करेंगे तथा क्षेत्रा में शान्ति खुशहाली व तरक्की की कामना करेंगे। 
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बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में छात्राओं पर रात में पुलिस का लाठीचार्ज



BHU Girls Protest Dainik Jagran
बनारस हिंदू वि
श्वविद्यालयलय में देर रात हुई हिंसा. (फोटो साभार: आलोक मालवीय/दैनिक जागरण)

बनार

 विश्वविद्यालय में छेड़खानी और कैंपस में महिला सुरक्षा को लेकर पिछले दो दिनों से जारी छात्राओं को प्रदर्शन शनिवार रात हिंसक हो उठा.

दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार रात कुलपति आवास पर प्रदर्शन करने पहुंचे छात्र-छात्राओं पर बीएचयू के सुरक्षाकर्मियों की ओर से किए गए पथराव के बाद बीएचयू में जंग जैसे हालात बन गए.

रिपोर्ट के अनुसार, हालात को काबू करने के कैंपस में घुसी पुलिस फोर्स को छात्रों का जबरदस्त विरोध झेलना पड़ा. परिसर में गुरिल्ला युद्ध की स्थिति बन गई तो पुलिस को हवाई फायरिंग के साथ आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े.
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, तनाव को देखते हुए 25 सितंबर की दशहरा की छुट्टियों को तीन दिन पहले लागू कर दिया गया और अब विश्वविद्यालय में दो अक्टूबर तक छुट्टी रहेगी. इसके अलावा कुलपति ने घटना की जांच के लिए एक कमेटी गठित कर दी है.
रिपोर्ट के अनुसार, रात 10 बजे कुलपति आवास के सामने प्रदर्शन करने जा रहे छात्रों पर कैंपस के सुरक्षा गार्डों और पुलिस ने लंका गेट और महिला महाविद्यालय के पास लाठीचार्ज कर दिया. इसमें आधा दर्जन छात्रों को चोटें आईं. इसके बाद छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने पुलिस की लाठीचार्ज के जवाब में पथराव शुरू कर दिया.
दैनिक जागरण के अनुसार, हिंसा ने तब उग्र रूप धारण कर लिया जब सर सुंदरलाल अस्पताल के पास पुलिस और छात्रों के बीच दोतरफा पथराव शुरू हो गया. इसके अलावा महिला महाविद्यालय में घुसी फोर्स ने बाहर खड़ी छात्राओं पर लाठीचार्ज कर दी.
इसके बाद सैकड़ों आक्रोशित छात्र छात्राओं वही प्रदर्शन करना शुरू कर दिया और कुलपति के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की.
दैनिक जागरण के अनुसार, हालात को काबू में करने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अमला सिर्फ बिड़ला हॉस्टल में घुस सका. इस बीच 10 बम धमाके हुए जिसके बाद फोर्स को बाहर निकलने का आदेश दे दिया गया. इसमें एक दारोगा और सिपाही के अलावा दर्जनों छात्रों को चोटें आईं. रिपोर्ट में एक की स्थिति गंभीर होने की बात कही गई है.
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, एलबीएस हॉस्टल के बाहर प्रधानमंत्री के वाराणसी आने के होर्डिंग में छात्रों ने आग लगा दी थी और परिसर में खड़ी तीन स्कूटी भी फूंक दी गई.
दैनिक जागरण के अनुसार, इधर, सिंहद्वार पर दो दिन से धरना दे रहीं छात्राओं को पुलिस ने कैंपस के भीतर खदेड़ दिया. इसके बावजूद आधी रात के करीब छात्र सिंहद्वार पर जमा हो गए थे.
इससे पहले कैंपस में महिला सुरक्षा और छेड़खानी के विरोध में धरनारत छात्राओं की मांग थी कि कुलपति गिरीश त्रिपाठी मौके पर आकर छात्राओं की बात और समस्याएं सुनें. हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने फैसला किया कि कुलपति धरनास्थल पर नहीं जाएंगे.
इस ज़िद के बाद से ही बीएचयू की माहौल गर्मा गया, जिसके परिणामस्वरूप शनिवार रात कैंपस कई घंटे तक हिंसा और आगजनी की चपेट में रहा.
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, छात्रों को काबू में करने के लिए 23 थानों की पुलिस, एक दर्जन वज्र वाहन और पांच कंपनी पीएसी बुला ली गई. पूरी घटला की विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही माना जा रहा है.


दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, बीते 21 सितंबर को अपने विभाग से हॉस्टल जा रही एक छात्रा के साथ दृश्य कला संकाय की छात्रा के साथ भारत कला भवन के पास कुछ युवकों ने छेड़खानी के अलावा उसके कपड़े खींचने की कोशिश की थी.
हॉस्टल पहुंचने के बाद त्रिवेणी हॉस्टल की छात्राएं रात में ही सड़क पर उतर आईं. हालांकि उन्हें समझा बुझाकर वापस भेज दिया गया. इसके बाद शुक्रवार सुबह छह बजे से छात्राओं न सिंहद्वार पर धरना शुरू कर दिया. रिपोर्ट में लिखा गया है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने आंदोलन ख़त्म करने के लिए हरसंभव हथकंडा अपनाया लेकिन वे विफल रहे.
दैनिक जागरण के अनुसार, छात्राओं का कहना था कि अगर कुलपति आ जाते तो वे धरना ख़त्म कर देती लेकिन कुलपति नहीं आए. इसके विरोध में छात्राएं दो दिन तक सिंहद्वार पर डटी रहीं.
धरने की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो कि उस दिन वाराणसी में ही थे, के दुर्गा और मानस मंदिर जाने का रास्ता बदलना पड़ा. छात्राओं का धरना जारी रहा और कुलपति का पुतला भी फूंका गया.
इस बीच किसी ने सिंहद्वार पर चढ़कर ‘बीएचयू इज़ अनसेफ’ का पोस्टर लगा दिया, जिसे बाद में उतार दिया गया.

रविवार, 24 सितंबर 2017

सच्च बोलने वाले मीडिया और लोगों को मोदी राज में खरीदा जा रहा है-


-कई मीडिया भारी दबाव व खरीद से सरकारी​ पाले में जा बैठे -


- करणीदानसिंह राजपूत -

मीडिया घरानों का भी मोदी सरकार को लेकर विश्वास डगमगा रहा है. देश की बिगड़ती अर्थव्यवस्था और गिरती विकास दर और भयानक बेरोजगारी ने कई मीडिया घरानों को मोदी सरकार को लेकर दोबारा नए सिरे से अपनी राय बनाने पर मजबूर कर दिया है. राजस्थान पत्रिका के मालिक गुलाब कोठारी ने मोदी सरकार के अर्थव्यवस्था से लेकर रोजगार और विदेशी नीति के मोर्चे पर बुरी तरह से फेल होने पर मोदी सरकार की तीखी आलोचना की है.

कोठारी ने लगाया मोदी पर मीडिया को खरीदने का आरोप


राजस्थान पत्रिका समूह के मालिक गुलाब कोठारी ने मोदी सरकार पर हमला बोल दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि झूठ बोलने के लिए मीडिया और लोगों को खरीदने का काम चल रहा हैं.

झूठ को सौ बार बोलकर सच बना रही मोदी सरकार

मुंबई में आयोजित 14वें अंतरराष्ट्रीय कंसर्न्ड कम्यूनिकेटर अवॉर्ड (सीसीए) समारोह में राजस्थान पत्रिका समूह के मालिक गुलाब कोठारी ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला. कोठारी ने आरोप लगाया कि झूठ बोलने के लिए मोदी सरकार मीडिया और लोगों को खरीदने का काम कर रही हैं. कोठारी ने कहा कि आजादी को 70 साल हो गए हैं लेकिन हम आज भी सच को सुनना ही नहीं चाहते हैं. सरकार मीडिया हाउस को शॉर्टलिस्ट कर जनता तक झूठी बातें पहुंचा रही है. झूठ को सच बताकर रखने की कोशिश में लोगों को दिग्भ्रमित किया जा रहा है. क्योंकि यदि झूठ को सौ बार बोला जाए तो वह सच मान लिया जाता है और आज यही हो रहा है.

कुछ मीडिया समूहों ने छोड़ दिया जनता का साथ

सरकार व मीडिया को आईना दिखाते कोठारी ने कहा कि आज अभिव्यक्ति की आजादी पर अतिक्रमण हो रहा है. आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है. जिसे हमने लोकतंत्र व जनता के बीच सेतु माना था, वही मीडिया आज कहां है? कुछ मीडिया समूहों ने आज जनता का पाला छोड़ दिया है और सरकार के साथ जाकर बैठ गए हैं. यह सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में हो रहा है. सोशल मीडिया का अवतार ही झूठ बोलने के लिए हुआ है, क्योंकि कौन आधिकारिक तौर पर कह रहा है और क्या सही है. मीडिया लोकतंत्र का वॉचडॉग नहीं दिखाई दे रहा है. जनता की सोचने वाला कौन बचा है ?


आजादी बचाने को नई पीढ़ी सिर पर कफन बांधकर आगे आऐ


देश में किसान आंदोलनों पर पीड़ा जताते हुए कोठारी ने कहा कि आज इन आंदोलनों को ताकत के साथ दबाया जा रहा है, जो देशहित में नहीं है. सभी को नोटबंदी को लेकर समस्या हुई, लेकिन हम नोटबंदी के बाद के हालात पर चर्चा नहीं करना चाहते हैं. सरकार की नई भर्तियां बंद हो गई हैं, वहीं कई लघु उद्योगों के उजड़ जाने से बड़ी संख्या में बेरोजगारी भी बढ़ी है. न्यूयॉर्क टाइम्स के लेख का हवाला देते हुए कोठारी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर तानाशाह सरकारों का दौर है.

ऐसे में सिर्फ अपना प्रोपेगंडा मीडिया के माध्यम से चलाया जा रहा है. ऐसे में विपक्ष को कुछ जिंदा रखने की कोशिश की जाती है, जिससे लोकतंत्र का भ्रम बना रहे. ऐसे हालात में नई पीढ़ी को कफन बांधकर आगे आना चाहिए कि जो आजादी हमें संविधान ने दी है वह बची रहे.

(नई दिल्ली। नेशनल जनमत ब्यूरो)
(  15-6-2017.)

शनिवार, 23 सितंबर 2017

फलाहारी बाबा बलात्कार मुकदमें में गिरफ्तार


अलवर। पुलिस ने फलाहारी बाबा को आश्रम की तलाशी व काफी पीड़ित लड़की द्वारा घटना स्थल को दिखाने व   पूछताछ के बाद 23  सितंबर को गिरफ़्तार कर लिया। बाबा की सरकारी चिकित्सालय में जांच कराने के बाद अदालत में पेश किया गया।

 यौन शोषण के आरोपी फलाहारी महाराज को कोर्ट ने छह अक्टूबर तक ​के लिए न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है। पुलिस ने अदालत को कहा कि बाबा अपना अपराध कबूल कर चुका है और अधिक पूछताछ की जरूरत नहीं है।

पुलिस बाबा को कोर्ट में लेकर पहुंची, तो बाबा ने मीडिया से कहा कि मुझे फंसाया गया है, मैं पूर्ण रुप से निर्दोष हूं। बाबा ने कहा कि उन्हें न्यायालय पर भरोसा है। इस दौरान कोर्ट में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था।

वहीं आज सुबह पुलिस ने बाबा को गिरफ्तार करने से पूर्व ​निजी अस्पताल में ही लंबी पूछताछ की थी। इसके बाद बाबा का पुलिस ने अलवर के सरकारी अस्पताल में मेडिकल बोर्ड द्वारा मेडिकल कराया, जहां उसके स्वस्थ होने की रिपोर्ट आई है।

फलाहारी महाराज यानि रामानुजाचार्य कौशलेन्द्र प्रपन्नाचार्य के कमरे से जो सामान मिला हैं उसे देखकर पुलिस ही नहीं बल्कि उसके भक्त भी दंग रह गए। इसके बाद भी भक्तों ने जहां आंखों पर पट्टी बांधी हुई है वहीं पुलिस की काम करने की प्रक्रिया धीमी है। अलवर पुलिस पीड़ित बिलासपुर की इस युवती को फिर से आश्रम ले गई बाबा के कमरे की तस्दीक कराई जहां बाबा ने उसके साथ दुष्कर्म किया।


क्या क्या मिला कमरे से


एएसपी पारस जैन ने बताया कि रामकिशन कॉलोनी स्थित मधुसूदन सेवा आश्रम के कमरे में बाबा का निवास स्थान है। इस कमरे से बहुत बड़ी मात्रा में जड़ी बूटियां मिली हैं। इसके अलावा एक दर्जन से भी अधिक महिलाओं के पैरों में पहने जाने वाली पायल मिली हैं। पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि ये पायल बाबा के कमरे में कहां से आई और बाबा इनका क्या करता होगा। पुलिस ने कमरे से बाबा का लैपटॉप और कैमरा भी बरामद किया है। यानि बाबा हाईटैक था। क्योंकि सन्यासी या आध्यात्मिक पुरुष को इन सब चीजों की जरूरत नहीं होती।


बाबा के बिलासपुर आश्रम में भी छापा


बिलासपुर पुलिस ने बाबा के छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के समीप पेन्ड्रा स्थित आश्रम पर भी छापा मारा है। इस आश्रम में राजस्थान के करीब एक दर्जन से अधिक लोग निवास करते हैं। वहां भी पुलिस ने बाबा के एक दर्जन से अधिक शिष्यों से पूछताछ की है। आश्रम में आस-पास से बड़ी संख्या में अनुयाई आते हैं। बाबा के अनुयाइयों में बड़ी तादात महिलाओं की है जिनसे बाबा अकेले में मिलता था।


शादी शुदा है बाबा


उधर पीड़िता के पिता ने बताया कि बाबा शादीशुदा है और उत्तरप्रदेश के कौशम्बी का रहने वाला है। बाबा के पत्नी और पुत्री भी है। बाबा का उत्तराधिकारी सुदर्शनाचार्य बाबा का भानजा है जो कि यहां अलवर में ही बाबा के साथ आश्रम में रहता है। बाबा के अलावा उसके दो और सगे भाई हैं और इनमें बाबा सबसे बड़ा है।


शुक्रवार, 22 सितंबर 2017

सूरतगढ़ में गौरव पथ की सही चौड़ाई-सबसे पहले खुलासा-

- करणी दान सिंह राजपूत -

सूरतगढ़ में गौरव पथ कितना चौड़ा होगा?  यह चर्चा पिछले करीब 3 महीनों से हो रही थी।बड़े बड़े अखबारों में केवल लंबाई दी जा रही थी और चौड़ाई को छुपाया जा रहा था। कारण तो अखबार वाले और उनके संवाददाता ही जानते होंगे जो लंबाई भी 800 मीटर ही छापते रहे। 

बड़े अखबारों ने लोगों की इस जिज्ञासा को शांत करने की कोशिश नहीं की।

पहली बार यह समाचार दिया जा रहा है।

इसे फोटो रूप में दिया गया है।

 दोनों तरफ की दुकानों के बीच कुल चौड़ाई कितनी होगी? यह नगरपालिका द्वारा तय करना शेष है।अभी किनारों के अतिक्रमण हटाने बाकी हैं।

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रेलवे रामलीला मंच: पालिाध्यक्ष काजल छाबड़ा सुनील छाबड़ा गगनदीप विडिंग का स्वागत

सूरतगढ़ रेलवे रामलीला के उद्घाटन पर नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती काजल छाबड़ा और उनके पति पूर्व पार्षद श्री सुनील छाबड़ा कांग्रेस युवा के लोकसभा क्षेत्र अध्यक्ष श्री गगनदीप बिल्डिंग वह राम नवमी शॉल उठाकर सम्मान मित्र किया गया श्रीमती काजल साहब उड़ा और गगनदीप सिंह ने रामलीला की कलाकारों और प्रबंधकों को शुभकामनाएं देते हुए लीला देखने आए लोगों को श्री राम के आदर्श चरित्र को अपनाने की अपील की इस उद्घाटन अवसर पर रामलीला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सतनाम वर्मा निदेशक प्रेम सिंह सूर्यवंशी तथा अन्य समिति सदस्य उपस्थित थे।

22.9.2017.


क्या यौन शोषण मुकदमें के आरोपी फलाहारी बाबा की गिरफ्तारी सत्ताधारी नेताओं के दबाव में रूकी है?






-  करणीदानसिंह राजपूत. -

 राजस्थान अलवर के फलाहारी बाबा के दर्शन करने और चरणों में शीश नवाने के लिए राजस्थान के अलावा अन्य प्रांतों के केंद्र में स्थापित बड़े-बड़े नेताओं की भीड़ है। बाबा का करोड़ों का साम्राज्य राजस्थान व अन्य राज्यों में और विदेश में फैला हुआ है। वर्तमान में राजस्थान और केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के नेताओं कार्यकर्ताओं भी फलाहारी बाबा से संपर्क रहा है।नेताओं को जहां वोटों की पोटली दिखाई पड़ती है वहां पर शीश नवाने में देरी नहीं करते चाहे किसी भी दल में हो।सत्ता में होते हैं चर्चा उनकी होती है।बाबा लोग भी सत्ताधारी नेताओं से संपर्क रखने में लाभ समझते हैं और अपराध होने पर सत्ता धारी नेताओं के दबाव से बचने की कोशिश भी करते हैं।

कितने दिन बच पाते हैं? एक दिन संकेत होता है और पुलिस गिरफ्तार कर लेती है।


क्या यौन शोषण मुकदमें के आरोपी  फलाहारी बाबा की गिरफ्तारी सत्ताधारी नेताओं के दबाव में रूकी है?















गुरुवार, 21 सितंबर 2017

हनीप्रीत के शक में हरियाणा पुलिस का गुरुसर मोडिया में सर्च

हनीप्रीत के शक में हरियाणा पुलिस ने बाबा गुरमीत  राम रहसरच के पैतृक गांव गुरुसर मोडिया में सर्च अभियान शुरु कर रखा है।

 हरियाणा पुलिस डेरा प्रमुख राम रहीम के पैतृक गांव पहुंची हुई है। हनीप्रीत यहीं पर छुपी हो सकती है। राजस्थान के श्री गंगानगर में पुलिस फोर्स ने हनीप्रीत के छिपे होने की खबर के बाद एक गर्ल्स स्कूल को घेर लिया। हनीप्रीत की तलाश में पंचकूला, सूरतगढ़ व गोलूवाला पुलिस ने कि गुरूसर मोडिया में घेराबंदी कर रखी है। 

पुलिस स्कूल की चारों ओर से घेराबंदी किए हुए है। गुरुसर मोडिया गुरमीत राम रहीम का गांव हैं, जहां डेरा सच्चा सौदा ही इस स्कूल का संचालन भी करता है।पुलिस को इस बात का अंदेशा है कि गुरमीत राम रहीम की बेटी ब दामाद दोनों साथ हो सकते हैं। पुलिस ने बवाल होने की आशंका के चलते भारी संख्या में फोर्स की तैनाती कर दी है। 

 ( जागरण अपडेट- पुलिस ने  गुरूवार को श्रीगंगानर जिले के गुरसर मोड़िया गांव में छापे मारे । हालांकि हनीप्रीत तो यहां नहीं मिली,लेकिन यह जानकारी अवश्य मिली कि वह पंजकूला में हिंसा के बाद सीधे राजस्थान आई थी और यह उदयपुर,जयपुर और श्रीगंगानगर जिले  में तीन से  चार दिन तक रहने के बाद फरार हो गई ।राम रहीम के पैतृक गांव गुरसर मोड़िया में स्थित उसके आवास और ड़ेरे पर छापेमारी की गई,इससे पहले पूरे गांव को भारी पुलिस ने घेर लिया । हरियाणा से आई पंचकूला पुलिस की विशेष टीम ने राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले के 100 पुलिसकर्मियों के सहयोग से राम रहीम के घर एवं डेरे की तलाशी ली,इस दौरान राम रहीम की अवैध सम्पतियों से जुड़े दस्तावेज मिलने के साथ ही,सिरसा की तरह गुरसर मोड़िया आश्रम में भी गुप्त गुफा होने की बात सामने आई ।

श्रीगंगानर जिला पुलिस अधीक्षक हरेन्द्र सिंह ने बताया कि हरियाणा पुलिस को जानकारी मिली थी कि हनीप्रीत गुरसर मोड़िया  गांव में स्थित राम रहीम के पैतृक गांव में छिपी हुई है । इस पर पंचकूला पुलिस ने श्रीगंगागर पुलिस से सहयोग मांगा,जिले के दो पुलिस थानों सुरतगढ़ और गोलुवाला से पुलिस जाप्ता उनके साथ तैनात किया गया । जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को भी गुरसर मोड़िया में भेजा गया ।

उन्होंने बताया कि राम रहीम की पत्नी,मां,बेटा,बहू औद बेटी-दामाद पिछले डेरा प्रमुख की गिरफ्तारी के बाद से गुरसर मोड़िया स्थित उसके पैतृक घर में रह रहे है,श्रीगांगनगर पुलिस उनकी गतिविधियों पर निगरानी रख रही है । अब  हरियाणा पुलिस को हनीप्रीत के यहां छिपे होने की सूचना मिली तो तलाशी अभियान चलाया गया ।


सूरतगढ़ में गौरव पथ: विधायक राजेंद्र भादू व पालिकाध्यक्ष काजल छाबड़ा द्वारा शिलान्यास:

सूरतगढ़ 21 सितंबर 2017.

शारदीय नवरात्र​ शुभारंभ पर बहुचर्चित गौरव पथ का शिलान्यास हुआ। विधायक राजेंद्र सिंह भादू एवं नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती काजल छाबड़ा ने शिलान्यास किया।

 यह गौरव पथ इंदिरा सर्किल से सेठ रामदयाल राठी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय तक बनाया जाएगा। गौरव पथ निर्माण कार्य के अंतर्गत सी.सी. सड़क, डामर सड़क, दोनों तरफ नाले निर्माण व विद्युतीकरण का कार्य किया जायेगा।

इस अवसर पर पंचायत समिति प्रधान श्रीमती बिरमा देवी नायक, भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष श्री महेश शेखसरिया व गण मान्य उपस्थित थे।




बुधवार, 20 सितंबर 2017

राजस्थान के फलाहारी बाबा यौन शोषण मुकदमें में फंसे: देश-विदेश में भक्तों की भरमार



राजस्थान के अलवर जिले के नामचीन संत कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य फलाहारी महाराज पर यौन शोषण का मामला दर्ज हुआ है। 

एक 21 वर्षीय छात्रा ने बिलासपुर, छत्तीसगढ़ के थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इसके बाद पीड़िता के 164 के बयान और कपड़ों की फर्द जब्ती की कार्रवाई कर जीरो नंबर की एफआईआर दर्ज कर अलवर जिला पुलिस, राजस्थान में भेजी गई जहां बुधवार  20 सितंबर को अरावली विहार थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है। अरावली थानाधिकारी हेमराज मीणा के अनुसार बिलासपुर की इक्कीस साल की वकालत का अध्ययन कर रही पीड़िता ने बिलासपुर थाने में प्रपन्नाचार्य महाराज उर्फ फलाहारी महाराज के खिलाफ अलवर आश्रम में यौनशोषण करने की शिकायत दी थी. बिलासपुर पुलिस ने जीरो प्राथमिकी अरावली थाने भेजी थी जिस पर मामला दर्ज कर जांच की जा रही है.

उन्होंने बताया कि फलाहारी महाराज से पूछताछ के लिए पुलिस उनके आश्रम पहुंची। फलाहारी बाबा के बीमार होने वअलवर के एक निजी अस्पताल में उपचाराधीन होने की सूचना मिली. पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर महाराज का उपचार कर रहे चिकित्सक से बातचीत की है. चिकित्सक की मंजूरी मिलने के बाद आरोपी से पूछताछ की जाएगी.

मीणा ने बताया कि आरोपी महाराज का पीड़िता के घर बिलासपुर में लम्बे समय से आना जाना है. शुरूआती जांच में सामने आया है कि पीड़िता कानून की पढ़ाई के दौरान गत सात अगस्त को उनके आश्रम गयी थी.

उन्होंने बताया कि महाराज ने उसी दिन अपने एक शिष्य की मदद से पीड़िता को अपने कक्ष तक बुलाया और उसके साथ यौन शोषण किया. पीड़िता ने काफी दिनों तक परिजनों को यह जानकारी नहीं दी. लेकिन उसके काफी परेशान रहने पर परिजनों ने कारण जानना चाहा तो पीड़िता ने आप-बीती सुनायी.

 वह 7 अगस्त को बाबा के अलवर आश्रम पहुंची। यहां शाम करीब 7 बजे बाबा ने उसे मंदिर के बेसमेंट में बने कमरे में ठहराया। साथ ही बाबा ने यहां मौजूद लोगों को आरती में शामिल होने के लिए भेज दिया।

-  तभी बाबा ने लड़की को अकेला पाकर कमरे का गेट बंद कर दिया और उसके साथ अश्लील बातें करने के साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी और बाबा ने लड़की के साथ सेक्शुअली हैरेस किया।

- घटना के बाद लड़की आश्रम से दिल्ली रह रहे अपने भाई के पास पहुंची और उसे आपबीती बताई। इसके बाद दोनों भाई-बहन बिलासपुर पहुंचे और अपने माता-पिता को बाबा द्वारा की गई करतूत के बारे बताया। इसके बाद लड़की ने बाबा के खिलाफ बिलासपुर महिला थाने में सेक्शुअल हैरेसमेंट का मामला दर्ज कराया।

थानाधिकारी के अनुसार प्रपन्नाचार्य महाराज उर्फ फलाहारी महाराज का अलवर में काफी बड़े क्षेत्र में फैला आश्रम है. स्कूल, धर्मशाला संचालित है और देश विदेश में लाखों अनुयायी है. आरोपी महाराज अन्न का सेवन नहीं करते. वो केवल फलों का ही सेवन करने की वजह से फलाहारी बाबा के नाम से पहचाने जाते हैं. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

बिलासपुर निवासी छात्रा ने जयपुर में रहकर लाॅ की पढ़ाई की। पीड़िता ने एलएलबी की पढ़ाई के दौरान बाबा कौशलेंद्र प्रपन्नाचारी की सिफारिश पर ही सुप्रीम कोर्ट के एक वकील के अधीन अपना इंटर्नशिप पूरा किया था। इंटर्नशिप खत्म होने के बाद पीड़िता को तीन हजार रूपए का मानदेय दिया गया।

इन रुपयों को छात्रा ने परिवार को सौंपा तो परिजनों ने उसे यह पहली कमाई अलवर में फलाहारी बाबा को समर्पित करने की सलाह दी। बिलासपुर के महिला थाने में दिए बयानों में पीड़िता ने बताया है कि 7 अगस्त यानी रक्षाबंधन के दिन वह बाबा के दर्शन करने अलवर स्थित दिव्य धाम पहुंची थी।

इंटर्नशिप के तौर पर कमाई गई पहली कमाई जगदगुरू स्वामी कौशलेंद्र प्रपन्नाचारी फलाहारी महाराज को अर्पित करने के बाद बाबा ने पीड़िता से रात दिव्य धाम में ही रूकने का आदेश दिया। साथ ही, बेहतर भविष्य के लिए गुप्त दिव्य मंत्र देंगे। पीड़िता का आरोप है कि बाबा फलाहारी ने शाम साढ़े सात बजे दिव्य धाम के अपने कक्ष में उसे बुलाया।

बाबा ने छात्रा को अपने राजनीतिक, नौकरशाही, प्रशासनिक क्षेत्र से जुड़े लोगों से रसूखात बताते हुए अपने मोबाइल फोन पर उनकी तस्वीरें भी दिखाईं। साथ ही, पीड़िता को जज बनवा देने का आश्वासन भी दिया। इसके बाद आपत्तिजनक शब्द कहना शुरू कर दिए। इससे छात्रा सहम गई।

इसके बाद बाबा ने उसे प्रसाद खाने को कहा। इसके बाद वह अचेत हो गई और फिर उसने वैसा ही किया जैसा बाबा ने कहा। तभी एक बच्चे ने कमरे का दरवाजा खटखटाया। इससे पीड़िता घबरा गई और मौका पाकर कमरे से बाहर निकल गई। छात्रा दिव्य धाम परिसर से बाहर निकलकर वेद विद्यालय स्थित आश्रम में जा पहुंची।

जहां वह एक कमरे में ठहरी और अगले दिन सुबह मौका पाकर वहां से निकल गई और जयपुर आ गई। यहां करीब बीस दिन अवसाद में रही।

जानकारी के अनुसार इसी बीच बाबा राम रहीम को यौन शोषण का मामला सामने आया तब छात्रा ने हिम्मत जुटाकर परिजनों से आपबीती बताई और परिजन उसे लेकर छत्तीसगढ़ के डीजीपी एएन उपाध्याय से मिले। तब स्थानीय पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया।बिलासपुर महिला थाना में पीड़िता का बयान दर्ज कर फलाहारी बाबा के खिलाफ जीरो नंबर एफआईआर दर्ज कर ली। छात्रा के माता-पिता का बयान के अलावा मजिस्ट्रेट के समक्ष पीड़िता का बयान दर्ज करवाया। इसके बाद केस डायरी लेकर बिलासपुर पुलिस की एक टीम अलवर, राजस्थान पहुंची। जहां अरावली विहार थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया।यह भी जानकारी है कि पीड़िता का परिवार पिछले कई सालों से फलाहारी बाबा से जुड़ा हुआ है। लगभग हर साल वे बाबा के दिव्य धाम अलवर में आते है। वहीं, फलाहारी महाराज के शिष्यों ने केस की जानकारी होने से इंकार करते हुए बाबा के आंतों में संकम्रण होने से अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी दी है। 

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बाबा फलाहारी महाराज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.— राहुल प्रकाश, एसपी, अलवर पुलिस


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