रविवार, 3 अप्रैल 2016

श्री सुखमनी साहिब का 17 वां सालाना समागम सूरतगढ़:सचित्र: रिपोर्ट:


नगरकीर्तन का पूर्व विधायक स.हरचंदसिंह सिद्धु व धर्मपत्नी श्रीमती निर्मलकौर ने पुष्पमालाओं व पुष्पवर्षा से शानदार स्वागत किया:
राजस्थान स्तरीय यह महान समागम 2 व 3 अप्रेल को गुरूद्वारा गुरूसिंघ सभा में हुआ:
स्पेशल रिपोर्ट- करणीदानसिंह राजपूत:
सूरतगढ़, गुरूमत प्रचार और समाज सेवा के महान उद्देश्यों वाली श्री सुखमनी साहिब सेवा सोसायटियों की ओर से सतरहवां सालाना समागम सूरतगढ़ के गुरूद्वारा श्रीगुरूसिंघ सभा में 2 व 3 अप्रेल को ऐतिहासिक रूप में हुआ।

 
इस समागम में 2 अप्रेल को महान कीर्तन दरबार हुआ जिसमें शाम 4 बजे से 6 बजे तक श्री सुखमनी साहिब जी का पाठ हुआ। शाम 6 बजे से 6-30 बजे तक स्थानीय सूरतगढ़ के रागी जत्थे ने गुरवाणी प्रस्तुत की। शाम 6-30 बजे से 7 बजे तक श्री रहिरास साहिब का पाठ हुआ।
शाम 7-30 बजे से रात्रि 11-30 बजे तक समूह सोसायटियों के कीर्तन जत्थे व गुरूद्वारा श्रीगुरूसिंघ सभा के जत्थे ने गुरवाणियों से संगतों को निहाल किया।
इस समागम में 3 अप्रेल को सुबह 3 बजे से 4 बजे तक नित नेम पंज वाणियां हुई। सुबह 4 बजे से 6 बजे तक श्री सुखमनी साहिब जी का पाठ,अरदास व प्रसाद वितरण हुआ। 
इसके बाद अलौकिक नगर कीर्तन गुरूद्वारा श्रीगुरूसिंघ सभा से शुरू हुआ जो नगर के प्रमुख मार्गों से होता हुआ वापिस गुरूद्वारा श्रीगुरूसिंघ सभा लौटा।
इस भव्य नगर कीर्तन का सिद्धु सदन पर भव्य स्वागत किया गया। गुरूग्रंथ साहिब का पूर्व विधायक वरिष्ठ वकील स.हरचंदसिंह सिद्धु व उनकी धर्मपत्नी सरदारनी निर्मलकौर ने पुष्पमालाओं व पुष्पवर्षा कर सिर नवाया। सिद्धु ने पंज प्यारों को मालाएं पहनाई व सिरोपाव भेंट किया। सिद्धु ने स्थानीय व बाहर से आई सुखमनी कमेटियों की अगुवाई कर रहे प्रतिनिधियों को सिरोपाव भेंट किए व प्रसाद के पैकेट भेंट किये। सिद्धु सदन पर नगर कीर्तन के लिए प्रसाद व जलपान का आयोजन भी हुआ। इस अवसर पर विभिन्न वर्गों व समुदायों के लोगों तथा पत्रकारों ने शामिल होकर गुरू ग्रंथ साहिब का नमन किया।






















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