० बिजली लाईनों के नीचे लगे पेड़ तारों तक पहुंचे। आने वाली परेशानियों से निपटने की तैयारी अभी शीघ्र ही शुरू करनी होगी। ०
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ उपखंड कार्यालय के आसपास बिजली तारों के नीचे पौधारोपण हुआ और वे पौधे अब पेड़ बन कर इतने ऊंचे हो गए हैं कि कुछ समय बाद बिजली तारों को छूते हुए ऊपर तक निकल जाएंगे। इन पेड़ों की संख्या करीब 50 से अधिक है।
बिजली की लाइनें दूसरी जगह स्थानांतरित करने की आवश्यकता होगी और यह मांग भी जरूर उठेगी। वहां अन्यत्र स्थानांतरित करने की जगह होगी या नहीं होगी। यह अवलोकन अभी किया जा सकता है।
पर्यावरण प्रेमी सामाजिक संस्थाएं सरकारी अधिकारी पौधरोपण/वृक्षारोपण करने से पहले स्थान तय करते वक्त यह ध्यान रखें कि बिजली तारों की लाइन के नीचे पौधारोपण / वृक्षारोपण नहीं हो।
* पेड़ कितनी ऊंचाई लेगा और उसका घेरा कितना होगा यह पेड़ की किस्म से पहले तय किया जाना चाहिए।सड़क के किनारे भी पेड़ लगाते वक्त यह ध्यान रखना चाहिए कि कुछ साल के बाद पेड़ सड़क तक पहुंच कर आवागमन में बाधा न बने। भवनों की नींव से सटकर भी पौधारोपण नहीं होना चाहिए।
पर्यावरण प्रेमी और सामाजिक संस्थाएं पौधारोपण कर वृक्ष लगाने में लगी हैं जो समाज सेवा और प्रकृति पूजा का बहुत बड़ा कार्य है।०0०