
- करणीदानसिंह राजपूत -
राजस्थान के बीकानेर संभाग में महाजन पुलिस थाने की जैतपुर पुलिस चौकी स्टाफ द्वारा लोगों को पकड़कर औरत के साथ अश्लील फोटो खिंचाने और ब्लैकमेलिंग करने का मामला पकड़े जाने का समाचार नव वर्ष 2018 के प्रथम दिन समाचार पत्रों में प्रमुखता से प्रकाशित हुआ।
पुलिस द्वारा इससे अधिक घिनौना कार्य क्या होगा? पुलिस चौकी का स्टाफ लोगों को पकड़े और पुलिस की पहचान वाली औरत के साथ जबरदस्ती अश्लील फोटो खींचे और फिर लोगों को हजारों लाखों में ब्लैकमेल करें।
एक घटना 31 दिसंबर 2017 को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की चौकी श्रीगंगानगर के द्वारा पकड़ी गई। स्टाफ के मोबाइल में अनेक लोगों के साथ अश्लील फोटो खींचे हुए सामने आए। पुलिस द्वारा यह हरकत बहुत ही शर्मनाक है और यह कार्य चौकी का स्टाफ धड़ल्ले से कर रहा था।
यह समाचार राजस्थान में ही नहीं बाहर के समाचार पत्रों में भी छपा चैनलों पर भी प्रसारित हुआ लेकिन आश्चर्यजनक और शर्मनाक है कि क्षेत्र के राजनीतिक दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं की तरफ से गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया से इस्तीफे की मांग नहीं हुई।
राजनीतिक लोग नववर्ष के पहले दिन की बधाइयां टेलीफोन पर और सोशल मीडिया में देने में लगे रहे। वे लोग जो सत्ता में है वे भी चुनाव की तैयारियों में है।
प्रतिपक्ष के लोग जो वसुंधरा राजे की सरकार को कोसने में लगे हुए हैं, जबानी विरोध करने में लगे हुए हैं। किसी ने भी इस घटना के पकड़ में आने के बाद गृह मंत्री से त्यागपत्र की मांग नहीं की। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार 4 वर्ष पूरे कर चुकी है और पुलिस में व्याप्त भ्रष्टाचार अनैतिकता पर लगभग रोजाना ही समाचार छपते रहते हैं। राजस्थान के गृह मंत्री कहते हैं कि अपराधों में कमी आई है लेकिन जब पुलिस ही घिनौने अपराध करने में लग जाए तब कैसे माना जाए कि राजस्थान में अपराधों में कमी आ गई? लोगों को जबरदस्ती घिनौने अपराध के अंदर फंसाने के लिए औरत के साथ अश्लील फोटो खींचे जाएं। इससे बड़ा अपराध और क्या हो सकता है?
एक तरफ तो भारतीय जनता पार्टी नारी सम्मान की बात करती है और दूसरी तरफ उसी भाजपा की सरकार की पुलिस ब्लेकमेलिंग अपराध के लिए नारी का इस्तेमाल करे।
भारतीय जनता पार्टी की सरकार है इसलिए उसे चाहे जितना कोसें आरोप लगाए उसके नेताओं को फुर्सत नहीं है। लेकिन प्रतिपक्ष के नेताओं को भी बख्शना उचित नहीं होगा।
जैतपुर पुलिस चौकी के आसपास का क्षेत्र श्री गंगानगर हनुमानगढ़ बीकानेर चूरू जिलों का पड़ता है, कम से कम इस क्षेत्र के नेताओं और कार्यकर्ताओं को तो गृहमंत्री मंत्री गुलाब चंद कटारिया से त्याग पत्र की मांग करनी चाहिए थी। यह पुलिस चौकी महाजन थाना क्षेत्र की है। महाजन का थाना अधिकारी, इस क्षेत्र का पुलिस उपाधीक्षक किस तरह का सुपर सुपरविजन करते रहे? क्यों इस चौकी के स्टाफ पर नजर नहीं रखी गई? यह ढील अनदेखी अत्यंत गंभीर है और इनके विरुद्ध भी कार्यवाही होनी चाहिए। बीकानेर में पुलिस महानिरीक्षक पद स्थापित हैं,क्या उन्होंने पुलिस को बिल्कुल अनदेखा कर दिया है?