- करणीदानसिंह राजपूत -
सूरतगढ़ 15 नवंबर 2017.
जमींदारा पार्टी से पिछला 2013 का चुनाव लड़ चुके अमित कड़वासरा 28 नवंबर को आयोजित किसान सम्मेलन में अपने हजारों कार्यकर्ताओं के साथ सचिन पायलट की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करेंगे।
सूरतगढ में आयोजित पत्रकार वार्ता में अमित कड़वासरा ने कहां की विगत 1 साल से वह पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस पार्टी राजस्थान के अध्यक्ष सचिन पायलट के संपर्क में रहे हैं। इन दोनों नेताओं ने हर बार मिलने पर कांग्रेस का दायित्व संभालने का आग्रह किया है।
अमित ने कहा कि उनका परिवार 4 पीढ़ियों से कांग्रेस के साथ रहा है और कांग्रेस के पदाधिकारियों में भी रहा है। अब भी अपने परिवार की परंपरा को निभाएंगे तथा किसान मजदूर और व्यापारी हितों के लिए आगे आकर कार्य करेंगें।
इस पत्रकार वार्ता में अमित के पिता पूर्व सरपंच वह पूर्व कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष वेद प्रकाश कड़वासरा भी मौजूद थे। जिन्होंने कहा कि वह कांग्रेस की नीतियों का पालन करते रहे हैं और पूरा परिवार करीब 50 साल से कांग्रेस के साथ रहा और खुद वेद प्रकाश कड़वासरा कांग्रेस से कभी अलग नहीं हुए।
उन्होंने कहा कि कुछ परिस्थितियां ऐसी हुई जिनमें स्थानीय नेताओं के रुख के कारण अप्रिय निर्णय लेने पड़े। उन्होंने अपना दुख भी व्यक्त किया कि उनके छोटे पुत्र की भरी जवानी में मृत्यु हुई उस समय स्थानीय नेता के द्वारा राजनीति में धोखा दिया गया और कुचलने काम कार्य किया गया लेकिन वे अपनी छवि के कारण खत्म नहीं किए जा सके।
वेद प्रकाश कड़वासरा राजकीय महाविद्यालय में सन 1980 में छात्रसंघ अध्यक्ष बने थे और उसके बाद वह निरंतर राजनीति में आगे रहे। वेद प्रकाश कड़वासरा मानकसर से सरपंच रहे। पंचायत समिति सूरतगढ़ के सदस्य रहे। ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर रहे और इनके बड़े भाई हनुमान बिश्नोई भी कई सालों तक मानकसर से सरपंच रहे।
आज पत्रकार वार्ता में वेद प्रकाश कड़वासरा ने कहा कि हमने सदा राजनीतिक और सामाजिक कार्यों में कांग्रेस का ही साथ दिया है।एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अमित कड़वासरा को सूरतगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 में टिकट का ऑफर करती है,तो क्या वे अमित को चुनाव लड़ाएंगे,वेद प्रकाश कड़वासरा ने कहा कि अमित को राजनीति में स्वतंत्र निर्णय लेने के लिए कई साल पूर्व ही खुला छोड़ दिया गया था। अमित को कांग्रेस पार्टी सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ाना चाहेगी तो वे पार्टी के निर्देशानुसार दायित्व संभालेंगे।
अमित कड़वासरा ने सूरतगढ़ और संपूर्ण देश की राजनीति पर और जमीनी हालात पर कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने नोटबंदी और जीएसटी लगाकर हालात बहुत बिगाड़ दी है। किसान मजदूर व्यापारी सभी भारतीय जनता पार्टी की नीति से दुखी हैं और वे देश में बदलाव चाहते हैं।
उन्होंने सवाल के जवाब में कहा कि जमींदारा पार्टी ने भाजपा को साथ देना शुरू कर दिया इसलिए उसमें रहने काम कोई औचित्य नहीं रहा सो जमींदारा पार्टी को छोड़ कर पुरानी पीढियों से जुड़ी कांग्रेस में ही सदस्य बनना अच्छा समझा।
अमित ने कहा की प्रदेश अध्यक्ष काफी व्यस्त हैं और व्यस्तता के बीच ही 28 नवंबर को वे सूरतगढ़ किसान सम्मेलन में पधारेंगे। यह किसान सम्मेलन पुरानी धान मंडी में आयोजित किया गया है। इसी सम्मेलन में अमित कड़वासरा खुद और अपने हजारों साथियों के साथ कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे।