ना ग्रामों में कोई खुश न शहरों में कोई खुश: जनता की कोई सुनने वाला ही नहीं:
प्रदेश में बुरा हाल है तो सूरतगढ़ के दावे भी खोखले ही हैं:
- करणीदानसिंह राजपूत -
सूरतगढ़ 24 दिसम्बर 2015. बसपा की प्रेसवार्ता में डूंगर राम गेदर ने भाजपा सरकार के कार्यकाल को पूरी तरह से फेल बताया और कहा कि यही हाल सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों के भादू दावे का है। गेदर ने कहा कि शहर और ग्राम दोनों ही भाजपा राज को रोते हुए मिलते हैं। आम नागरिकों की कहीं सुनवाई ही नहीं है।
बीपीएल राशन कार्ड
गेदर ने कहा तक गरीब वर्ग बीपीएल राशन कार्डों के चक्कर में सरकारी कार्यालयों और ई मित्रा की चक्की में पिस रहा है। ग्रामीण इलाकों में अभियानों में हजारों आवेदन दिए गए लेकिन 5 माह में किसी का भी निस्तारण नहीं हुआ। ये आवेदन रद्दी बनते जा रहे हैं। डिपो पर नए कार्ड के बिना राशन नहीं मिलता।
मुख्यमंत्री विद्युत योजना 2013 से बंद:ढाणियों के कनेक्सन की फाइलें लेना बंद:
गेदर ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री विद्युत योजना 2013 से बंद कर दिए जाने के बाद से पांच पांच के समूह में ढाणियों में मिलने वाले कनेक्सन पर रोक लगादी गई है। नई योजना आज तक आई नहीं है। पिछले 2 सालों से ढाणियों के कनेक्सन की फाइलें लेना बंद कर दिया गया है। कृषि कनेक्सन 31-10-2009 तक जारी हुए डिमांड नोट वालों को ही दिए जा रहे हैं। इन 2 वर्षों में 10 माह की फाइलें निस्तारण का कार्य ही चल रहा है। जो दावे किए जा रहे हैं वे इस गति से पूरे कैसे होंगे?
जो कृषि कनेक्सन हें उन्हें थ्री फेज बिजली 6 घंटों के बजाय केवल 4 घंटे ही दी जा रही है तथा उसमें भी कई बार कट लगते हैं जिनके कारण मोटरें जलने का नुकसान भी किसानों को भोगना पड़ रहा है।
डिग्गी अनुदान कम कर किसानों के छुरा घोंपा:
कृषि के लिए डिग्गी निर्माण का अनुदान 3 लाख रूपए से कम करके 2 लाख कर दिया। ड्रिप व फव्वारा सिंचाई पद्धति का अनुदान 90 प्रतिशत से घटा कर 60 प्रतिशत कर दिया गया है।
गेदर ने आरोप लगाया कि चिकित्सालयों में ईलाज के लिए न दवाईयां न डाक्टर और नर्सिंग कर्मचारी। यही हाल पशु चिकित्सालयों का है। स्कूलों में भी अध्यापकों की कमी है। आदर्श स्कूल घोषित किए गए हें लेकिन उनमें कोई सुविधा नहीं है केवल नाम ही बदले गए हैं।
नई सड़कों के निर्माण के दावे भी खोखले हैं।
सिंगरासर वितरिका बाबत आरोप में गेदर ने भादू के साथ पूर्व विधायक मील को भी घसीड़ा।
गेदर ने कहा कि सिंगरासर वितरिका का मुद्दा दोनों ने केवल चुनाव जीतने के लिए ही बनाया। मील साहेब ने दावा किया था कि 22 करोड़ रूपए मंजूर करवाए आखिर वह बजट कहां गया? उससे क्या काम करवाए गए? इसके बाद राजेन्द्र भादू बतलाएं कि जीतने के बाद इन 2 सालों में सिंगरासर वितरिका के लिए क्या किया या करवायाï?