शनि देव की प्रतिमा |
आलेख एवं फोटो- करणीदानसिंह राजपूत
सूरतगढ़।
गढ़ के सामने शनि भगवान का प्राचीन मंदिर है जिसमें नीले हाथी पर सवार शनि देव की प्रतिमा आकर्षित करने वाली है। इस मंदिर की ख्याति दूर दूर तक है।
शनि की ढईया साढ़े शती पर प्रभाव कम करने के लिए तो पूजन अर्चन होता ही है। साधारण रूप में शनिवार और अन्य दिनों में भी शनि को तेल चढ़ाने को नर नारी पहुंचते रहते हैं।
शनि जयंति पर तो खास पूजा पाठ के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी रहती है। पुजारी कृष्णलाल भार्गव कथा सुनाते हैं।
शनि जयंती के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए लंगर में प्रसाद खिलाया जाता है। पानी की भी विशेष व्यवस्था होती है।
पुजारी कृष्णलाल भार्गव कथा सुनाते |
श्रद्धालुओं के लिए लंगर |
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