मंगलवार, 5 अक्तूबर 2021

सुपरटेक ट्विन टावर गिराने का आदेश: विजिलेंस में 30 के विरुद्ध मुकदमा

 



 * 24 नोएडा अथॉरिटी के अधिकारी और कर्मचारी*

 सुप्रीम कोर्ट ने सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के दो टावरों को गिराने का आदेश दिया है। इन दोनों टावरों को 40 मंजिला बनाने का प्लान था और अब तक 32 मंजिल तैयार हो चुकी थी।

    

सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के टि्वन टावर में हुए फर्जीवाड़े की एसआईटी जांच रिपोर्ट आने के साथ ही नोएडा अथॉरिटी ने लखनऊ विजिलेंस में एफआईआर करवा दी है। शिकायत प्लानिंग विभाग के मैनेजर वैभव गुप्ता ने दी है। तहरीर में अथॉरिटी ने पूरे फर्जीवाड़े के लिए सुपरटेक ग्रुप के 4 डायरेक्टर, 2 आर्किटेक्ट पर आरोप लगाए हैं।


आरोपित में तत्कालीन सीईओ रहे मोहिंदर सिंह, एसके द्विवेदी व एसीईओ आरपी अरोड़ा, ओएसडी यशपाल सिंह सहित एसआईटी की जांच में आए अन्य 22 नाम शामिल हैं। अभी ये साफ होगा कि इसकी जांच विजिलेंस की लखनऊ यूनिट करेगी या मेरठ यूनिट को ट्रांसफर होगी।

ये हैं आरोपी

अथॉरिटी में तैनात रहे जिन अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर हुई है उनमें 20 रिटायर हो चुके हैं। चार मौजूदा समय में सेवा में हैं। इनमें एक गोरखपुर इंडस्ट्रियल डिवेलपमेंट अथॉरिटी के प्लानिंग मैनेजर मुकेश गोयल, नोएडा अथॉरिटी की प्लानिंग असिस्टेंट विमला सिंह, यूपीएसआईडीसी में तैनात प्लानिंग असिस्टेंट अनीता व यमुना अथॉरिटी के प्रभारी जीएम प्लानिंग ऋतुराज हैं। इन चारों को सस्पेंड करने के आदेश शासन की ओर से दे दिए गए हैं। आगे इनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है।


विभागीय जांच पर शासन से निर्णय होगा

सेवा में मौजूद 4 आरोपित अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच को लेकर स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है। विभागीय जांच शुरू होने पर आपराधिक और विभागीय दोनों जांच का सामना करना होगा। अथॉरिटी अधिकारियों का कहना है कि विभागीय जांच को लेकर अभी शासन के निर्देश का इंतजार किया जा रहा है।


कार्मिक विभाग से मांगा सभी अधिकारियों की तैनाती का ब्यौरा

एसआईटी जांच में जिन 26 अधिकारी-कर्मचारी के नाम आए थे, उनकी तैनाती का ब्यौरा शासन के मांगने पर नोएडा अथॉरिटी ने कार्मिक विभाग से लेकर भेज दिया है। रिटायर्ड हो चुके अधिकारियों व कर्मचारियों पर और कार्रवाई होने पर पेंशन रुक सकती है।०0०

दि.5 अक्टूबर 2021.

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