शुक्रवार, 30 अक्तूबर 2020

सूरतगढ़ की 'सीताराम गौशाला'-में असहाय गौवंश की सेवा आप भी करें?

** करणीदानसिंह राजपूत **





सूरतगढ़ की सूर्योदयनगरी के प्राचीन शिवबाड़ी के पास संत आश्रम की सीताराम गौशाला में गोवंश की सार संभाल हो रही है। काफी सालों से गौ माता की सेवा में श्रद्धालु जूटे हुए हैं। इस गौशाला का कार्य मामूली से चंदे और दान से प्राप्त तुड़ी घास खल गुड़ आदि से चल रहा। किसी प्रकार का सरकारी अनुदान सहायता आदि नहीं है।
गौशाला के सचिव नेमीचंद कामड़ जो हर समय संचालन में और सहयोग से सामग्री जुटाने में अपने साथियों के साथ लगे रहते हैं। नेमीचंद कामड़ ने बताया कि वर्तमान में गौशाला में 70 गाय और 20 बछड़े एक बैल मौजूद है। गाय सभी बाखड़ी दूध नहीं देने वाली असहाय हैं।
सीताराम गौशाला की वर्तमान कमेटी श्रद्धालु लोगों को शामिल कर बनाई गई है ताकि और अधिक ध्यान से असहाय गौवंशका संरक्षण किया जाए।

इस संचालन समिति में अध्यक्ष रामदयाल सारण, सचिव नेमीचंद कामड़, कोषाध्यक्ष अजय धींगड़ा, उपाध्यक्ष जसराम टाक हैं।
इनके अलावा सदस्यों में अशोक दहिया, भागीरथ,मोटाराम, संत नरसिंह दास, जुगल किशोर,रामकुमार गंवारिया,कृष्ण लाल भांभू,हरिकृष्ण गांधी,युवराज उप्पल,देवेंद्र कुमार, चानणअग्रवाल व अंंजिल अग्रवाल हैं। 

इस गौशाला में गायों के रखरखाव के लिए अभी बहुत कुछ आर्थिक सहायता की आवश्यकता है। गौशाला में जो लोग गोवंश के लिए तुड़ी,गुड़,खल आदि देने के इच्छुक हैं वे सचिव नेमीचंद कामड़ से मोबाइल नं 9587555351 पर संपर्क कर सकते हैं। अन्य लोगों से भी संपर्क कर सकते हैं। 

गौशाला पर स्वयं पहुंच कर भी सहायता सामग्री भेंट कर सकते हैं। यह गौशाला धार्मिक स्थल शिवबाड़ी के समीप है। इसी के पास राधा कृष्ण का मंदिर भी बना हुआ है। लोगों से आग्रह है कि वे गो सरंक्षण के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाएं और सीताराम गौशाला में सहयोग प्रदान करें।




****************


यह ब्लॉग खोजें