रविवार, 5 मई 2019

इंदिरा गांधी के योग गुरु धीरेंद्र ब्रह्मचारी को हथियार बनाने का लाइसेंस कैसे मिला था?



 ** करणीदानसिंह राजपूत **


राफेल और अंबानी पर सवाल उठाने वालों को यह मालूम होना चाहिए कि इंदिरा गांधी के योग गुरू धीरेंद्र ब्रह्मचारी को बंदूकें बनाने का लायसेंस मिला था। वे हथियार विशेषज्ञ नहीं थे। उनको यह लायसेंस इंदिरा गांधी के सत्ता के नजदीक रहने से ही मिला होगा।


धीरेंद्र ब्रह्मचारी की शिव गन फैक्ट्री जम्मू के औद्योगिक क्षेत्र में थी। जहाँ पर  एक नाली और दुनाली बंदूक बनाते थे। सन 1981- 82 में 3-3 हजार बंदूके बनाने की अनुमति थी। एक नाली बंदूक उस समय ₹800 और दो नाली बंदूक 15 सो रुपए में बेची जाती थी। उस समय फर्म का टर्न ओवर करीब 37 लाख रूपये प्रति वर्ष था।

कांग्रेसी या अन्य कह रहे हैं कि अंबानी से राफेल की डील कैसे हुई है वह हथियार निर्माण का विशेषज्ञ नहीं है।


 कांग्रेस जनों को यह मालूम होना चाहिए कि इंदिरा गांधी के योग गुरु कहलाने वाले धीरेंद्र ब्रह्मचारी को बंदूके बनाने का लाइसेंस कैसे दिया गया? इंदिरा गांधी के नजदीकी होने का लाभ धीरेंद्र ब्रह्मचारी को मिला। 

धीरेंद्र ब्रह्मचारी और इंदिरा गांधी को लेकर बहुत कुछ मैटर छपता रहा। चूंकि यह बात करीब 36 साल पुरानी हो चुकी है इसलिए लोगों को याद नहीं है। 

 यहां तक की भारतीय जनता पार्टी के दिग्गजों को भी याद नहीं है। अगर इनको याद होता तो निश्चित रूप से भारतीय जनता पार्टी के लोग भी चुनाव प्रचार में इसका कहीं ना कहीं इस्तेमाल जरूर करते।

 लेकिन यह सवाल तो है कि इंदिरा गांधी के योग गुरु धीरेंद्र ब्रह्मचारी को बंदूक बनाने का लाइसेंस कैसे मिला?

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