गुरुवार, 14 दिसंबर 2017

गुजरात में दिग्गजों ने वोट कहां डाले?


भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अपने पूर्व मतक्षेत्र नारणपुरा में मतदान करने पहुंचे जबकि केन्द्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने वेजलपुर में मतदान किया। मतदान के दौरान उनके साथ भारी संख्या में कार्यकर्ता भी मोजूद रहे।

गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने मेहसाणा में मतदान के बाद कहा कि राज्य में भाजपा के पक्ष में माहौल है, आंदोलन करने वाले कांग्रेस के एजेंट थे, यह बात अब चुनाव के समय साफ हो गया। गुजरात की जनता विकास पसंद है। वह ऐसे आंदोलन कर विकास में बाधा उत्पन्न करने वालों को माफ नहीं करेगी। कांग्रेस ने पूरे चुनाव प्रचार में गलत मुद्दे उठाकर चुनाव के माहौल को खराब करने का प्रयास किया।

 गृह राज्यमंत्री प्रदीपसिंह जाडेजा, राज्य परिवहन मंत्री वल्ललभ काकडिया ने अहमदाबाद में मतदान किया। काकडिया ने मतदान से पहले अपने ट्रस्ट के हॉस्पीटल पहुंचे और मरीजों का हालचाल पूछा। अस्पताल से वे सीधे मतदान करने बूथ पर गए।

पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने घाटलोडिया में मतदान किया। मुख्य चुनाव अधिकारी बी बी स्वैन ने भी अपना मतदान किया, सुबह करीब नौ बजे स्वेन गांधीनगर मतदान केन्द्र पर पहुंचे वहां उन्होंने मतदान किया।

पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने अपने गांव वीरमगाम में मतदान किया। हार्दिक ने कहा उनका आंदोलन भाजपा के खिलाफ था इसलिए चुनाव में अपने आप ही उनका समर्थन कांग्रेस को जाता है।

हार्दिक के मुताबिक, इस चुनाव में जनता ने अपने अधिकारों की मांग की जिसे भाजपा पूरा नहीं कर सकी। हार्दिक की मां उषा पटेल व बहन मोनिका ने भी सुबह वीरमगाम में ही मतदान किया।

दूसरे चरण के मतदान से पहले दलित नेता जिगनेश मेवाणी के विधानसभा क्षेत्र वडगाम में उन पर मुस्लिम विरोधी होने के आरोप लगाते हुए पेम्पलेट बांटे गए। मेवाणी को मुस्लिमों का फर्जी पोस्टर ब्वॉय बताते हुए उनके नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया जा रहा है।

उत्तर गुजरात की वडगाम सीट से निर्दलीय प्रत्याशी जिगनेश मेवाणी के सामने कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी खड़ा नहीं किया है, कांग्रेस के समर्थन से मेवाणी यहां भाजपा के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं।

वडगाम में मुस्लिम व दलित मतदाता बहुल संख्या में होने से मेवाणी अपनी जीत को लेकर भले आश्वस्त हों लेकिन हाल ही में उनके मतक्षेत्र में पंपलेट बांटे जा रहे हैं जिन पर लिखा है कि जिगनेश मुस्लिम विरोधी मानसिकता रखते हैं।

एक टीवी इंटरव्यू के हवाले से दावा किया जा रहा है कि खुद जिगनेश ने माना है कि उनकी पहली प्रेमिका मुस्लिम थी। साथ ही आरोप लगाया गया है कि वह केवल मुस्लिम समाज को गुमराह कर रहा है, मुस्लिम समाज का नेता बनने वाले मेवाणी को उनके नाम पर केवल राजनीति करनी है।



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