गुरुवार, 1 मई 2014

पुरूषों के मजे:कई शादियां रचाने का कानून बनाया गया:



दुनिया में केन्या एक ऐसा देश बन गया है जहां पुरूषों को एक से अधिक शादियां रचाने का कानूनी अधिकार सरकार ने दे दिया है। हालांकि वहां पुरूषों व महिलाओं के लिंगानुपात में कोई अधिक अंतर भी नहीं है। पुरूषों की 101 संख्या के पीछे 100 महिलाएं हैं। करीब 4 करोड़ 50 लाचा की आबादी वाले देश में पुरूषों को दी गई इस छूट का महिला संगठनों ने विरोध भी किया है,मगर उनके विरोध के बावजूद संसद में पारित बिल पर राष्ट्रपति उहरू केन्याता ने 29 अप्रेल 2014 को हस्ताक्षर कर दिए। राष्ट्रपति भवन से इस कानून के लागू किए जाने के बारे में एक बयान भी जारी किया गया जिसमें बताया गया कि विवाह से संबंधित सभी नियमों का अध्ययन करने के बाद यह नया कानून बनाया गया है।
    शादी एक हो चाहे अधिक इसमें पुरूष और महिला दोनों की रजामंदी होती है। इस नए कानून को केन्या की संसद ने पिछले महीने पारित कर दिया था। शुरूआती कानून में पत्नी को वीटो करने का यानि की रोकने का अधिकार था। लेकिन संसद के पुरूष सदस्यों को उक्त वीटो करना पसंद नहीं आया, इसलिए उन्होंने संशोधन कर महिलाओं के वीटो करने के अधिकारी को हटा दिया। इसके बाद पुरूषों के लिए एक से ज्यादा शादियां रचाने का रास्ता बन गया। महिला सांसदों ने इसके लिए जोरदार बहस की थी, लेकिन पुरूष सांसदों के आगे उनकी बहस बेकार हो गई और संशोधन को पारित कर दिया गया।
केन्या में प्रोस्टेंट इसाई धर्म को मानने वाले काफी संख्या में हैं।
केन्या के 40 चर्च और इसाई संस्थाओं के शक्तिशाली समूह संगठन नेशनल कॉंऊसिल ऑफ चर्च ने भी इस नए कानून की आलोचना की है।
महिला वकीलों के संगठन फीडा केन्या ने इस कानून को अदालत में चुनौति देने की घोषणा की है।






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