रविवार, 19 जनवरी 2014

फार्म ने शॉपिंग काम्पलेक्स में नहीं बनाए पार्क पार्किंग और टायलेट


लोगों को ये सुविधाएं देने का बतलाकर दुकानें लीज पर दी गई थी

केन्द्रीय राज्यफार्म निगम के सूरतगढ़ स्थित फार्म मुख्यालय की जमीन पर मुख्यबाजार से सटी भूमि पर अपना विशाल मार्केट कॉम्लेक्स सैंकड़ों दुकानों वाला बनाया और उसकी दुकानों की नीलामी में करोड़ों रूपए कमाए। उस कॉम्लेक्स में जो सुविधाएं घोषित की थी उनमें से एक की भी पूर्ति नहीं की गई। इस कॉम्लेक्स में सडक़ें,नालियां,पार्क,पार्किंग,शौचालय मूत्रालय आदि नहीं है। कभी भी सफाई नहीं करवाई गई। दुकानदार परेशान है और नगर पालिका प्रशासन को सडक़ें आदि के निर्माण के ज्ञापन और चेतावनियां दे रहा है। नगरपालिका ने पालिकाध्यक्ष बनवारीलाल मेघवाल के कार्यकाल में एक सडक़ का निर्माण नियम विरूद्ध करवा दिया था।
अब अगर फार्म प्रशासन कोई भी कार्य नहीं करवा रहा है तो दुकानदारों को फार्म प्रशासन को कानूनी नोटिस देना चाहिए।
फार्म प्रशासन की ओर से साफ सफाई का कार्य नहीं करवाया जा रहा है तो इस हालत में नगरपालिका को भी फार्म प्रशासन को नोटिसदेनाचाहिए और कानूनी रूप से बाध्य करना चाहिए।
यह रिपोर्ट 20 मई 2013 को प्रकाशित की गई थी जो दुबारा पढ़ी जा सकती है।
 

खास खबर- करणीदानसिंह राजपूत

सूरतगढ़, केन्द्रीय राज्य फार्म निगम के सूरतगढ़ फार्म के सूरतगढ़ स्थित मुख्य कार्यालय की जमीन शहर के मुख्य बाजार से सटी हुई है। फार्म ने अपनी बिगड़ी हुई माली हालत में 1982  में बाजार से चिपती हुई जमीन पर शॉपिंग कॉम्पलेक्स के लिए भूखंड लीज डीड पर दिए। उस समय लोगों को आकर्षित करने के लिए दुकानों के साथ में ही पार्किंग,पार्क और टायलेट बनाकर देने का वादा किया गया। यह सब उस समय नक्से में भी दर्शाया हुआ था। दुकानें एक साथ नहीं बनी इसलिए दुकानदार संगठित नहीं थे।  जो थोड़े दुकानदार थे उन्होंने कुछ साल तो फार्म प्रबंधन से कहा लेकिन बाद में जब कुछ भी नहीं हुआ तो चुप हो गए।

शहर में जब जब यातायात के अवरूद्ध की या परेशानी की बात आती है तब कहा जाता है कि फार्म की जमीन पर पार्किंग होनी चाहिए। फार्म वाले कई कई बार वाहनों को खड़ा करने पर रोक लगाते रहते हैं। पार्किंग के बारे में तीन चार बार पुलिस थाने में सीएलजी की बैठकों में विचार विमर्श हुआ। नगरपालिका प्रशासन ने फार्म से जब जब नक्सा मांगा तब फार्म ने 2005 को कोई नक्सा दिया। मैं भी इन बैठकों में था और प्रशासन को सुझाव दिया था कि फार्म से पुराना नक्सा मांगा जाए। लेकिन पालिका प्रशासन ने भी बाद में दबाव नहीं दिया। इतनी दुकानें बनी है,उनकी मंजूरी हुई है। नक्सा कहीं तो अभी भी होगा।

अब फार्म ने दुकानों को बाहर रखते हुए अपनी जमीन पर चारदीवारी बनानी शुरू कर रखी है,ताकि उसकी जमीन पर एक भी वाहन खड़ा नहीं किया जा सके। लेकिन उसके शॉपिंग काम्पलेक्स की दुकानों पर पहुंचने वाले वाहनों के लिए और लोगों के लिए पार्किंग तथा टॉयलेट की सुविधा देने को फार्म प्रशासन ही बाध्य है। इसके अलावा फार्म की जो दुकानें बीकानेर रोड पर निकाली हुई हैं,उनके आगे 8 फुट तक की चौकी नगरपालिका की जमीन पर है, जो अवैध है।

उपखंड अधिकारी और नगरपालिका प्रशासन को तुरंत ही फार्म की दीवार का निर्माण रूकवाना चाहिए तथा वहां पर पार्किंग,पार्क और टॉयलेट की सुविधाएं बनाकर देने को फार्म प्रबंधन को पाबंद करना चाहिए।


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