सूरतगढ़:जनसुनवाई में आया नाली प्रकरण आंखें खोलने वाला
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 9 जनवरी 2025.
नगरपालिका प्रशासन की घोर लापरवाही का एक नाली प्रकरण जनसुनवाई में आया जिसमें पीड़ा जनक स्थिति यह थी कि समाजसेवी कमल पारीक के घर से नाली मुख्य नाली तक पड़ोसियों ने बनाने नहीं दी और नगरपालिका दबाव से झूठ रचती रही। अधिशाषी अधिकारी को मौका देख कर ठेकेदार से तुरंत निर्माण कराना था जो पड़ोसियों ने ठेकेदार को करने नहीं दिया।
* जनसुनवाई में आज यह मामला कमल पारीक की ओर से पेश हुआ। अतिरिक्त जिलाकलेक्टर कन्हैयालाल सोनगरा के आदेश पर नायब तहसीलदार ने मौका निरीक्षण कर रिपोर्ट दी है।
* इस नाली प्रकरण के बारे में कमल पारीक ने सोशल मीडिया पर वह शिकायत पेश की है जो जनसुनवाई में दी। यह शिकायत नगरपालिका प्रशासन के साथ जनसुनवाई की लापरवाही को भी उजागर करती है कि वहां भी महीनों तक कार्यवाही नहीं होती और नगरपालिका झूठे जवाब देती है। नगरपालिका की जो कार्यवाही और जवाब थे उनकी भी जांच होनी चाहिए। नगरपालिका से कौन झूठे जवाब दे देता है?
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सेवा में
अतिरिक्त जिला कलेक्टर महोदय
सूरतगढ़
विषय:- नगरपालिका को नाली निर्माण कराने के लिए निर्देश देने बाबत
मान्यवर जी
निवेदन यह है कि प्रार्थी स्थानीय वार्ड 30, पुराना बाजार का निवासी है। प्रार्थी ने अपने नए आवास में गत वर्ष में रहना शुरू किया तो प्रार्थी को मकान में से निकलने वाले वर्षाजनित, साफ-सफाई, बाथरूम-टॉयलेट, आदि के पानी निकासी संबंधी दिक्कत होने पर प्रार्थी ने मकान के पश्चिमी तरफ चिपती नाली में अपना पानी डालना चाहा तो पडौसी गिरधारी जी चांडक ने यह कहते हुए नाली में निकासी नहीं होने दी कि यह हमारी निजी नाली है आप दूसरी तरफ से अपनी नई नाली बना लो। प्रार्थी ने अपने पूर्वी तरफ की नाली में मिलाने हेतु सड़क पर नाली निर्माण शुरू करवाया तो दूसरे पडौसी हेमंत जी चांडक ने यह कहते हुए मुझे मना कर दिया कि मेरे घर के सामने से नाली नहीं निकालने दूंगा। आखिर हारकर प्रार्थी ने नगरपालिका में जाकर अपनी समस्या से अवगत करवाया तो अधिकारियों ने आजकल-आजकल के आश्वासन देते हुए चक्कर कटवाए।फिर प्रार्थी ने 5 अगस्त 2024 को लिखित में पहली बार प्रार्थना पत्र दिया तो पालिका अधिकारीयों ने कहा कि हमने टेंडर कॉल कर लिए हैं और शीघ्र ही आपको परेशानी से निजात मिल जाएगी आप थोड़े दिन और रुक जाओ। प्रार्थी एकबार फिर से इंतजार करने लगा। महीना भर बीतने पर प्रार्थी ने अधिशासी अधिकारी जी से मुलाकात की तो उन्होंने कहा कि आपके वहां नाली निर्माण करना है लेकिन हमारे कनिष्ठ अभियंता के कान का पर्दा फट जाने की वजह से वो अभी काम नहीं कर पा रहे है आप थोड़े दिन और रुक जाओ। मानवता के नाते प्रार्थी फिर से चुप बैठ कर प्रतीक्षा करने लगा। काफी दिन बीत जाने के बाद प्रार्थी ने फिर से पालिका अधिकारीयों से निवेदन किया तो पालिका ने मौके पर ईंटें भिजवा ठेकेदार को नाली निर्माण हेतु मौखिक रूप से कह दिया। ठेकेदार के कार्मिकों ने जैसे ही नाली निर्माण हेतु सड़क पर खुदाई शुरू की तो दोनो पड़ोसियों ने वहीं अपनी बात मिस्त्री को कही और काम करने से मना कर दिया।
तब से लेकर आज तक स्थिति जस की तस है। मेरे द्वारा जन सुनवाई में 14 नवम्बर, 12 दिसंबर, 20 दिसंबर व 26 दिसंबर को प्रार्थना पत्र दिए गए हैं जिनका स्थानीय नगरपालिका द्वारा झूठा निस्तारण दिखा कर परिवाद को बंद कर दिया जाता है।
अब पालिका प्रशासन प्रभावशाली लोगों के दबाव में आकर मुझे कह रहा है कि नई नाली भी नहीं बनेगी और न ही मकान के चिपती नाली में निकासी होगी बल्कि आप सीवरेज में अपना कनेक्शन जुड़वा लें, श्रीमान जी मेरे मोहल्ले में एक भी सीवरेज कनेक्शन नही है फिर नगरपालिका द्वारा मेरे साथ यह अन्याय करने पर क्यों आमादा है ?
श्रीमान जी मेरी समझ में यह बात नहीं आ रही कि सार्वजनिक सड़क और चौक में बनी हुई नाली किसी की निजी कैसे हो सकती है, वहीं कोई व्यक्ति अपने घर के सामने सड़क पर नाली निर्माण करने से प्रशासन को कैसे रोक सकता है ?
मेरे परिवार को यह समस्या झेलते हुए सात आठ महीने हो चुके हैं, मुझे यह लिखते हुए भी बड़ी शर्म महसूस हो रही है कि हम परिवारजन नहाने धोने और मल मूत्र करने दूसरे घर में जाते हैं।
श्रीमान जी आपसे एक आशा व उम्मीद के साथ प्रार्थना है कि आप मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय नगरपालिका को नाली निर्माण कराने हेतु निर्देश जारी करें। महोदय मेरी इस परेशानी का प्रशासन द्वारा जल्द ही सकारात्मक तरीके से समाधान नही किया गया तो मुझे धरना प्रदर्शन या अदालती कार्यवाही का सहारा लेना पड़ेगा।
सहयोग हेतु मैं आपका सदैव आभारी रहूंगा।
भवदीय,
कमल पारीक,
मोबाईल नंबर 9414332673
पुराना बाजार, वार्ड 30
नज़दीक जैन मंदिर
सूरतगढ़।
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