सोमवार, 28 फ़रवरी 2022

अमरीका ने अपने नागरिकों को रूस छोड़ने का कहा- युद्ध रूस में पहुचने का संकेत माना जाए?

 

* करणीदानसिंह राजपूत *


* युक्रेन पर रूस के आक्रमण से चले युद्ध के चौथे दिन अमेरिका ने अपने नागरिकों को रूस छोड़ने की सलाह जारी की है। इससे संकेत मिल रहे हैं कि युद्ध खत्म होने की संभावना न के बराबर है और यह रूस के भीतर भी पहुंच सकता है। 

रूस महाशक्ति और युक्रेन उसके आगे कुछ भी नहीं होते हुए भी युद्ध में सामने डटा है। रूस इन चार दिन की लड़ाई में युक्रेन की राजधानी को अपने कब्जे में नहीं ले पाया। रूस ने युक्रेन की सेना को तख्ता पलट देने तक कह दिया लेकिन ऐसा हुआ नहीं। बल्कि युक्रेन के जवान ही नहीं बुड्ढे तक सैनिक बन कर खड़े हो गए। वहां की युवतियां और पचास साल से ऊपर की औरतों ने भी हथियार उठा लिए। रूस को लग रहा थि कि युक्रेन का राष्ट्रपति देश छोड़कर भाग जाएगा लेकिन उल्टा हो गया। वहां का राष्ट्रपति भागने के बजाय खुद सैनिक वर्दी में रूस को ललकार उठा। उसके आह्वान पर लोगों ने हथियार उठा लिए। इस तस्वीर से विश्व को भी सीख मिली है वहीं वातावरण भी बदलाव पर है। 

इस बदलाव से ऐसा लग रहा है कि एक दो दिन में युक्रेन को हथियार सहायता व और सहयोग मिलना बढ़ेगा। उससे युद्ध भड़कता हुआ रूस तक पहुंच सकता है। अमेरिका ने संभावना मानते हुए ही अपने नागरिकों को रूस छोड़ने की एडवाइजरी जारी की है जो साधारण नहीं मानी जा सकती। भविष्य में कुछ भी हो सकता है और यह भविष्य दो चार दिन का ही मानना चाहिए। रूस की चिंताओं पर भी नजर डालें। रूस ने अपने सभी चिकित्सालयों को हाई अलर्ट पर कर दिया है और माना भी है कि युद्ध में उसके सैनिक हताहत हुए हैं। रूस ने यह भी कहा है कि उसकी सेना बहादुरी से लड़ रही है। रूस की सेना शक्तिशाली है और इन शब्दों की जरूरत आखिर कैसे आ पड़ी। यह इसलिए कहना पड़ा है कि चार दिन में युक्रेन से हथियार नीचे नहीं गिरवा पाए बल्कि वहां आम जनता ने हथियार उठा लिए। ऐसे में युक्रेन पर कब्जा करना बहुत मुश्किल है तथा हर दिन रूस की मुसीबतें भी बढ़ती जाएगी। रूस की मुसीबतें भी बढनी शुरू हो चुकी है। ०0०

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